बिहार में 5 दिन के भीतर रिकॉर्ड 100 मिमी बारिश क्यों, मौसमविद भी हैरान: अब कर रहे स्टडी
मौसमविद बताते हैं कि इस दौरान सामान्य बारिश 20 मिलीमीटर होनी थी, जबकि लगभग पांच गुना यानी 100 मिमी बारिश राज्यभर में दर्ज की गई है। यही वजह रही कई जिलों में बारिश के आंकड़े पूरी तरह बदल गए।
बिहार में मानसून अवधि में लंबी अवधि तक बारिश का टोटा रहा, लेकिन पिछले पांच दिनों में ही 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसमविद इसे जलवायु परिवर्तन के बड़े संकेत के रूप में देख रहे हैं। मौसमविद बताते हैं कि इस दौरान सामान्य बारिश 20 मिलीमीटर होनी थी, जबकि लगभग पांच गुना यानी 100 मिमी बारिश राज्यभर में दर्ज की गई है। यही वजह रही कई जिलों में बारिश के आंकड़े पूरी तरह बदल गए। पांच दिनों पहले तक मात्र दो जिलों को छोड़कर 36 जिलों में बारिश की कमी थी, लेकिन अब 24 जिलों में बारिश की कमी देखी जा रही है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 25 सितंबर तक राज्य में बारिश की स्थिति लगभग 700 मिमी के आसपास थी, जो 29 सितंबर को लगभग 800 मिमी के पास पहुंच गई।
ताजा आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अब तक 992.2 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन लगभग 800 मिमी बारिश हुई है। इस अनुसार राज्य में 20 फीसदी कम बारिश हुई है। एक हफ्ते तक यह कमी करीब 28 फीसदी थी। इस बीच सीमांचल के साथ अधिकतर जिलों में लगातार हुई झमाझम बारिश से 14 जिलों में स्थिति लगभग सामान्य हो गई है। शेष 24 जिलों में बारिश की कमी अब भी बनी हुई है। राज्य में मात्र सारण एक जिला है, जहां बारिश की कमी 53 प्रतिशत है।
राज्य में सितंबर के महीने में आरंभिक 25 दिनों तक छिटपुट बारिश की स्थिति की वजह से लोगों ने रिकॉर्ड अधिकतम तापमान झेला। पांच दिनों में लगातार बारिश से अधिकतम पारा सामान्य से चार से पांच डिग्री नीचे पहुंच गया था। एक महीने में अतिवृष्टि और अनावृष्टि के इस संयोग का मौसमविद अध्ययन कर रहे हैं।
यहां बारिश की कमी 40 प्रतिशत से ज्यादा
वैशाली में 49 प्रतिशत, सारण में 53 प्रतिशत, समस्तीपुर में 44 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर में 46 प्रतिशत
इन जिलों में बारिश का आंकड़ा सामान्य या आसपास
अररिया, अरवल, औरंगाबाद, बांका, गया, किशनगंज, लखीसराय, नालंदा, शेखपुरा, वैशाली, जमुई, सीवान, सुपौल, नवादा