Hindi Newsबिहार न्यूज़Unseasonal rains in Bihar increased tension of farmers 20 percent loss to wheat lentils and mustard

बिहार में बेमौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की टेंशन, गेहूं, मसूर व सरसों को 20 फीसदी नुकसान

बारिश से दलहन, तिलहन सहित गेहूं की फसलों को काफी नुकसान है। दलहन और तिलहन की फसलों को तो काफी अधिक नुकसान है। गेहूं की फसल भी तैयार हो गए हैं। बारिश के कारण खेतों में फसल गिर गए हैं।

Malay Ojha हिन्दुस्तान, पटनाWed, 20 March 2024 02:24 PM
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बेमौसम की बारिश किसानों के लिए आफत बन गई। इस बारिश ने रबी फसलों को भारी नुकसान किया है। खासकर मसूर, चना, सरसों को काफी अधिक नुकसान है। बारिश के साथ हवा के कारण कई जगह पर गेहूं की फसल खेतों में गिर गई है। जिन खेतों में गेहूं में दाने अभी भर रहे हैं और पके नहीं हैं, उसमें तो बारिश के बाद ठंड से कुछ फायदा हो सकता है। लेकिन जो पक गए हैं, उसके कटने में भी देरी होगी। इसके अलावा बारिश के कारण सरसों के दाने भी खेतों में ही गिर रहे हैं। रबी फसलों में 15 से 20 प्रतिशत तक नुकसान है। वहीं, आम में अभी परागन की स्थिति है। मंजर से आम के छोटे दाने (टिकोले) बनने की स्थिति है। ऐसे में बारिश के कारण मंजर खराब हो रहे हैं। यही स्थिति लीची के साथ भी है। कृषि वैज्ञानिकों और आम उत्पादक किसानों के अनुसार बारिश के कारण 20 से 25 प्रतिशत तक नुकसान लगभग तय है। 

ज्यादातर जिलों में रबी फसल कटने की स्थिति में है। मसूर, सरसों आदि के बोझे खलिहानों में हैं, बारिश से कटी हुई फसलें भींग गई हैं। इससे दाने खराब हो सकते हैं। आम और सब्जी की फसलों पर भी बुरा प्रभाव पड़ने से किसान चिंतित हैं। जहानाबाद में चना, मसूर व सरसों की फसलों को करीब 40 फीसदी तक नुकसान की बात कही जा रही है। यहां गेहूं की फसल गिरने से करीब 25 से 30 फसदी नुकसान होने की आशंका है। इस जिले में आम के मंजर को काफी नुकसान पहुंचा है। गोपालगंज में रबी की आगात फसलों को नुकसान हुआ है। गेहूं, सरसों व दलहनी फसलों की तैयार बालियों के भींगने से किसान अंकुरित हो जाने की आशंका से परेशान हैं। 

तेज हवा से पौधों के गिर जाने से भी उत्पादन में गिरावट आने की आशंका है। तेज हवा से आम व लीची के मंजर भी झड़ गए हैं। सारण में रबी, मकई व राई सरसों की फसल को नुकसान हुआ है। भोजपुर के कई इलाकों में रबी की फसलों को नुकसान भी हुआ है। सहार, उदवंतनगर, अगिआंव, गड़हनी, पीरो, तरारी समेत अन्य प्रखंड इलाकों में गेहूं के पौधे गिरने से किसानों को पैदावार में कमी आने का डर सताने लगा है। खेत में पककर तैयार हो चुके और काटे गये चना, मसूर व सरसों की फसल को भी क्षति का अनुमान है। आम के पेड़ों में लगे मंजर झड़ने से पैदावार में कमी आ सकती है।

बिहारशरीफ में बारिश से गेहूं और सब्जी को छोड़ सभी फसलों को नुकसान हुआ है। खासकर खेतों में पककर तैयार सरसों, मसूर और चना की फसलों पर अधिक प्रतिकूल असर पड़ा है। रोहतास में बारिश से तिलहन व दलहन फसल को नुकसान होने व कीड़े लगने से किसान परेशान हैं। बक्सर कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर रामकेवल के मुताबिक इस बारिश से गेहूं सरसों चना मटर मसूर सहित सारी रबी फसलों को नुकसान होगा।

बारिश से दलहन, तिलहन सहित गेहूं की फसलों को काफी नुकसान है। दलहन और तिलहन की फसलों को तो काफी अधिक नुकसान है। गेहूं की फसल भी तैयार हो गए हैं। बारिश के कारण खेतों में फसल गिर गए हैं। इससे उत्पादकता घटेगी। आगे और बारिश हुई तो काफी अधिक नुकसान होगा। इस बारिश से फायदा की बात करें तो जो खेत खाली है, उसमें बारिश के बाद किसान मूंग आदि फसल लगा सकेंगे।
डॉ. रघुवर साहू, कृषि वैज्ञानिक 

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