पुलिस ने नहीं सुनी तो मां-बेटी ने मौत को गले लगाया
गोपालगंज के कुचायकोट थाने के मठिया दयाराम में प्रेमिका काजल कुमारी और उसकी मां मीरा देवी ने सूरज मिश्रा के घर के सामने जहर खा लिया। दोनों की मौत ने गांव में कोहराम मचाया। सूरज के शादी से इनकार और...
बेतिया/बगहा। गोपालगंज के कुचायकोट थाने के मठिया दयाराम में गुरुवार देर शाम हरेंद्र मिश्रा के पुत्र सूरज मिश्रा के घर के सामने ही प्रेमिका काजल कुमारी और उसकी मां मीरा देवी ने जहर खा लिया। सूचना पर 112 मोबाइल टीम घटनास्थल पर पहुंची और मां-बेटी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया। यहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। इस घटना से ठकराहा के मिश्र टोला में कोहराम मच गया। तीन वर्षों से चल रहे प्रेम-प्रसंग के दर्दनाक अंत से गांव के लोग स्तब्ध हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही से मां-बेटी की मौत हुई है। ठकराहा व महिला थाने के साथ गोपालगंज एसपी से भी दोनों ने इंसाफ के लिए गुहार लगाई थी। लेकिन कहीं भी उसकी सुनवाई नहीं हुई। जानकारी के अनुसार, सूरज के शादी से इनकार करने पर काजल शिकायत लेकर ठकरहा थाना पहुंची। यहां थानाध्यक्ष जय नारायण राम ने यह कह कर काजल को वहां से वापस कर दिया कि यह मामला महिला थाने का है। ठकराहा थानाध्यक्ष जयनारायण राम ने बताया कि मामला महिला से जुड़ा था इसलिए मैंने उसे महिला थाने भेज दिया था। इसके बाद काजल अपनी फरियाद लेकर बगहा महिला थाने पहुंची। इस मामले में महिला थाने को आवेदन दिया। महिला थानाध्यक्ष पुष्पा ट्विंकल ने आवेदन मिलने की पुष्टि की। बताया कि बीते नौ जनवरी को काजल ने आवेदन दिया था। इसमें उसने बताया था कि वह सूरज से तीन वर्षों से रिलेशनशिप में है। अब सूरज शादी करने से इनकार कर रहा है। आवेदन के आलोक में महिला थाने से सूरज को नोटिस जारी किया था। महिला थाने के द्वारा स्पीड पोस्ट के माध्यम से सूरज को नोटिस भेजा गया था। लेकिन सूरज थाने में उपस्थित नहीं हुआ। इधर, गुरुवार की देर रात इस मामले में काजल व उसकी मां ने सूरज के घर पर जहर खा कर आत्महत्या कर ली।
एक गोत्र व दहेज को ले पिता व परिजन थे शादी के खिलाफ: गोपालगंज के कुचायकोट थाने के मठिया दयाराम के हरेंद्र मिश्रा और उनके परिजन काजल से सूरज की शादी के खिलाफ थे। उनका कहना था कि लड़का व लड़की एक ही गोत्र के हैं। एक गोत्र में शादी नहीं हो सकती है। इधर, काजल ने बगहा में महिला थाने में दिये आवेदन में कहा है कि सूरज के पिता नकद रुपये और जेवर की मांग कर रहे हैं। मांग पूरी करने पर ही दोनों की शादी होने की बात कही। उनकी मांग पूरा करने में मेरी मां सक्षम नहीं थी। पिता का पहले ही स्वर्गवास हो चुका है।
ननिहाल व भाई-बहन की शादी थी ठकराहा में, आता-जाता था सूरज:
कुचायकोट थानाध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि मठिया दयाराम गांव निवासी हरेंद्र मिश्रा के बेटे सूरज मिश्रा का ठकराहा के मिश्र टोला में आना-जाना था। वहां उसका ननिहाल तो था ही, भाई और बहन की भी शादी उसी आसपास में हुई है। इसी दौरान सूरज का काजल से प्रेम-प्रसंग शुरू हुआ। दोनों शादी करना चाहते थे। लेकिन सूरज के परिजन इसके लिए तैयार नहीं थे।
दादा व भाई ने किया अंतिम संस्कार:
काजल के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। उसके दादा पंचा मिश्र व छोटा भाई आशीष मिश्र गोपालगंज दोनों का शव लेने पहुंचे। आशीष मिश्रा ने बहन काजल व मां मीरा देवी का अंतिम संस्कार किया। एक ही घर से एक साथ दो अर्थी उठी तो हर किसी के आंखों से आंसू टपकने लगे। काजल का बड़ा भाई शादी शुदा है और वह फिलहाल मुंबई में है। उसे भी घटना की जानकारी दे दी गई है।
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