हापुड़ में पित्तरों के तर्पण के लिए 106 गरीब बच्चे गोद लिए गए हैं। 60 समाज सेवियों ने 11 महानगरों के 106 गरीब बच्चों के खर्चे का जिम्मा लिया है। दिल्ली समेत कई राज्यों के कारोबारियों ने एक साल की पढ़ाई और खाने के खर्च का जिम्मा लिया।
मणिपुर हिंसा, कोलकाता हत्याकांड और ओडिशा ट्रेन हादसे के मृतकों का गया में गुरुवार को सामूहिक पिंडदान किया गया। चंदन कुमार सिंह और उनका परिवार बीते 24 सालों से यह काम कर रहा है।
Pitru Paksha 2024: पितरों को खुश करने के लिए ज्यादातर घरों में अरहर की दाल की बजाय मूंग की दाल बनती है। बिना लहसुन प्याज के मूंग की दाल को टेस्टी बनाना चाहते हैं तो इस तरीके से बनाएं।
Pitru Paksha Upay to Please Ancestors: हिंदू धर्म में पितरों को देवता तुल्य माना गया है। पितृ पक्ष में जरूरतमंदों को दान करना व बिल्ली, कौवे व चीटिंयों आदि को भोजन देना शुभ माना गया है। जानें पितृ पक्ष में पितरों को प्रसन्न करने के लिए क्या करना चाहिए-
Pitru Paksha 2024: पूर्वजों के तर्पण के लिए भी अगर काशी जा रहे हैं विश्वनाथ धाम के दर्शन तो जरूर करते होंगे। विश्वनाथ धाम के साथ इन मंदिरों के दर्शन जरूर करें। तभी आपकी काशी यात्रा को पूरा माना जाता है।
Sarva Pitru Moksha Amavasya 2024: शास्त्रों के अनुसार, अगर कोई संपूर्ण तिथियों पर श्राद्ध नहीं कर पाया है तो वह सर्वपितृ अमावस्या पर श्राद्ध कर सकता है। इसी तरह पूर्वजों या पितरों की मृत्यु तिथि ज्ञात न होने पर अमावस्या तिथि को श्राद्ध किया जा सकता है। जानें कब सर्वपितृ अमावस्या-
Pitru Paksha Impact 2024: हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व होता है। इस साल पितृ पक्ष में कई धार्मिक घटनाएं होने वाली हैं। जानें ज्योतिषाचार्य नीरज धनखेर से मेष से मीन राशि वालों पर पितृ पक्ष के दौरान वित्त व करियर पर क्या पड़ेगा प्रभाव-
Pratipada ka shradh kab hai: पितृ पक्ष 18 सितंबर 2024, बुधवार से प्रारंभ हो रहे हैं। पहले दिन प्रतिप्रदा या पड़वा श्राद्ध मनाया जाता है। जानें प्रतिपदा तिथि के दिन किन पूर्वजों या पितरों का श्राद्ध कर सकते हैं और श्राद्ध, तर्पण के शुभ मुहूर्त-
Shradh 2024, Pitru Paksha: इस साल 15 दिनों तक पितृपक्ष चलेंगे। इन 15 दिनों में पितरों की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध करने की परंपरा है। पितृ पक्ष में किए गए श्राद्ध कर्म से वंशजों का पितृ दोष दूर हो सकता है।
Pitru Paksha 2024 Shradha : पितर खुश रहें तो सुख-समृद्धि व वंश वृद्धि का आशीष प्राप्त होता है। इस साल मंगलवार के दिन 17 सितंबर, 2024 को पितृ पक्ष की शुरुआत होने जा रही है।
Pitru paksha me kya karna aur kya nahi karna chahiye: हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का समय बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। इस दौरान कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है, जबकि कुछ चीजों को करना अत्यंत शुभ माना गया है। जानें पितृपक्ष या श्राद्ध पक्ष में क्या करें और क्या न करें-
Pitra Dosh ke Lakshan and Upay: पितृ पक्ष में पितरों को प्रसन्न करने व उनका आशीष प्राप्त करने के लिए श्राद्ध, तर्पण व पिंडदान किया जाता है। जब व्यक्ति पितृ दोष से पीड़ित होता है तो उसे कई अड़चनों का सामना करना पड़ता है। जानें पितृ दोष के लक्षण व उपाय-
Pitru Paksha start to end date 2024: पितृ पक्ष में पितरों का दान, तर्पण व श्राद्ध कर्म किया जाता है। मान्यता है कि इस अवधि में श्राद्ध कर्म करने से पितर प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं। जानें इस साल पितृ पक्ष में श्राद्ध की तिथियां-
सीएम नीतीश ने आज गया में पितृपक्ष मेले के तैयारियों की समीक्षा की, इस दौरान उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिए। कि ऐसी व्यवस्था हो कि श्रद्धालु अच्छे अनुभव लेकर जाएं। साथ ही दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए विशेष सुविधा सुनिश्चित की जाए।
Pitrupaksh dates:पूर्वजों को मोक्ष दिलाने का महापर्व पितृपक्ष मेला 19 दिनों बाद शुरू होगा। 17 सितंबर को राजकीय मेले का उद्घाटन होगा। इसी दिन से देश के विभिन्न प्रदेशों से पिंडदानियों का आना शुरू हो जाएगा।
Pitru Paksha 2024 dates आपको बता दें कि अपने परिवार में तीन पीढ़ियों तक ही श्राद्ध कर्म किए जाते हैं, उसके बाद श्राद्ध कर्म नहीं किए जाते हैं। स्वास्थ्य, समृद्धि, आयु, सुख- शान्ति, वंशवृद्धि एवं उत्तम सन्तान की प्राप्ति होती है।