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Hindi Newsधर्म न्यूज़Pitra Dosh ke Lakshan and Upay Signs to identify Pitra Dosh in Kundali pitru dosha symptoms

Pitra Dosh Effects: पितृ दोष होने पर मिलते हैं ये संकेत, जानें कैसे लगता है व मुक्ति के उपाय

  • Pitra Dosh ke Lakshan and Upay: पितृ पक्ष में पितरों को प्रसन्न करने व उनका आशीष प्राप्त करने के लिए श्राद्ध, तर्पण व पिंडदान किया जाता है। जब व्यक्ति पितृ दोष से पीड़ित होता है तो उसे कई अड़चनों का सामना करना पड़ता है। जानें पितृ दोष के लक्षण व उपाय-

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तानWed, 11 Sep 2024 06:29 AM
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Signs to identify Pitra Dosh: जिस तरह से हम देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए पूजा-पाठ करते हैं, ठीक उसी तरह से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्राद्ध, कर्म व तर्पण किया जाता है। हिंदू धर्म में पितरों को देव माना गया है। मान्यता है कि अगर पितरों का तर्पण, पिंडदान व श्राद्ध विधिपूर्वक नहीं किया जाता तो परिवार पितृ दोष से पीड़ित हो जाता है। कहते हैं कि अगर किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में पितृ दोष होता है, तो उसके जीवन में कई तरह की परेशानियां आने लगती हैं। जानें पितृ दोष के लक्षण व उपाय-

पितृ दोष के लक्षण-

1. शास्त्रों के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति पितृ दोष से पीड़ित है तो भरसक प्रयासों के बाद भी उसका वंश आगे नहीं बढ़ता है। ऐसे व्यक्ति को संतान प्राप्ति में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

2. घर में पीपल के पौधे का उगना भी पितृ दोष का एक लक्षण माना गया है। घर के आंगन, घर की दरारों या टूटे गमलों में पीपल का पौधा उगना बुरा संकेत माना जाता है।

3. अगर व्यक्ति को कड़ी मेहनत के बाद भी नौकरी चाकरी व व्यापार में परेशानियां आती हैं तो इसे पितृ दोष का एक संकेत माना जाता है। पितृ दोष होने पर जीवन में तरक्की हासिल नहीं होती है।

4. बच्चों का लगातार बीमार पड़ना भी पितृ दोष का एक संकेत माना गया है।

5. परिवार के सदस्यों के बीच बिना बात अक्सर विवाद होना पितृ दोष के लक्षणों में से एक माना गया है।

6. जीवन में छोटी-मोटी दुर्घटनाएं आम बात है लेकिन ये दुर्घटनाएं बहुत ज्यादा या एक के बाद एक होने लगें तो इसे पितृ दोष का संकेत मानना चाहिए।

पितृ दोष से मुक्ति पाने के उपाय- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पितरों की शांति के लिए उनके नाम का भोजन व जल पितृ पक्ष में जरूर निकालना चाहिए। पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए पितृ पक्ष में पितरों का पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध जरूर करना चाहिए। पितृ पक्ष के दौरान पितरों के नाम का दीया जलाना चाहिए। मान्यता है कि पतृ पक्ष के दौरान पितर धरती लोक पर आते हैं और अपने वंशजों को आशीष प्रदान करते हैं।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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