केदारनाथ विधानसभा सीट में उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने रोड शो कर जनता को भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत के पक्ष में कांग्रेसियों ने वोट हैं।
केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ ऐश्वर्या के घर पहुंच गई। रात्रिभोज पर उन्होंने मुख्यमंत्री धामी से ऐश्वर्या की बात करवाई। बताया जा रहा है कि इसके बाद ऐश्वर्या के तेवर नरम पड़ गए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस वर्ष 56 दिनों की केदारनाथ यात्रा कम होने और आपदा से प्रभावित होने के बाबजूद भी सोलह लाख से अधिक यात्रियों ने दर्शन किये।
मुख्यमंत्री धामी मंगलवार सुबह करीब 11 बजे बाद रुद्रप्रयाग मुख्यालय से करीब 25 किमी दूर स्यालसौड़ नामक स्थान पर चुनावी जन
इसके अलावा असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई के लिए बीएनएस की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। साथ ही 95 फीसदी लाईसेंसी शस्त्रत्तें को अब तक जमा कराया जा चुका है। एडीजी ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में 162 मतदान केंद्र और 173 मतदेय स्थल बनाए गए हैं।
पूर्व विधायक आशा नौटियाल को प्रत्याशी घोषित करने के बाद ऐश्वर्या की नाराजगी चर्चाओं में थी। माना जा रहा है कि रात्रि भोज के बाद भाजपा नेताओं ने राहत की सांस ली है और चुनाव में शेष दिनों में ऐश्वर्या के भी चुनाव प्रचार में शामिल होने की उम्मीद लगाई है।
केदारनाथ उपचुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस ने अपनी-अपनी तैयारी पूरी कर ली है। भाजपा के मंत्री मंगलवार से फिर चुनाव प्रचार अभियान शुरू करेंगे वहीं कांग्रेस ने भी बड़े नेताओं की सूची जारी कर दी है।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि मतदाताओं के बीच इस बात को रखेंगे कि सरकार की ओर से तीर्थस्थानों के सरकारी नियंत्रण के लिए बनाया गया कानून गलत था। हमने उसका पुरजोर विरोध किया।
केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा प्रदेश नेतृत्व मुख्यमंत्री धामी, पूर्व सीएम डा. रमेश पोखरियाल निशंक, विजय बहुगुणा, त्रिवेंद्र रावत, तीरथ रावत के साथ ही सांसद अनिल बलूनी समेत अन्य नेताओं को प्रचार में झोंकेने जा रही है। दूसरी ओर, कांग्रेस की ने भी स्टार प्रचार उतार दिए हैं।
पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे उनके एक वीडियो में वह ईडी, सीबीआई और उत्तराखंड के नेताओं को लेकर चुटकी ले रहे हैं।
केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए नामांकन शुरू हो गए हैं। केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र महिलाओं को सत्ता में लाने के मामले में अलग पहचान रखता है। इस सीट पर भाजपा की आशा नौटियाल 2002 और 2007 में लगातार दो बार विजयी रहीं।
बीजेपी की आशा नौटियाल जहां पार्टी की पुरानी कार्यकर्ता हैं वहीं कुलदीप और ऐश्वर्या का नाता हाल ही में पार्टी से जुड़ा है। केदारनाथ उपचुनाव में कांग्रेस से मनोज रावत प्रत्याशी बने हैं।
केदारनाथ उपचुनाव के लिए भाजपा स्टेट पार्लियामेंट्री बोर्ड ने छह नामों पर पैनल केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड को भेजा था। बीजेपी ने आशा नौटियाल को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस के मनोज रावत चुनावी रण में उतरे हैं।
केदारनाथ उपचुनाव में अब एक-दो दिन में कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा हो सकती है। पार्टी अंतिम तिथि से एक दिन पहले 28 अक्तूबर तक नामांकन की तैयारी कर रही है। इससे पूर्व पार्टी हाईकमान की ओर से प्रत्याशी चयन प्रक्रिया के तहत पर्यवेक्षकों को क्षेत्र भ्रमण पर भेजा गया था।
कांग्रेस पर्यवेक्षक सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। इधर, चुनाव से पहले राजनीतिक दलों में दल-बदल की भी सुगबुगाहट है। केदारनाथ विधानसभा सीट के लिए 20 नवंबर को उपचुनाव होना है।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने घर घर जाकर सदस्य बनाने का अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि राज्य में कुल 20 लाख 17 हजार 397 सदस्य बनाए गए हैं।
बीजेपी और कांग्रेस की केदारनाथ उपचुनाव में जीत पर निगाहें टिकीं हुईं हैं। दोनों की पाटियों के बीच पिछले ढाई साल में दोनों के बीच पांचवां सियासी संग्राम होने जा रहा है।
कांग्रेस ने भी जीत के लिए पूरी तैयारी कर ली है। दरअसल, भाजपा पिछले दो महीनों से केदारनाथ उपचुनावों की तैयारी में जुटी हुई है।
केदारनाथ उपचुनाव में बीजेपी ने रणनीति बनाई है। बदरीनाथ और मंगलौर उपुचनाव में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने बताया कि केंद्रीय राज्यमंत्री तीन दिन तक विधानसभा क्षेत्र में रहेंगे।
धन सिंह नेगी ने कहा कि हम हमेशा मन एवं विचारों से भाजपा से ही जुड़े रहे हैं। ऐसे में पार्टी में दोबारा आने पर बहुत गौरवशाली महसूस कर रहा हूं। उन्होंने पार्टी नेतृत्व को भरोसा दिलाया कि वे सभी अब पहले से अधिक शक्ति से संगठन कामों में लगेंगे।
विदित है कि बदरीनाथ और मंगलौर के उपचुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में पार्टी ने केदारनाथ उपचुनाव की घोषणा से पहले ही तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत पांच कैबिनेट मंत्रियों को मंडल स्तर पर उतारकर मतदाताओं को साधने की कोशिश में जुट गई है।
उत्तराखंड कांग्रेस ने दिल्ली के केदारनाथ मंदिर निर्माण, केदारनाथ मंदिर से सोना चोरी जैसे कई मामलों को लेकर 24 जुलाई से केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा की शुरुआत हरिद्वार में गंगा पूजन के साथ की थी।
हरिद्वार पंचायत के चुनाव में पहली बार भाजपा ने एकतरफा जीत हासिल की। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में भाजपा ने फिर पांचों सीटें जीत कर हैट्रिक भी लगाई। भाजपाइयों ने बधाई दी है।
जो लोकसभा चुनावों किसी भी विधानसभा में कांग्रेस की सबसे बड़ी लीड है। इस तरह सीट पर भाजपा के सामने उपचुनाव में सत्ताधारी दल की जीत का मिथक बरकरार रखने की चुनौती है। जीत के लिए प्लान भी बनाया।
एक प्रत्याशी के लिए चुनाव खर्च की सीमा 95 लाख रुपये तय की थी। भाजपा के अजय टम्टा ने सबसे अधिक 7698843 रुपये चुनाव प्रचार में लगाए। एक मतदाता को रिझाने के लिए उन्हें 11.77 रुपये कीमत चुकानी पड़ी।
दोनों मामले अंतरंग पलों से जुड़े हैं, इसलिए सोशल मीडिया पर खूब चर्चाएं हो रही है। दोनों पक्ष दबी जुबान में सफाई भी पेश कर रहे हैं। इन मामलों पर लोग खूब प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
लोगों के उत्साह और उमंग देखकर लगता है दिल्ली वाकई दिल वालों की है। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली की सात लोकसभा सीटें जीतकर दिल्लीवासी इतिहास दोहराने वाले हैं। सीएम धामी आप, व कांग्रेस पर जमकर बरसे।
महेंद्र भट्ट ने कहा कि पार्टी पदाधिकारियों को निकाय चुनावों की तैयारी में जुटने के निर्देश दिए गए हैं। मतदाता सूची में लोगों के नाम जोड़ने, सर्वसम्मति से प्रत्याशियों का चयन करने का प्लान है।
इन दलों को हर साल अपनी ऑडिट रिपोर्ट और आईटीआर रिपोर्ट आयोग को देनी होती है। राज्य निर्वाचन आयोग गत अक्तूबर में ही सभी दलों को वित्तीय वर्ष 2022-23 की ऑडिट और आईटीआर रिपोर्ट जमा करने को कह चुका है।
इससे साफ है कि चंदा के बदले लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया गया। उन्होंने कहा कि कंपनी ने ब्रिटेन की अदालत में स्वीकार किया कि उनकी वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।