लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केरल, गुजरात, अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर अपतटीय खनन के लिए केंन्द्र सरतकार द्वारा दी गई अनुमति का विरोध किया है। उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखकर इस अनुमति और जारी टेंडरों को रद्द करने की मांग की है।
हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद INDIA अलायंस में संघर्ष छिड़ गया है। उद्धव ठाकरे की शिवसेना के बाद अब लालू यादव ने भी अलायंस का नेतृत्व राहुल गांधी की बजाय ममता बनर्जी को सौंपने की मांग कर दी है। उन्होंने कहा कि गठबंधन की बेहतरी के लिए प्रयास करने होंगे।
सावरकर के पोते सात्यकी सावरकर द्वारा दायर की गई शिकायत में कहा गया है कि राहुल गांधी ने पिछले वर्ष यूनाइटेड किंगडम में एक कार्यक्रम के दौरान सावरकर के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं।
भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा, 'राहुल गांधी चीन के पक्ष में बोलने के लिए उत्सुक हैं और उन्हें भारत का अपमान करने की आदत है। दुनिया जानती है कि अगस्त 2024 तक चीन का युवा बेरोजगारी दर 17 प्रतिशत है। ऐसे में सवाल है कि क्या CPI के साथ अपने MoU के कारण वह चीन के पक्ष में बोलते हैं…।
दो दिन पहले सुलतानपुर में मंगेश यादव के एनकाउंटर पर शुरू हुई सियासी अभी जारी है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एनकाउंटर को लेकर सरकार को घेरा तो ये मुद्दा बढ़ता चला गया। सत्ता और विपक्ष के बीच वार-पलटवार शुरू हो गया।
अहमदाबाद में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय पर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद राहुल गांधी का बयान सामने आया है। इस रिपोर्ट में जानें राहुल गांधी ने क्या कहा...
Rahul Gandhi remarks expunged: लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण पर कैंची चल गई है। सोमवार को नेता प्रतिपक्ष ने करीब 100 मिनट तक बेहद आक्रामक अंदाज में भाषण दिया था। उन्होंने पीएम पर भी सवाल उठाए थे।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला पर ही हमला बोल दिया। उन्होंने कहा कि आप जब नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाते हैं तो झुक जाते हैं, लेकिन मैं मिलता हूं तो तनकर खड़े रहते हैं।
राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा कि भाजपा लगातार संविधान पर हमला कर रही थी। इसका परिणाम चुनाव में दिखा है। उन्होंने कहा कि हमारे कई नेताओं को जेल में डाला गया। मेरे ऊपर 20 मुकदमे दर्ज किए गए।
Rahul Gandhi portfolio: सभी की निगाहें अब 2024 के लोकसभा चुनाव पर हैं और सभी प्रमुख पार्टियों ने इसके लिए कमर कसनी शुरू कर दी है।