13 साल की लड़की की गुलदार ने जहां ली जान वहीं बनी मचान, टिहरी में कैमरा-पिंजरे से भी पकड़ने का प्लान
- टिहरी जिले में गुलदार को शूट करने के लिए शिकारियों की संख्या भी बढ़ा दी है। महर गांव में घटना स्थल के पास मचान बनाया गया है। वन, राजस्व और पुलिस विभाग की टीमें तैनात की गई हैं। बीती रात से ही ब्लॉक प्रमुख बसुमति घणाता भी गांव में डेरा डाले हुए है।
टिहरी जिले के घनसाली में गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग ने कारगर नीति बनाई है। 13 साल की बच्ची को जिस जगह गुलदार ने अपना निवाला बनाया था, वन विभाग की टीम ने उसी जगह मचान बनाया है। लेकिन, गुलदार पकड़ में नहीं आया। इसके अलावा, वन विभाग की ओर से ट्रैप कैमरा और कई जगह पिंजरे भी लगाए गए हैं।
गुलदार को शूट करने के लिए शिकारियों की संख्या भी बढ़ा दी है। महर गांव में घटना स्थल के पास मचान बनाया गया है। वन, राजस्व और पुलिस विभाग की टीमें तैनात की गई हैं। बीती रात से ही ब्लॉक प्रमुख बसुमति घणाता भी गांव में डेरा डाले हुए है।
गुलदार के आतंक का पर्याय बनी ग्यारह गांव हिंदाव पट्टी के लोगों में गुलदार की दहशत बनी हुई है। शनिवार को गुलदार के हमले का शिकार हुई बच्ची के शव को रात भर घटनास्थल पर ही रखा गया। शिकारी गुलदार को मारने के लिए बैठे रहे। लेकिन गुलदार नहीं आया। सुबह पोस्टमार्टम के बाद बच्ची का शव परिजनों को सौंप दिया गया।
गुलदार की दहशत के कारण प्रशासन ने गुलदार प्रभावित भौड़ गांव, पुर्वाल गांव और कोट महर गांव के प्राथमिक स्कूल सहित अंथवाल गांव के प्राथमिक और राजकीय हाईस्कूल को अगले तीन दिनों तक बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं।
दहशत जदा ग्रामीण घरों से बाहर निकलने में भी डर रहे है। गुलदार के आतंक को देखते हुए शनिवार रात से डीएफओ पुनीत तोमर टीम के साथ मौके पर डटे हैं। घटना से गुस्साएं ग्रामीणों ने शनिवार रात्रि को मौके पर पहुंचे विधायक शक्तिलाल शाह, डीएफओ और वन विभाग के अधिकारियों के प्रति कड़ा रोष जताया।
ग्रामीणों ने डीएफओ का घेराव करते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है। डीएफओ भी क्षेत्र के गेस्ट हाउस में कैंप कर रहे है। शनिवार शाम को कोट महर गांव में गुलदार ने एक 13 वर्षीय मासूम बालिका को निवाला बना दिया था। रविवार सुबह से वन विभाग ने भौड़ गांव, पुर्वाल गांव में शूटरों की दस टीमें तैनात की हैं।
बच्चों के स्कूल आवाजाही को दो वाहन किराए पर लिए
डीएफओ टिहरी पुनीत तोमर ने बताया कि गुलदार को पकड़ने और शूट करने के लिए 10-10 लोगों की 3 टीमें बनाई हैं। टिहरी और नरेन्द्रनगर वन प्रभाग के 8 विभागीय शूटर घटना स्थल पर तैनात कर दिए हैं। एक माह के लिए क्षेत्र में स्कूली बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए उनके स्कूल की आवाजाही के लिए दो वाहन किराए पर लिए गए है।
गुलदार प्रभावित क्षेत्र में 10 सोलर लाईट पहले ही लगाई जा चुकी हैं। इसके साथ-साथ गांव से जाने वाले मुख्य एवं प्रकाश रहित वनीय मार्गों को अतिरिक्त सोलर लाईट लगाने के चिन्हित किया जा रहा है।
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