पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की मुश्किलें नहीं हुई कम, 14 सितंबर तक फिर मिली जेल
अदालत ने बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की न्यायिक हिरासत 14 सितंबर तक बढ़ा दी है। दोनों को बीती 23 जुलाई को ईडी ने गिरफ्तार किया था।
पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपी पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी की मुश्किल कम होने का नाम नहीं ले रही है। बुधवार को विशेष अदालत ने बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की न्यायिक हिरासत 14 सितंबर तक बढ़ा दी है। दोनों को बीती 23 जुलाई को ईडी ने गिरफ्तार किया था।
बुधवार को पश्चिम बंगाल में कोलकाता की विशेष अदालत ने स्कूल नौकरी घोटाले में ईडी द्वारा गिरफ्तार ममता सरकार के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दी है। इससे पहले 18 अगस्त को भी कोर्ट ने दोनों को 31 अगस्त तक जेल भेजने का आदेश दिया था।
गौरतलब है कि पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को ईडी ने 23 जुलाई को पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की अवैध नियुक्तियों में धन के मामले की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। ईडी ने चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के फ्लैटों से 49.80 करोड़ रुपये कैश, ज्वैलरी और संपत्तियों और एक कंपनी के संयुक्त होल्डिंग्स के दस्तावेज बरामद किए थे।
इसके बाद ममता बनर्जी सरकार ने चटर्जी को उनके मंत्री पद से मुक्त किया। जबकि पार्टी ने भी उन्हें गिरफ्तारी के बाद सभी पदों से हटा दिया था।
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