2024 में वैश्विक परिदृश्य अत्यधिक जटिल और अस्थिर है। यूरोप और मध्य पूर्व में दो महत्वपूर्ण युद्धों ने न केवल भू-राजनीतिक तनाव को बढ़ाया है अपितु वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति और खाद्य सुरक्षा को भी अस्थिर कर दिया है। इन संकटों ने अन्य क्षेत्रों में चुनौतियों को बढ़ा दिया है…
हर साल नवंबर की 11 तारीख को हम राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाते हैं। आजाद भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद इसी दिन पैदा हुए थे। उन्होंने नौजवानों में रचनात्मक सोच, नैतिक मूल्यों और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना के विकास पर जोर दिया था…
आने वाले वक्त में सबके लिए काम जुटाना संभव नहीं होगा, ऐसे में सरकारों को गरीबों की आर्थिक मदद, बल्कि उनके आत्मसम्मान को चोट पहुंचाए बिना मदद का इंतजाम करना पड़ेगा…
सर्वोच्च न्यायालय ने नागरिकता अधिनियम के अनुच्छेद 6ए की सांविधानिकता को बरकरार रखकर सही फैसला लिया है। वैसे पांच न्यायाधीशों की पीठ इस फैसले पर एकमत नहीं थी और अंतत: फैसला चार-एक से 6ए के पक्ष...
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस्लामाबाद में आतंकवाद को निशाने पर लेकर जो स्पष्ट संदेश दिया है, वह सुखद और स्वागतयोग्य है। पाकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) परिषद के शासनाध्यक्षों की 23वीं बैठक...
कनाडा में पदस्थापित भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा व कई अन्य राजनयिकों को वापस बुलाने और भारत में नियुक्त छह कनाडाई राजनयिकों के निष्कासन की कार्रवाई के बाद ट्रूडो सरकार को अब यह साफ हो जाना चाहिए...
कोई भी समाज संयम, सहिष्णुता और सद्भावना से ही सशक्त होता है। अगर कभी समाज इन लोकतांत्रिक भावनाओं के प्रतिकूल चलने लगता है, तो न केवल हिंसा की आशंका बढ़ जाती है, बल्कि समाज में भय का माहौल बन जाता....
भारत जब चारों ओर से प्रतिकूल स्थितियों से घिरता दिख रहा है, तब देश की सुरक्षा या निगरानी के लिए किया जाने वाला कोई भी इंतजाम स्वागत योग्य है। देश की सुरक्षा के मोर्चे पर यह किसी खुशखबरी से कम...
विजयादशमी का महापर्व जहां हमारी शास्त्र परंपरा का अटूट हिस्सा है, तो वहीं यह प्रेरणा का अनुपम माध्यम भी है। यह असत्य पर सत्य की जीत, हिंसा पर अहिंसा की विजय, बुराई पर अच्छाई के वर्चस्व का जयघोष...
देश के एक उज्ज्वलतम उद्यमी रतन नवल टाटा की विदाई से जो शून्य बना है, उसकी पूर्ति कभी नहीं हो पाएगी। उनके चले जाने से जो शोक की लहर उठी है, वह दुर्लभ है। पूंजीवाद के गलाकाट दौर में एक रतन टाटा...
विपक्षी दलों का इंडिया ब्लॉक जहां हरियाणा में नदारद था, वहीं जम्मू-कश्मीर में भी आधे-अधूरे रूप में मैदान में था। कश्मीर में पीडीपी को साथ लिए बिना ही इंडिया ब्लॉक की नैया पार लग गई, पर हरियाणा में...
जम्मू-कश्मीर ने कम और हरियाणा के नतीजों ने विशेषज्ञों को ज्यादा चौंकाया है। तमाम एग्जिट पोल के नतीजे खासकर हरियाणा में बुरी तरह से नाकाम हुए हैं और भारतीय जनता पार्टी ने यहां लगातार तीसरी बार जीत...
भारत और मालदीव के बीच सुधरते रिश्ते सुखद और स्वागतयोग्य हैं। बीते साल नवंबर में 46 वर्षीय मोहम्मद मुइज्जू मालदीव के राष्ट्रपति बने थे और चुनाव प्रचार के दौरान ही उनका भारत विरोधी एजेंडा सबके सामने...
देश से मानसून विदा हो रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से वह तीन दिन पहले ही प्रस्थान कर चुका है और धीरे-धीरे बिहार, बंगाल होते हुए सप्ताह भर में पूरे उत्तर भारत से विदा हो जाएगा। कुल मिलाकर...
अपने देश में आरक्षण पर ऐसी दुखद सियासत होने लगी है, जिसका तथ्य और तर्क से कोई लेना-देना नहीं है। मुंबई में राज्य सचिवालय में शुक्रवार को उस समय अजीब दृश्य सामने आया, जब विधानसभा के उप-सभापति...
जेलों में जाति आधारित भेदभाव को समाप्त करने संबंधी सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की जितनी प्रशंसा की जाए कम होगी। इतनी ही प्रशंसा उस रिपोर्ट या याचिका की भी होनी चाहिए, जिसने सदियों से चली आ रही इस...
ईरान द्वारा इजरायल को सीधे निशाना बनाने से महायुद्ध जैसे हालात बनना पूरी दुनिया के लिए चिंताजनक और दुखद है। तनाव चरम पर है, क्योंकि इजरायल किसी भी वक्त ईरान पर जवाबी वार कर सकता है...
देश भर में ‘बुलडोजर कार्रवाई’ को लेकर जारी बहस के बीच ‘जमीयत उलेमा-ए-हिंद’ की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को अपना फैसला तो सुरक्षित रख लिया, मगर मामले की सुनवाई के दौरान की गई...
मिथुन चक्रवर्ती का भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान दादा साहेब फाल्के से सम्मानित होना इस देश में फिल्म कला ही नहीं, बल्कि कला के आम सर्वहारा पारखियों का भी सम्मान है। भारतीय सिनेमा के एक कद्दावर...
खेतों में धान की बालियों की कटाई के बाद खडे़-बचे सूखे पौधों अर्थात पराली को जलाने का घातक क्रम फिर शुरू हो गया है। उत्तर भारत के एक बड़े इलाके में इस मौसम में वायु प्रदूषण का घना प्रकोप रहता है और...