दो महीने में 6 लोगों की गुलदार ले चुका जान, सीएम धामी ने विदेश दौरों पर लगाई रोक
सीएम ने चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन को फील्ड में जाने का आदेश दिए। सीएम ने कहा कि प्रमुख सचिव वन रोजाना इसकी मानिटरिंग करेंगे कि संवेदनशील क्षेत्रों में अफसर और कर्मचारी कांबिंग कर रहे हैं या नहीं।
उत्तराखंड में गुलदार का आतंक खत्म न होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने नाराजगी जताते हुए कड़ा रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री ने वन अफसरों के विदेश दौरे पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के निर्देश दिए। साथ ही वन विभाग के अफसरों को तलब कर कड़ी हिदायत दी। पिछले दो महीनों में गुलदार छह लोगों की जान ले चुका है।
दून वन प्रभाग के अंतर्गत रविवार रात गुलदार ने गल्जवाड़ी के पास एक बच्चे को निवाला बना दिया। इससे पहले भी इसी क्षेत्र में गुलदार एक बच्चे की जान ले चुका है। सोमवार को मुख्यमंत्री धामी ने सख्त रुख अपनाते हुए विभागीय अफसरों को विधानसभा स्थित कार्यालय में तलब किया।
इस दौरान उन्होंने प्रमुख सचिव (वन) आरके सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक और चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन समीर सिन्हा से पूरी घटना की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में जंगली जानवरों के हमलों से किसी इन्सान से जान नहीं जानी चाहिए, अन्यथा तत्काल प्रभाव से अफसरों के विरुद्ध कारवाई की जाएगी।
सीएम ने चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन को फील्ड में जाने का आदेश दिए। सीएम ने कहा कि प्रमुख सचिव वन रोजाना इसकी मानिटरिंग करेंगे कि संवेदनशील क्षेत्रों में अफसर और कर्मचारी कांबिंग कर रहे हैं या नहीं। उन्होंने जंगलों से सटे इलाके में लोगों को जागरूक करने को भी कहा।
संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात की जाए क्यूआरटी टीमें वन महकमे ने मानव वन्य जीव संघर्ष रोकने को वैसे तो 62 क्यूआरटी टीमें गठित की हैं। मुख्यमंत्री ने इन टीमों को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात रहने के निर्देश दिए। वन विभाग ने जंगली जानवरों के दिखाई देने पर सूचना देने को 24 घंटे कंट्रोल रूम भी बनाया है।
दो माह में छह को निवाला बना चुका गुलदार
गुलदार और जंगली जानवरों के हमलों से जंगलों से सटे इलाके के लोग दहशत में हैं। इस साल देहरादून, श्रीनगर और नैनीताल में गुलदार अब तक छह लोगों की जान ले चुका है। इसमें दो घटनाएं राजधानी देहरादून में हुई हैं। वर्ष 2021 में गुलदार ने 81, 2022 में 72 और वर्ष 2023 में 61 लोगों को निवाला बनाया था।
गुर्जर बस्ती में पीड़ित परिवार से मिले जोशी
सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास मंत्री गणेश जोशी ने मालसी रेंज के तहत गल्जवाड़ी बीट के मराड़ी तोक गुर्जर बस्ती में पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। पीड़ित परिवार को सरकार की तरफ से हरसंभव सहायता का भरोसा भी दिलाया।
मंत्री ने वन विभाग को शीघ्र पीड़ित परिवार को तात्कालिक मुआवजा राशि देने के निर्देश दिए। उधर, वन विभाग ने अंतिम विकल्प के रूप में गुलदार को मारने के आदेश जारी कर दिए। मंत्री ने कहा कि इस बाबत उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता की थी। मसूरी विधानसभा में गुलदार के हमले की यह तीसरी घटना है।
गोली मारने की अनुमति पर सवाल भी उठे
किमाड़ी के पास बच्चे पर हमला करने वाले गुलदार को गोली मारने के आदेश पर सवाल उठने लगे हैं। विभाग के ही कुछ अफसरों का कहना है कि गुलदार को जल्दबाजी में आदमखोर या इंसानों के लिए खतरा करार देकर मारने की अनुमति दी गई। डीएफओ ने अनुमति के आवेदन में आशंका जताई कि 26 दिसंबर को सिंगली में बच्चे को मारने वाले गुलदार ने ही किमाड़ी में हमला किया। पुख्ता प्रमाण ना होने बावजूद परमिशन दे दी गई।
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