गुलदार की दस्तक के बाद किसान अपने खेतों पर जाने से डर रहे हैं। लोगो मे दहशत का माहौल है। देर शाम से ही बच्चों बड़ो को घरों में रहने को कहा गया है। खानपुर के वन रेंजर अधिकारी मोहन सिंह का कहना है कि कोटा मुरादनगर में रास्ते गुलदार होने की सूचना मिली है।
शूटरों के साथ चार टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं। इसके साथ ही ड्रोन कैमरों से भी गुलदार की रैकी की जा रही है। टिहरी जिले के घनसाली में गुलदार 13 साल की लड़की को मौत के घाट उतार चुका है
टिहरी जिले में गुलदार को शूट करने के लिए शिकारियों की संख्या भी बढ़ा दी है। महर गांव में घटना स्थल के पास मचान बनाया गया है। वन, राजस्व और पुलिस विभाग की टीमें तैनात की गई हैं। बीती रात से ही ब्लॉक प्रमुख बसुमति घणाता भी गांव में डेरा डाले हुए है।
गुलदार की दहशत की वजह से भौड़ गांव, पुर्वाल गांव और कोट महर गांव के प्राथमिक स्कूल सहित अंथवाल गांव के प्राथमिक और राजकीय हाईस्कूल को अगले तीन दिनों तक बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं।
मेहर गांव में 13 वर्षीय साक्षी पुत्री विक्रम सिंह कैंतुरा घर से पास में स्कूल की तरफ खेलने जा रही थी तभी झाड़ियों में छिपे गुलदार ने उस पर हमला कर दिया।
गुलदार ने बच्ची के गले और सिर पर गहरे जख्म कर दिए। पास में घास काट रही महिलाओं ने शोर मचाया तो वह घर के पीछे मासूम के शव को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया।
10 वर्षीय पुत्री खुशी किसी काम से पड़ोस में निकली थी। कमरे से बाहर निकलकर जैसे ही वह आंगन में पहुंची तो वहां पहले से ही घात लगाए गुलदार ने उस पर हमला कर दिया।
एफआरआई परिसर में पिछले 15 दिनों से गुलदार की चहल-कदमी देखी जा रही है। पिछले दो दिनों में गुलदार ने परिसर के पीछे जंगल में कुछ पशुओं का शिकार भी किया है। ऐसे में परिसर में घूमने वाले पर्यटकों को खतरा हो सकता है।
नानी के घर में खेल रहे मासूम पर गुलदार ने अटैक किया है। तीन वर्षीय इस बच्चे का क्षतविक्षत शव गांव से करीब दो सौ मीटर दूर मिला। लोगों ने वन विभाग से गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।
यूपी के बिजनौर में एक महिला अपने पति और बच्चों को बचाने के लिए गुलादर से भिड़ गई। फावड़े से ताबड़तोड़ वार कर दिया। वहीं, शोर सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने मिलकर पीट-पीटकर गुलदार को मार डाला।
बिजनौर के नगीना में लगातार गुलदार के हमले बढ़ते जा रहे हैं, जिससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। बुधवार शाम नगीना क्षेत्र के ग्राम सैदपुरी महिचंद के जंगल में एक गुलदार ने बाइक सवार दो बच्चियों पर झपट्टा मार दिया। पंजा लगने से दोनों बच्चियां घायल हो गईं।
बिजनौर में एक गुलदार की तलाश में पांच जिलों की टीम जुटी है। बिजनौर, मुरादाबाद, बरेली, पीलीभीत और एटा जिले के वन विभाग की टीम गुलदार की तलाश में जुटी है। इसके बावजूद 4 दिनों से कोई सुराग नहीं लगा है।
क्षेत्र में लगातार गुलदार का आतंक बढ़ रहा है, ग्रामीणों में भय व्याप्त है। गुलदार ने जंगल में बकरियां चारा चुगते हुए बनाया निवाला, वन विभाग को सूचित किया गया लेकिन कोई मौके पर नहीं पहुंचा।
भिलंगना रेंज के भौड़ गांव निवासी रुकम सिंह की चौथी कक्षा में पढ़ने वाली बेटी पूनम सोमवार दोपहर को अपनी बहन बहन प्रिया, गौरी और भाई प्रिंस के साथ घर पर थी। गुलदार हमला कर बच्ची को उठा ले गया।
शुक्रवार को घटना के गुस्साए ग्रामीणों ने वन विभाग के रेंज कार्यालय में प्रदर्शन करते हुए पकड़े गए गुलदार को ढेर किए जाने की मांग की। लोगों ने रेंजर कार्यालय में प्रदर्शन किया।
जानकारी के अनुसार जनपद के भरदार पट्टी के घेंघडखाल निवासी मघोसी देवी और उनकी बहू विनीता देवी शनिवार सुबह गांव के पास ही घास लेने के लिए गई। इसी बीच झाड़ी में छिपे गुलदार ने महिलाओं पर हमला कर दिया।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक होशियार सिंह पंखोली ने बताया कि मंगलवार रात साढ़े नौ बजे के करीब घर के आंगन में बैठी चार वर्षीय अधीरा पुत्री बलवंत सिंह रावत पर गुलदार का हमला हुआ है।
पुलिस के अनुसार, डांग क्षेत्र से सटे सिंदरीगाड़ में झोपड़-पट्टी में रह रहे हरिद्वारी का तीन साल का बेटा सूरज घर के आंगन में खेल रहा था। परिजनों का कहना है कि तभी पीछे से गुलदार आया था।
एक सप्ताह में दो बाइक सवारों पर हिंसक गुलदार झपटा है। जिसमें तीन लोग घायल हो चुके हैं। अभी तक जंगलों की आग बुझाने में जुटे वन विभाग के कर्मचारी इन दिनों चप्पे चप्पे पर गुलदार की खोजबीन की।
एक सप्ताह में दो बाइक सवारों पर हिंसक गुलदार झपटा है। जिसमें तीन लोग घायल हो चुके हैं। अभी तक जंगलों की आग बुझाने में जुटे वन विभाग के कर्मचारी इन दिनों चप्पे चप्पे पर गुलदार की खोजबीन की।
आंधे घंटे की खोजबीन के बाद बच्ची घर से 100 मीटर दूरी पर खून से लथपथ हालत में झाड़ियों में मिली। जिसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से बच्ची को बेस चिकित्सालय लाया गया। जहां डॉक्टरों की टीम ने रैफर किया।
इससे मौके पर चीख पुकार मच गई। परिजन गुलदार के पीछे दौड़े। शोर सुनकर आसपास के लोग भी एकत्र हो गए और बच्ची की खोजबीन में जुट गए। करीब आंधे घंटे बाद बच्ची घर से कुछ दूर खून से लथपथ मिली।
घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। बीते शनिवार को रात के समय श्रीयंत्र टापू के पास ऋषिकेश बद्रीनाथ हाईवे पर दो लोगों पर गुलदार ने हमला कर घायल कर दिया। गुलदार हमला से दहशत है।
वन विभाग के अनुसार प्रदेश में 2008 में गुलदारों की संख्या का भी आकलन किया गया था। इसमें 2335 गुलदार पाए गए थे। इसके बाद 2023 में गुलदारों की गणना की गई, जो 3115 पाई गई। संख्या बढ़ी है।
सीएम ने चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन को फील्ड में जाने का आदेश दिए। सीएम ने कहा कि प्रमुख सचिव वन रोजाना इसकी मानिटरिंग करेंगे कि संवेदनशील क्षेत्रों में अफसर और कर्मचारी कांबिंग कर रहे हैं या नहीं।
रविवार रात करीब आठ बजे रियाशत(09) पुत्र मीर हमजा अपने डेरे से निकलकर बाहर शौच के लिए गया था। इसी दौरान घात लगाकर बैठे गुलदार ने बच्चे पर हमला कर दिया। हमले की भनक लगते ही परिजनों ने शोर मचाया।
गुलदार की गतिविधियां मलेथा के पास रेलवे डंपिग जोन के समीप दिखने के बाद वन विभाग के शूटरों ने गुलदार को ढेर किया। क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी ने वन विभाग की टीम को गुलदार को ढेर करने पर इनाम भी दिया।
कीर्तीनगर में आतंक का पर्याय बना गुलदार आखिरकार वन विभाग की गोली का शिकार हो गया है। वन विभाग की टीम ने करीब 1बजकर 10 मिनट पर मलेथा के समीप रेलवे के मलबा डंपिंग जोन के पास मार गिराया है।
श्रीनगर वन प्रभाग के वनक्षेत्राधिकारी ललित मोहन सिंह नेगी ने बताया कि गुलदार को पकड़ने के लिए प्रभावी क्षेत्रों में गश्त की जा रही है। बताया कि पराग डेयरी में गुलदार की चहलकदमी को देखने प्लान बनाया।
दो बच्चों को अपना निवाला बनाने वाले गुलदार को नरभक्षी घोषित कर दिया गया है। जबकि गुलदर को मारने के आदेश जारी किये गये है। गुलदार की दहशत से नाइट कर्फ्यू जारी है। लोग दहशत में हैं।