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:::: भर्ती घोटाला :::: - पीठ के एक न्यायाधीश ने जमानत दी,
हैडिंग विकल्प :: शिक्षक भर्ती घोटाले में पार्थ चटर्जी गिरफ्तार कोलकाता, एजेंसी। केंद्रीय
पूर्व मंत्री के वकील ने अदालत से कहा कि उनका मुवक्किल गत 113 दिनों से हिरासत में है और दावा किया कि अब उसे कारागार में रखने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा सुनवाई पूरी होने में लंबा समय लगेगा।
पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी इन दिनों जेल की सलाखों के पीछे समय बिता रहे हैं। उनके घरों से भारी मात्रा में नकदी बरामद होने के बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया था।
ईडी ने पार्थ चटर्जी की 48 करोड़ की और संपत्ति कुर्क कर दी है। इससे पहले भी 50 करोड़ की ज्यादा संपत्ति बरामद की जा चुकी है। पार्थ और अर्पिता इस समय जेल में हैं।
पार्थ चटर्जी अगस्त की शुरुआत से प्रेसीडेंसी सुधार गृह में बंद थे। शुक्रवार को अदालत ने उन्हें सीबीआई की अपील के बाद उसकी हिरासत में भेज दिया। इसके अलावा गंगोपाध्याय की जमानत से भी इनकार कर दिया।
पार्थ चटर्जी ने ऑनलाइन सुनवाई के दौरान न्यायाधीश से कहा, “मैं सार्वजनिक रूप से अपनी छवि को लेकर बहुत चिंतित हूं। मैं अर्थशास्त्र का छात्र था। मंत्री बनने से पहले मैं विपक्ष का नेता था।”
अदालत ने बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की न्यायिक हिरासत 14 सितंबर तक बढ़ा दी है। दोनों को बीती 23 जुलाई को ईडी ने गिरफ्तार किया था।
भ्रष्टाचार के आरोप सामने आने के बाद पार्थ चटर्जी को सरकार और पार्टी से बाहर कर दिया गया था। साहा ने कहा, 'पार्थ चटर्जी भ्रष्टाचार की गतिविधियों में शामिल थे और इसलिए पार्टी ने उन्हें अलग कर दिया।'
पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को कोर्ट ने 31 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए हैं। ईडी ने शिक्षक भर्ती घोटाला के आरोप में दोनों को 25 जुलाई को गिरफ्तार किया था।
बता दें कि स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) की ओर से की गई भर्तियों में कथित अनियमितता में धन के लेन-देन से जुड़ी जांच के सिलसिले में 23 जुलाई को चटर्जी और मुखर्जी को गिरफ्तार किया था।
नौकरी के बदले रिश्वत घोटाले में एक मुख्य आरोपी पार्थ चटर्जी को ईडी ने 23 जुलाई को गिरफ्तार किया। वह 5 अगस्त से न्यायिक हिरासत में जेल में बंद है। चटर्जी जेल में कैदी नंबर 943799 से जाने जाते हैं।
कुणाल घोष ने 28 जुलाई को अपनी पार्टी से अपील की थी कि पार्थ चटर्जी को मंत्रीपद और पार्टी के सभी पदों से हटाया जाए। स्कूल जॉब्स घोटले में चटर्जी का नाम आने के बाद उन्होंने यह मांग रखी थी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्थ के भरोसेमंद नौकरशाहों पर ऐक्शन लेना शुरू कर दिया है। दो नौकरशाहों को राज्य के कार्मिक और प्रशासनिक सुधार विभाग से अनिश्चित काल के लिए अनिवार्य प्रतीक्षा पर भेजा गया है
पार्थ चटर्जी के वकील ने आज जमानत की गुहार लगाते हुए कहा, "वह अब राजनीतिक व्यक्ति नहीं हैं। यदि आवश्यक हो तो वह विधायक पद छोड़ सकते हैं।"
अर्पिता मुखर्जी की वकील ने शुक्रवार को दावा किया उनके मुवक्किल को जान को खतरा है। हम उसके लिए एक डिवीजन 1 कैदी श्रेणी चाहते हैं। उनके भोजन और पानी की पहले जांच की जानी चाहिए।
‘नोटों के पहाड़’ और तमाम कागजों के मिलने के बीच ईडी का एक्शन फ्लैट नंबर 503 पर आकर रुक गई है। ईडी की टीम यह सुराग लगाने में जुटी है कि आखिर इस फ्लैट का राज क्या है, लेकिन इसे खुलवाया नहीं जा सका।
पूछताछ के दौरान अर्पिता मुखर्जी तो सहयोग कर रही थीं, लेकिन चटर्जी गोलमाल जवाब दे रहे थे। जांच एजेंसी ने बताया कि इस दौरान दोनों से बीते महीने बरामद गिए गए दस्तावेजों को लेकर भी पूछताछ हुई।
बैसाखी बनर्जी ने कहा, 'यह देखना अजीब लगता था कि साधारण बैकग्राउंड से आने वाले स्टूडेंट लीडर्स एजुकेशनल सेक्टर में पावरफुल और बड़े नाम बन जाते थे। WBCUPA के बीच एक सिंडिकेट काम कर रहा था।'
पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की।
पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शिक्षक भर्ती घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रहे ईडी ने गुरुवार को एक और फ्लैट पर छापा मारा।
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के निलंबित नेता और कथित शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार पार्थ चटर्जी पर मंगलवार को कोलकाता के आमताला इलाके में एक महिला ने जूता भी फेंका था।
ईडी लंबे समय से पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की करीबी के बारे में पता लगा रही थी। ईडी के हाथ कुछ ऐसे दस्तावेज लगे जिससे पुख्ता हो गया कि अर्पिता पार्थ की करीबी सहयोगी है।
ईडी के अधिकारियों के मुताबिक गिरफ्तारी से ठीक पहले पार्थ चटर्जी ने अर्पिता मुखर्जी के लिए दो लग्जरी कार बुक की थीं। इनका अडवांस पेमेंट भी कर दिया गया था लेकिन डिलिवरी से पहले ही दोनों गिरफ्तार हो गए।
पार्थ चटर्जी ने इससे पहले भी यह कहा था कि उनके विरुद्ध साजिश की जा रही है। मालूम हो कि पार्थ चटर्जी को स्कूल भर्ती घोटाला के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया है।
22 जुलाई को अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से 21 करोड़ रुपये बरामद हुए थे। एक दिन बाद ईडी ने अर्पिता मुखर्जी और पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने मुखर्जी के एक अन्य फ्लैट से 29 करोड़ रुपये बरामद किए।
ईडी के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि इन लग्जरी कारों के संबंध इस मामले से है, क्योंकि इनमें से एक कार अर्पिता मुखर्जी को पूर्व मंत्री ने उपहार में दिया था।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भले ही अर्पिता मुखर्जी के लक्जरी घरों पर छापा मारा, लेकिन उत्तर 24 परगना में उनका पुश्तैनी घर सुर्खियों से बाहर रहा। यहां अर्पिता की मां मिनाती मुखर्जी रहती हैं।
अर्पिता मुखर्जी के ड्राइवर प्रणब भट्टाचार्य ने इस बात की पुष्टि की है कि कई लग्जरी कार पिछले तीन महीनों से गायब हैं। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ होंडा सिटी में उन्हें घुमाने की जिम्मेदारी थी।