मौसमविद बताते हैं कि इस दौरान सामान्य बारिश 20 मिलीमीटर होनी थी, जबकि लगभग पांच गुना यानी 100 मिमी बारिश राज्यभर में दर्ज की गई है। यही वजह रही कई जिलों में बारिश के आंकड़े पूरी तरह बदल गए।
Weather Report : इसके अलावा 13 सितंबर को नवादा, जमुई, बांका, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण में और 14 सितंबर को रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद में भारी बारिश की चेतावनी है।
पानी घुसने की वजह से अस्पताल में बिजली से चलने वाली कई मशीनें बंद पड़ी हैं। गंदे पानी की वजह से मरीजों में संक्रमण का खतरा बना हुआ है।
बिहार के अधिकतर जिलों में इन दिनों प्रचंड गर्मी पड़ रही है, जिसकी वजह से आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। इस बीच मौसम विभाग ने बताया है कि एक जून के बाद तल्ख मौसम का मिजाज बदल सकता है।
मौसम विभाग ने रविवार को 15 जिलों में आंधी-पानी और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हुई वर्षा के कारण मौसम अनुकूल बना है।
राजधानी पटना समेत बिहार कई जिलों में मंगलवार को झमाझम बारिश हुई, जिसके बाद लोगों को उमस भरी गर्मी से काफी राहत मिली। बुधवार को भी कई इलाकों में आंधी और बारिश की संभावना जताई गई है।
बारिश से दलहन, तिलहन सहित गेहूं की फसलों को काफी नुकसान है। दलहन और तिलहन की फसलों को तो काफी अधिक नुकसान है। गेहूं की फसल भी तैयार हो गए हैं। बारिश के कारण खेतों में फसल गिर गए हैं।
2 से 4 मार्च के बीच राजधानी सहित पूरे बिहार में इसका फैलाव होगा। इस कारण ज्यादातर शहरों में हल्के से मध्यम स्तर की बारिश के आसार बन रहे हैं। मंगलवार को कैमूर, बक्सर, रोहतास में बारिश हो सकती है।
बिहार में अगले 2-3 दिनों में 24 जिलों में बारिश के आसार है। मौसम विभाग ने कई जिलों में हल्की बारिश की अलर्ट जारी किया है। सोमवार को सबसे ठंडा जिला किशनगंज रहा। और सबसे गर्म शेखपुरा रहा।
बिहार का सबसे ठंडा शहर 4.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ गया और 20 डिग्री सेल्सियस के अधिकतम तापमान के साथ मोतिहारी सबसे गर्म शहर रहा। पटना और गया में घना कोहरा भी छाया रहा।
बुधवार को भी लोगों को शीतलहर से राहत नहीं मिली। अधिकारियों ने बताया कि अनंतनाग शहर में मंगलवार रात न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे सात डिग्री दर्ज किया गया, जो कि जम्मू-कश्मीर में सबसे ठंडा स्थान रहा।
मौसम विभाग ने बताया है कि बिहार में 2 से 4 जनवरी 2024 के दौरान हल्की से मध्यम दर्ज की बारिश हो सकती है। बारिश से पहले किसानों को खरीफ फसल को सुरक्षित जगहों पर रखने की सलाह दी गई है।
बिहार में बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। एक ओर जहां खेतों में रखे धान बारिश के पानी में भींगकर नष्ट हो रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ परती खेतों में चल रही रबी फसल की बुआई का काम भी ठप पड़ गया है।
मौसमविदों के मुताबिक पिछले तीन दिनों में मानसून ट्रफ पटना और गया की ओर झुलता रहा है इस वजह से बादलों की आवाजाही बढ़ी है। इन तीन दिनों में अल सुबह या देर रात आंशिक बारिश से राजधानी का मौसम सुहाना है।
बारिश की कमी और प्रचंड गर्मी के चलते बिहार में धान की खेती पिछड़ गई है। राज्य में 3.50 लाख हेक्टेयर लक्ष्य का सिर्फ 21 फीसदी बिचड़ा ही डाला जा सका है। सबसे खराब हालत दक्षिण बिहार के जिलों की है।
राजधानी पटना सहित प्रदेश भर में प्री मानसून बारिश की गतिविधियां शुरू हो गईं हैं। रविवार की देर शाम पटना व आसपास के इलाके में बूंदाबांदी हुई जिसके बाद उमस की स्थिति बनी रही।
मौसमविदों के मुताबिक राज्य की सीमा में दक्षिण पश्चिम भाग से आंधी-बारिश के सिस्टम का प्रवेश हुआ जो पटना-वैशाली होकर उत्तर बिहार तक पहुंचा। यह जिन इलाकों से होकर गुजरा वहां तेज आंधी और झमाझम बारिश हुई।
बिहार के कई हिस्सों में शनिवार को अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई। इस कारण पिछले कुछ दिनों से राज्य में जारी भीषण गर्मी की स्थिति से लोगों को राहत मिली।
नेपाल में पिछले 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश के बाद सूबे की नदियों में उफान है। खासकर गंडक खतरनाक ढंग से बढ़ रही है। पिछले 24 घंटे में ही नदी का पानी छह गुना बढ़ गया।
बिहार के कई जिलों में दुर्गा पूजा और दशहरा मेले के बीच बारिश ने खलल डालकर जश्न फीका कर दिया है। बारिश होने पर दुर्गा पूजा और दशहरे को लेकर दुकानदारों के अरमानों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर व खगड़िया जिलों को छोड़कर राजधानी समेत 33 जिलों में मंगलवार को वज्रपात का अलर्ट है। वहीं राज्य के उत्तरी भागों के कई हिस्सों में आज बारिश हुई।
वज्रपात वाले बादलों के बनने की वजह से मौसम विभाग की ओर से 23 जिलों में मेघ गर्जन के साथ वज्रपात की चेतावनी जारी की है। वहीं तीन जिलों अररिया, किशनगंज और सुपौल में भारी वर्षा की चेतावनी है।
बिहार में अगले दो तीन दिनों तक बारिश की गतिविधियां पहले की अपेक्षा बढ़ेंगी। दक्षिण बिहार में मेघ गर्जन के साथ बारिश के आसार हैं। उत्तर बिहार के 10 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी हुई है।
बिहार में मॉनसूनी बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। सूखे के संकट के बीच पटना, गोपालगंज, पूर्वी-पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, वैशाली समेत 20 जिलों में मंगलवार को बरसात हुई।
बिहार में मॉनसूनी बारिश में कमी के चलते सूखा का संकट गहराता जा रहा है। राज्य में धान की फसल बर्बाद होने की कगार पर है। अगले 10 और अच्छी बरसात नहीं हुई तो किसानों के 81 अरब रुपये डूब जाएंगे।
बिहार में मौसम की बेरूखी के चलते किसानों की चिंता बढ़ गई है। बारिश की कमी होने से राज्य में अब तक धान की आधी रोपनी भी नहीं हो पाई है। कुछ जिले ऐसे हैं जहां महज 5 फीसदी धान की रोपनी की गई है।
मौसम विभाग ने बिहार के पांच जिलों में शुक्रवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राजधानी पटना में भी हल्के बादल छाए रहेंगे।
मौसम विभाग की ओर से सोमवार को भी बारिश का पूर्वानुमान किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार सोमवार को पटना में आंशिक बादल छाए रहेंगे और कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन बिजली चमकने का पूर्वानुमान है।
Bihar Weather: बिहार में जुलाई महीने में सामान्य से कम बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक कम बारिश होने से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी की आशंका है।
बिहार में बारिश तो हो रही है लेकिन गर्मी से राहत नहीं मिल रही। कहीं बारिश हो रही है तो कहीं गर्मी की तल्खी बनी हुई है। विज्ञानियों के अनुसार मानसून आने में समय लगेगा। बारिश को प्री-मानसून बताया।