बिहार उपचुनाव के नतीजों पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि झारखंड के बाद अब बिहार की बारी है। 2025 में बिहार में एनडीए की सरकार नहीं बनने देंगे। उपचुनाव भले ही हारे हैं, लेकिन अब परिणामों की समीक्षा की जाएगी। और पूरी ताकत से 2025 का चुनाव लड़ेंगे।
अगले साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनाव से लगभग एक साल पहले चार सीटों के उपचुनाव में एनडीए दलों की बंपर जीत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गठबंधन में और मजबूत बना दिया है।
भोजपुर जिला में सीपीआई-एमएल के नेता राजू यादव का हार ने ऐसा पीछा पकड़ा है कि वो सदन और सीट बदलते रहते हैं लेकिन जीत ही नहीं मिलती। राजू यादव अब तरारी विधानसभा उपचुनाव भी हार गए हैं। ये राजू यादव की लगातार पांचवीं हार है।
भोजपुर जिले में चार बार विधायक रहे नरेंद्र पांडेय उर्फ सुनील पांडेय के बेटे विशाल प्रशांत उर्फ सुशील पांडेय ने तरारी सीट पर पिता सुनील पांडेय और मां गीता पांडेय की हार का बदला सीपीआई-माले से लेकर यहां पहली बार भाजपा का कमल खिला दिया है।
बिहार विधानसभा की चार सीटों के उपचुनाव में सारी सीटें नीतीश कुमार की अगुवाई में चल रहे एनडीए गठबंधन ने जीत ली है। मजेदार ये रहा कि विपक्षी दलों के परिवारवाद पर जहां जनता ने मुहर नहीं लगाई वहीं सत्ताधारी दलों के परिजन जीतकर विधानसभा पहुंच गए।
नीरज ने कहा कि लालू यादव और तेजस्वी सब बातों पर बोलते हैं तो आज के चुनाव परिणाम पर चुप्पी क्यों साथ रखा है। नीतीश कुमार पर कहते हैं कि बिहार नहीं संभल रहा। तो देखिए कैसे आपको संभाल दिया जनता जनता ने।
जन सुराज पार्टी के गठन के समय प्रशांत किशोर ने पटना में हुंकार भरी थी कि नवंबर में चार सीटों के उपचुनाव में सबको हराकर सेटल कर देंगे और 2025 में मुकम्मल कर देंगे। लेकिन नतीजों में जन सुराज ना सिर्फ सारी सीटें हारी है बल्कि तीन सीट पर उसकी जमानत भी मुकम्मल जब्त हो गई।
दूसरों को लड़ाने वाले प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी की पहली चुनावी परीक्षा का रिजल्ट शनिवार को आ रहा है। चार सीटों के उपचुनाव के नतीजे बताएंगे कि दो साल से बिहार में घूम रहे पीके की पार्टी के बस्ते में वोट भी है या बस गुब्बारा ही उड़ रहा है।
बिहार चुनाव को लेकर बीजेपी कोर कमेटी की बैठक दिल्ली में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के घर पर हुई। जिसमें मिशन 2025 पर चर्चा हुई, साथ ही अगले 6 महीनों के लिए पार्टी के कार्यक्रमों के लिए रणनीति बनाई गई। भाजपा के सदस्यता अभियान पर भी चर्चा हुई।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2025 में 18वें विधानसभा चुनाव से पहले बतौर सीएम 15वीं यात्रा पर निकलेंगे। नीतीश की महिला संवाद यात्रा पर राज्य सरकार 225 करोड़ खर्च करेगी। 2005 से अब तक नीतीश 14 यात्रा कर चुके हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पटना में मेट्रो ट्रेन दौड़ा दी जाएगी। प्राथमिक कॉरिडोर पर ट्रैक बिछाने और एक ट्रेन खरीदने से लेकर लिफ्ट एवं एस्केलेटर लगाने तक के लिए 115 करोड़ की राशि कैबिनेट से मंजूर की गई है। 15 अगस्त 2025 तक पटना में मेट्रो ट्रेन दौड़ाने की योजना है।
बिहार विधानसभा की चार खाली सीटों के लगभग एक साल के बचे टर्म के लिए बुधवार को हो रहे उपचुनाव में एनडीए के कोइरी नेताओं की साख दांव पर है। लोकसभा चुनाव में मगध से शाहाबाद तक कुशवाहा वोटरों ने राजग को परेशान कर दिया था।
बिहार की बेलागंज, इमामगंज, तरारी और रामगढ़ विधानसभा सीट पर बुधवार को उपचुनाव के लिए मतदान होगा। इसमें महागठबंधन और एनडीए के बड़े नेताओं की साख दांव पर लगी है। इसी के साथ पहली बार चुनाव लड़ रही प्रशांत किशोर के लिए भी यह अग्निपरीक्षा है।
उन्होंने कहा कि अब हिन्दू-मुस्लिम की लड़ाई नहीं होती। आठ हजार से ज्यादा कब्रिस्तान की घेराबंदी करायी। वहीं 60 साल से ज्यादा पुराने मंदिरों की घेराबंदी का काम भी शुरू हुआ है। मदरसों को सरकारी मान्यता दी गई।
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने आप सबकी आवाज नाम से नई पार्टी बना ली है। आरसीपी लंबे समय तक जेडीयू में रहे और पार्टी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। नीतीश से रिश्ते बिगड़ने के बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थामा था लेकिन वहां भी उन्हें खास तरजीह नहीं मिली।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बीजेपी कोटे के मंत्रियों को नया टास्क दिया है। सभी को रिपोर्ट कार्ड तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी है। बिहार बीजेपी की ये बैठक एनडीए की मीटिंग के बाद भाजपा मुख्यालय में हुई।
बिहार की चार विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में आरजेडी ने तीन सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं, जबकि बीजेपी दो सीटों पर चुनाव लड़ रही है। आरजेडी के सामने अपनी सीटें बचाने की चुनौती है, तो बीजेपी दोनों सीटों पर जीत दर्ज करना चाहेगी।
बिहार की राजनीति में कोइरी जाति के वोटर और नेताओं के बढ़ते महत्व के बीच प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने कैमूर जिले की रामगढ़ सीट से सुशील सिंह कुशवाहा को कैंडिडेट बनाया है। कुशवाहा वोटरों ने लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के पक्ष में पूरे शाहाबाद की राजनीतिक तस्वीर बदल दी थी।
बिहार विधानसभा की चार सीट रामगढ़, तरारी, इमामगंज और बेलागंज में उप-चुनाव के लिए नामांकन का काम तेजी नहीं पकड़ पा रहा है। बड़े दलों के कैंडिडेट तो लगभग तय हो चुके हैं, लेकिन निर्दलीय लड़ने वालों में साल भर के बचे कार्यकाल का विधायक बनने का उत्साह नहीं है।
केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने इमामगंज सीट से अपनी बहू और मंत्री बेटे संतोष सुमन की पत्नी दीपा मांझी को लड़ाने के फैसले का बचाव किया है। मांझी ने परिवारवाद का आरोप लगाने वालों को विकृत मानसिकता का बताया है। संतोष सुमन से दीपा की शादी कराने का राज भी खोला है।
अनुसूचित जातियों के आरक्षण में सब-कोटा के समर्थक जीतनराम मांझी ने इमामगंज उपचुनाव में अपने मंत्री बेटे संतोष सुमन की बीवी दीपा मांझी को टिकट दिया तो चिराग पासवान के सांसद बहनोई अरुण भारती ने मांझी पर तंज कसते हुए क्रीमी लेयर पर उनके स्टैंड की याद दिलाई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू महासचिव मनीष वर्मा को जिम्मेदारी सौंपी है कि वह समता पार्टी के समय के पुराने कार्यकर्ताओं को खोजकर उनका सम्मान करें।
आरसीपी सिंह के समर्थकों ने पटना की सड़कों पर पोस्टर लगाकर संदेश दिया है कि टाइगर अभी जिंदा है। आरसीपी बिहार चुनाव से पहले नई पार्टी बनाने वाले हैं।
लोकसभा चुनाव में सांसद चुने जाने के कारण बिहार विधानसभा की खाली हुई चार सीटों पर उप-चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा हो चुकी है। 13 नवंबर को मतदान और 23 नवंबर को नतीजे आएंगे। चार सीटों में दो सीट राजद, एक सीपीआई-माले और एक हम विधायक के इस्तीफे से रिक्त हुई है।
Bihar Belaganj By Poll Dates: बिहार की बेलागंज विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा चुनाव आयोग ने कर दी गई है। 13 नवंबर को वोटिंग होगी। 23 नवंबर को मतगणना होगी। नामांकन की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर है। बेलागंज की सीट RJD के सुरेंद्र यादव के जहानाबाद से सांसद बनने के चलते खाली हुई है।
Bihar Imamganj By Poll Dates: बिहार की इमामगंज विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा चुनाव आयोग ने कर दी गई है। 13 नवंबर को वोटिंग और 23 नवंबर को मतगणना होगी। नॉमिनेशन की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर है। इमामगंज की सीट जीतन राम मांझी के सांसद बनने के चलते खाली हुई है।
बिहार की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। इनमें से तीन सीटें महागठबंधन के विधायकों के इस्तीफे से खाली हुई हैं, जो लोकसभा चुनाव 2024 में जीतकर सांसद बन चुके हैं। अब तेजस्वी यादव के सामने इन तीनों सीटों को बचाने की चुनौती है।
वीआईपी चीफ मुकेश सहनी ने मुजफ्फरपुर में निषाद संकल्प यात्रा के दौरान कहा कि बिहार में निषादों के बिना सरकार नहीं बनेगी। राज्य में निषाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। एक रोटी कम खाइए, लेकिन अपने बच्चों को पढ़ाइए जरूर।
वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में निषाद समाज अपने बलबूते पर सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। मल्लाह अपनी शर्तों पर अपना हक लेकर दिखाएंगे।
बिहार विधानसभा चुनाव में अब एक साल से कम का समय बचा है। प्रशांत किशोर का नया दल जन सुराज पार्टी मैदान में है। चुनावी रणनीति बनाने के उस्ताद प्रशांत किशोर नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार और लालू यादव की तारीफ करके भी वोटर को भाजपा, जेडीयू और राजद के खिलाफ भड़का रहे हैं।