सैयद हैदर रज़ा साहब की 101 वीं जन्म शताब्दी पर सेंटर पोम्पीदु में रज़ा साहब के चित्रों की एक विशाल प्रदर्शनी देखने का अवसर मिला। इसमें 90 से भी अधिक कलाकृतियाँ और करीब 83 दस्तावेज़ देखने का अवसर मिला।
शुरू-शुरू में एग्जिट पोल की साख बहुत अच्छी थी। बहुत कम सर्वे करने वाली एजेंसियां थीं और वे पूरी ईमानदारी से काम करती थीं। ऐसे में, उनकी भविष्यवाणियां शत-प्रतिशत सटीक न भी हों, मगर बिल्कुल उलट नहीं...
यूक्रेन में हालात अब बदतर हो चले हैं, जबकि इसके कई शहरों में अब भी भारतीय नौजवान फंसे हुए हैं। उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जाए। अव्वल तो यह नौबत ही नहीं आनी चाहिए थी, आखिर यह युद्ध कोई अचानक...
पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य को देखते हुए हमें अब जैविक कृषि पर पर्याप्त जोर देना चाहिए। अभी स्थिति यह है कि चाहकर भी आम आदमी रासायनिक खाद से मुक्त जैविक शाक-सब्जी सुलभता से नहीं खरीद सकता। आज जिस तरह...
पहले नवजात पुत्री की मौत और उसके बाद सिर से पिता का साया उठने से शोक-संतप्त बड़ौदा रणजी टीम के 29 वर्षीय क्रिकेटर विष्णु सोलंकी के ग्रुप चरण के तीसरे और आखिरी मैच को खेलकर घर जाने का फैसला समस्त...
युद्ध हमेशा हानिकारक साबित हुए हैं। मुट्ठी भर सत्ताधीशों ने अहंकार में आकर जब भी युद्ध छेड़ा, तब उसमें बेकुसूर और निहत्थे लोग ही मारे गए। पिछले एक सप्ताह से यूक्रेन में जो कुछ हो रहा है, उसमें छोटे...
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को देखकर लगता है कि 21वीं सदी की विश्व-सभ्यता अव्यवस्था और नेतृत्वहीन पाषाण काल में प्रवेश कर गई है। तभी तो दबंगई की राजनीति और शक्ति आधारित भू-राजनीति का डंका बज रहा है।...
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में इजाफा होने से पेट्रोलियम पदार्थों की घरेलू कीमतों में बढ़ोतरी लाजिमी है। सरकारी तेल कंपनियों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के...
रूस-यूक्रेन युद्ध भारत की चिंताएं बढ़ा रहा है। वहां हमारे कई नागरिक फंसे हुए हैं, जिनमें से ज्यादातर विद्यार्थी हैं। इन सबको यूक्रेन से सकुशल वापस लाना बहुत जरूरी है। हालांकि, भारत सरकार इन सबकी...
देश दुनिया में कहीं शांति नहीं है। अब चिंता के बादल पूरे विश्व पर मंडरा रहे हैं। रूस ने यूक्रेन पर हमला जो कर दिया है। विश्व के चारों कोनों में उथल-पुथल मची है, लेकिन धैर्य, शांति और सौहार्द की कोई...
अफगानिस्तान को भारत ने मानवीय सहायता के रूप में 50 ट्रकों में 2,500 मिट्रिक टन गेहूं की पहली खेप भेजी है। कुल 50 हजार मिट्रिक टन गेहूं भेजने की योजना है। गौरतलब है कि भारत ने कोरोना काल में भी...
यूक्रेन के साथ रूस की तनातनी ने पूरी दुनिया को तीसरे विश्व युद्ध के मुहाने पर ला खड़ा किया है। इसमें एक तरफ अमेरिका सहित पश्चिम दुनिया के देश हैं, तो दूसरी ओर रूस व चीन जैसे सामरिक ताकत वाले देश।...
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में बेसहारा पशुओं से बर्बाद होती फसलों का मुद्दा उठाया जा रहा है। देखा जाए, तो इसके लिए पशुपालक ही जिम्मेदार हैं। दुधारू रहने तक तो मवेशियों को बांधकर रखना और बेकार...
देश में आए दिन पेट्रोल-डीजल की खपत बढ़ रही है। जाहिर सी बात है कि जब खपत में वृद्धि होगी, तो इनकी कीमतों में भी उछाल आएगा ही। इससे आमजन की परेशानी बढ़ गई है। इस स्थिति से निजात पाने के लिए अक्षय ऊर्जा...
जून 2020 से अब तक चीन के 200 से अधिक एप को भारत प्रतिबंधित कर चुका है। इससे चीन बौखलाया हुआ है। अपनी धूर्तता का परिचय देते हुए वह हमेशा नए-नए एप बना रहा है और हमारी गोपनीय जानकारियां हैक करके हमारी...
हमेशा की तरह चुनाव के समय ध्रुवीकरण चरम पर है। जिस तरह कभी शिव सैनिक महाराष्ट्र में उत्तर प्रदेश और बिहार के कामगारों को अपने यहां से भगाने के लिए दुर्व्यवहार करते थे, आज पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत...
विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी द्वारा किए गए बैंक घोटालों से देश अभी संभल ही रहा था कि एबीजी शिपयार्ड कंपनी द्वारा करीब 23 हजार करोड़ रुपये के बैंक घोटाले की खबर सामने आई है, जिसने सभी को चौंका...
सभी नेता यही कहते हैं कि इस देश की व्यवस्था संविधान के मुताबिक चलेगी। मगर चुनाव-दर-चुनाव धर्म, जाति को लेकर या एक-दूसरे पर व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोपों के जरिये माहौल खराब किया जा रहा है। नेताओं के...
देश में एक बार फिर बैंकों के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसे अंजाम दिया है एक शिपिंग कंपनी ने। आरोप है, उसने अपनी सहायक कंपनी द्वारा 28 बैंकों में गड़बड़ी की और 22 हजार करोड़ रुपये से अधिक का...
चुनाव लोकतंत्र का महापर्व होता है। अब से तीन-चार दशक पूर्व लोकप्रियता से परिपूर्ण व्यक्तित्व को लोग श्रद्धा से चुनते थे। लोकप्रियता का मूल्यांकन इस आधार पर होता था कि व्यक्ति समाज के प्रति कितना...