Pitru Paksha 2024: पितृ पक्ष में जा रहे काशी तो इन मंदिरों के दर्शन जरूर करें
Pitru Paksha 2024: पूर्वजों के तर्पण के लिए भी अगर काशी जा रहे हैं विश्वनाथ धाम के दर्शन तो जरूर करते होंगे। विश्वनाथ धाम के साथ इन मंदिरों के दर्शन जरूर करें। तभी आपकी काशी यात्रा को पूरा माना जाता है।
पितृ पक्ष की शुरुआत 18 सितंबर से हो गई है। पितृ पक्ष में अपने पूर्वजों का तर्पण किया जाता है। पूर्वजों के श्राद्ध के लिए काशी को अच्छा माना जाता है। मान्यता है कि काशी में पूर्वजों का पिंड दान करने से उन्हें मोक्ष मिलता है और वो जन्म-मरण से मुक्त हो जाते हैं। अक्सर लोग काशी में पिंड दान के साथ ही काशी विश्वनाथ बाबा के दर्शन के लिए भी जाते हैं। लेकिन काशी में केवल विश्वनाथ बाबा के ही नहीं बल्कि इन मंदिरों के दर्शन करना भी अच्छा होता है। मान्यता है कि इन मंदिरों में दर्शन करने से ही काशी की यात्रा पूरी होती है। जानें कौन से हैं वो मंदिर।
काल भैरव मंदिर के दर्शन
काशी में विश्वनाथ के दर्शन के साथ ही काल भैरव के दर्शन भी करने चाहिए। इस मंदिर में मौजूद काल भैरव को नगर रक्षक के नाम से यहां के लोग जानते हैं।
धुंधिराज गणेश का मंदिर
काशी विश्वनाथ के दर्शन के पहले भगवान गणेश के मंदिर धुंधिराज के दर्शन भी जरूरी होते हैं। भगवान गणेश शिव के पुत्र हैं और पूजा की शुरुआत इन्हीं से होती है। मान्यता है कि भगवान गणेश के इस मंदिर के दर्शन के साथ ही विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने चाहिए।
माता अन्नपूर्णा देवी का मंदिर
काशी विश्वनाथ के दर्शन के बाद माता अन्नपूर्णा के मंदिर में दर्शन जरूर करने चाहिए। जब इन तीन मंदिरों के दर्शन होते हैं, उसके बाद ही काशी की यात्रा को पूरा माना जाता है। और फिर इस शहर में आने का बार-बार मौका मिलता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।