पैसा मेरा नहीं, समय आने दीजिए... पता चल जाएगा; SSC घोटाले में साजिश की बात पार्थ चटर्जी ने दोहराई
पार्थ चटर्जी ने इससे पहले भी यह कहा था कि उनके विरुद्ध साजिश की जा रही है। मालूम हो कि पार्थ चटर्जी को स्कूल भर्ती घोटाला के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया है।
SSC घोटाले में गिरफ्तार बंगाल सरकार के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को रविवार को ESI हॉस्पिटल लाया गया, जहां उनकी मेडिकल जांच होगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि ED ने जो पैसे बरामद किए हैं, वो मेरे नहीं हैं। पार्थ चटर्जी ने कहा, 'समय आने दीजिए... आपको यह पता चलेगा कि इन पैसों का संबंध मुझसे नहीं है।'
पार्थ चटर्जी ने इससे पहले भी कहा था कि उनके विरुद्ध साजिश की जा रही है। चटर्जी को स्कूल भर्ती घोटाला के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। बीते शुक्रवार को उन्हें मेडिकल जांच के लिए कोलकाता के ईएसआई अस्पताल ले जाया गया था। अस्पताल के बाहर वाहन से उतरते समय उन्होंने कहा कि उन्हें 'साजिश का शिकार' बनाया जा रहा है।
'साजिश है तो इसमें शामिल लोगों के नाम बताएं'
इस बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था कि पूर्व मंत्री अगर किसी साजिश का दावा कर रहे हैं तो उनको उन सभी के नाम का खुलासा करना चाहिए, जो इसमें शामिल हैं। घोष ने कहा, 'चटर्जी कोई साधारण व्यक्ति नहीं हैं। वह एक प्रभावशाली मंत्री और तृणमूल के वरिष्ठ नेता थे। उन्हें साजिश में शामिल लोगों के नाम बताने चाहिए।'
पांच बैंक खातों से लेनदेन पर रोक लगाने की प्रक्रिया शुरू
वहीं, ईडी ने पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के पांच बैंक खातों से लेनदेन पर रोक लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिनमें जांच एजेंसी को कम से कम दो करोड़ रुपये मिले हैं। एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि मुखर्जी की कई फर्जी कंपनियों के बैंक खाते भी ईडी की जांच के दायरे में हैं। अधिकारी ने बताया, 'मुखर्जी के पांच बैंक खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। इन खातों में कुल करीब दो करोड़ रुपये मिले हैं। हमें संदेह है कि इन खातों का इस्तेमाल कई लेन-देन करने के लिए किया गया था और आगे की जांच की जा रही है।'