CM नीतीश ने पितृपक्ष मेले की तैयारियों का लिया जायजा, बोले- गया से अच्छे अनुभव लेकर जाएं पिंडदानी
सीएम नीतीश ने आज गया में पितृपक्ष मेले के तैयारियों की समीक्षा की, इस दौरान उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिए। कि ऐसी व्यवस्था हो कि श्रद्धालु अच्छे अनुभव लेकर जाएं। साथ ही दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए विशेष सुविधा सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि पितृपक्ष मेले में श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा नहीं होगी। मुख्यमंत्री शनिवार को गया समाहरणालय में पितृपक्ष मेला 2024 की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मेले की तैयारी ऐसी होनी चाहिए कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु यहां से अच्छा अनुभव लेकर जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राजकीय मेला है। यहां सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता का पुख्ता प्रबंध होना चाहिए। असामाजिक तत्वों पर विशेष निगाह रखने की आवश्यकता है। मेले में देश के कोने-कोने एवं विदेशों से तीर्थयात्री बड़ी संख्या में श्रद्धाभाव से अपने पूर्वजों का पिंडदान और तर्पण करने गया की मोक्षभूमि आते हैं। इसके पहले मुख्यमंत्री ने फल्गू नदी के किनारे आयोजित कार्यक्रम स्थल से विष्णुपद मंदिर तक वैकल्पिक पहुंच पथ तथा एकीकृत जलनिकासी कार्य का उद्घाटन किया।
खास निर्देश
लावारिस पशुओं को गौशाला में रखें
दिव्यांग एवं वृद्ध व्यक्तियों के लिए विशेष सुविधा हो
शौचालय की नियमित सफाई हो, जल को भी स्वच्छ रखें
घाटों, तालाबों एवं रास्तों की नियमित रूप से सफाई हो
सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर गंगा जल की व्यवस्था हो
सीएम नीतीश ने एक वाकए का जिक्र करते हुए कहा कि मैं इस बात को नहीं भूल सकता हूं कि एक बार मुझे एक महिला श्रद्धालु ने बताया था कि यहां पिंडदानियों को काफी दिक्कत होती है। इसके बाद जब से हमें काम करने का मौका मिला, हमने पिंडदानियों की सुविधाओं को लेकर कई काम किए। हर वर्ष पितृपक्ष मेले की तैयारियों का जायजा लेने आते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की हर प्रकार की सुविधाएं सुनिश्चित की जाती हैं।’
गया के जिलाधिकारी डॉ त्याग राजन एस.एम. ने बताया कि पितृपक्ष मेले की सूचना के लिए पिंडदान गया मोबाइल एप विकसित किया गया है। कॉल सेंटर के माध्यम से भी श्रद्धालुओं को सभी प्रकार की जानकारी मिलेगी। इस मौके पर जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, गया जिले के प्रभारी मंत्री नीतीश मिश्रा, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, नगर विकास एवं आवास मंत्री नितिन नवीन, लघु जल संसाधन मंत्री संतोष कुमार सुमन, पूर्व मंत्री सह विधायक कुमार सर्वजीत, विधान पार्षद कुमुद वर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार
मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक आलोक राज, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव डॉ.बी.राजेन्दर के अलावा विभिन्न विभागों के सचिव व अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
इससे पहले सीएम नीतीश ने घुघरीटांड बाईपास से विष्णुपद जोड़ने वाले पाथ वे का शुभारंभ किया। पितृपक्ष मेला की तैयारियों का जायजा लिया। जिसके बाद विष्णुपद मंदिर पहुंचे और गर्भगृह में विशेष पूजा-अर्चना की। बाईपास से बन रहे पाथ वे से श्रद्धालुओं को जाम से मुक्ति मिलेगी। बिना जाम में फंसे बाईपास से सीधा विष्णुपद मंदिर क्षेत्र तक पहुंचने में आसानी होगी। 450 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा पाथ वे का शुभारंभ किया।
आपको बता दें 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक पितृपक्ष मेला चलेगा। जिसमें हर साल लाखों की तादाद में श्रद्धालु पिंडदान के लिए गया पहुंचते हैं। इस साल भी 10 से 15 लाख तक के श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आलाधिकारियों को पितृपक्ष मेला को यादगार बनाने का निर्देश दिया। वहीं सीएम के कार्यक्रम में तब्दील कर दिया। गया समाहरणालय में समीक्षा बैठक के बाद गया एयरपोर्ट के लिए निकल गए। इससे पहले सीएम नीतीश ने घुघरीटांड बाईपास से विष्णुपद जोड़ने वाले पाथ वे का शुभारंभ किया। पितृपक्ष मेला की तैयारियों का जायजा लिया।
जिसके बाद विष्णुपद मंदिर पहुंचे और गर्भगृह में विशेष पूजा-अर्चना की। बाईपास से बन रहे पाथ वे से श्रद्धालुओं को जाम से मुक्ति मिलेगी। बिना जाम में फंसे बाईपास से सीधा विष्णुपद मंदिर क्षेत्र तक पहुंचने में आसानी होगी। 450 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा पाथ वे का शुभारंभ किया। आपको बता दें 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक पितृपक्ष मेला चलेगा। जिसमें हर साल लाखों की तादाद में श्रद्धालु पिंडदान के लिए गया पहुंचते हैं। इस साल भी 10 से 15 लाख तक के श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।