Palmistry : हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हाथ की रेखाओं के को देखकर व्यक्ति के भविष्य की जानकारी प्राप्त हो जाती है। हथेली में कुछ धन की रेखाएं भी होती हैं। जिस व्यक्ति के हाथ में यह शुभ रेखाएं होती हैं।
हस्तरेखा शास्त्र में हाथों की रेखाएं देखकर व्यक्ति के व्यक्तित्व, भविष्य, वर्तमान और अतीत की जानकारी प्राप्त हो जाती है। ज्योतिषशास्त्र की तरह ही हस्तरेखा शास्त्र का भी बहुत अधिक महत्व होता है।
भारतीय ज्योतिष परंपरा में हस्तरेखा शास्त्र का बहुत बड़ा महत्व है। हस्तरेखा ज्योतिष में किसी व्यक्ति के हथेलियों के आकार और हथेली की लकीरों का अध्ययन करके व्यक्ति के बारे में बहुत कुछ बताया जा सकता है।
हथेली की लकीरों यानी हस्त रेखा से मनुष्य के जीवन की भविष्यवाणी की जा सकती है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार रिंग फिंगर और सबसे छोटी उंगली के नीचे सीधी रेखा को धन की रेखा कहा जाता है।
हस्तरेखा शास्त्र की मदद से लोगों की भविष्य में वित्तीय स्थिति, धन और समृद्धि के बारे में भी जानकारी मिल सकती है। आइए आज महिला और पुरुषों की वित्तीय स्थिति को कैसे पता लगाया जा सकता है।
मारी हथेली पर कई ऐसे चिह्न होते हैं जो हमारे भाग्य से जुड़े होते हैं। ऐसी रेखाएं हमारे जीवन और हमारी सुख समृद्धि से सीधे जुड़ी होती हैं। ऐसा ही एक निशान V है जो हमारे भाग्यशाली होने का संकेत करती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लोगों के जीवन में हस्तरेखा का बहुत बड़ा महत्त्व है। ऐसी मान्यता है कि हस्तरेखा की सहायता से किसी व्यक्ति के भविष्य का बहुत हद तक अनुमान लगाया जा सकता है।
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए किस्मत का आपके साथ होना बहुत जरूरी है। लोगों के हाथों में भाग्य, स्वास्थ्य और धन से संबंधित कई रेखाएं पाई जाती हैं।
हथेली की रेखाएं और इसकी बनावट से हम जान सकते हैं कि हमारा करियर कैसा रहेगा, किन क्षेत्रों में हमको अधिक और बेहतर सफलता मिलेगी।
ज्योतिष शास्त्र में हस्तरेखा विज्ञान को बहुत बड़ा महत्व दिया गया है। हस्तरेखा की सहायता से किसी व्यक्ति के चरित्र लक्षण, स्वास्थ्य, धन, ज्ञान, करियर, विवाह के बारे में भविष्यवाणी की जा सकती है।
ज्योतिष शास्त्र में हस्तरेखा का बहुत बड़ा महत्व दिया गया है। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हथेली में अलग-अलग जगह पर मौजूद तिल भी अलग-अलग प्रभाव देते हैं। कुछ तिल शुभ होते हैं तो वहीं कुछ अशुभ।
ज्योतिष शास्त्र में हस्तरेखा का बहुत ही बड़ा महत्व माना जाता है। आप अपना धन, स्वास्थ्य, विवाह, यहां तक कि आपके कितने बच्चे होंगे, यह भी पता कर सकते हैं।
ज्योतिष शास्त्र में हस्तरेखा का बहुत ही बड़ा महत्व माना जाता है। हस्तरेखा की सहायता से किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व, जीवन पथ और करियर के बारे में भविष्यवाणी किया जा सकता है।
व्यक्ति के हाथ में कुछ ऐसे चिह्न और रेखाएं होती हैं जो राजयोग बनने के संकेत देती हैं। ऐसे व्यक्ति का जीवन ऐश्वर्य से भरा हुआ होता है और जीवन भर सुख- समृद्धि मिलती है।
हथेली की रेखाएं भी व्यक्ति के बारे में काफी कुछ बयां करती हैं। लकीरों का अध्ययन कर भविष्य के बारे में काफी कुछ पता हस्तरेखा विज्ञान के द्वारा लगाया जा सकता है। रेखाओं के विभिन्न जगह दूसरी रेखाओं के सा
सामान्य स्थितियों में व्यक्तियों के हाथ में केवल एक ही सूर्य रेखा मिलती है, लेकिन बहुत कम हाथों में एक से अधिक सूर्य रेखाएं भी मिलती हैं। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि हाथ में एक ही सूर्य रेखा है और
हथेली में सूर्य पर्वत शनि की ओर झुक जाए तो व्यक्ति जज एवं सफल अधिवक्ता होता है। यदि सूर्य पर्वत दूषित हो जाए तो व्यक्ति अपराधी प्रवृत्ति का हो जाता है। यदि सूर्य एवं शुक्र पर्वत उभार वाले है तो व्यक्त
हस्तरेखा विज्ञान में विभिन्न तरह की रेखाओं का विस्तार से वर्णन मिलता है, लेकिन इनमें जीवन रेखा, मस्तिष्क रेखा और हृदय रेखा प्रमुख तीन रेखाएं मानी गयी हैं। इसके साथ ही भाग्य रेखा और मंगल रेखाएं भी हाथो
शुक्र पर्वत व्यक्ति के जीवन को बहुत हद तक प्रभावित करता है। पारिवारिक जीवन से लेकर सार्वजनिक जीवन शुक्र पर्वत और इससे जुड़ी रेखाओं से प्रभावित होते हैं। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की
हस्तरेखा विज्ञान में त्रिशूल को प्रमुख चिह्नों में सबसे खास माना गया है। इस चिह्न के अलग-अलग पर्वत पर होने के परिणाम भी अलग मिलते हैं। यदि मंगल पर्वत पर त्रिशूल का चिह्न मौजूद है तो यह व्यक्ति को बहुत
जीवन में चंद्रमा का बहुत ही खास स्थान है। चंद्रमा को मन का कारक माना गया है। जिस तरह चंद्रमा कुंडली में व्यक्ति का भाग्य का कारक होता है उसी तरह हाथ में चद्रमा की स्थिति भी बहुत कुछ बयां करती है। हथेल
हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार कलाई से चन्द्र पर्वत पर जाने वाली रेखायें विदेश यात्राओं का संकेत देती हैं। अगर हमारी हथेली में मछली का चिन्ह है तो तय मानिए कि आपको विदेश से धन मिलेगा। चन्द्र पर्वत पर मत्स
सामान्य स्थितियों में व्यक्तियों के हाथ में केवल एक ही सूर्य रेखा मिलती है, लेकिन बहुत कम हाथों में एक से अधिक सूर्य रेखाएं भी मिलती हैं। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि हाथ में एक ही सूर्य रेखा है और
सूर्य पर्वत एवं बुध पर्वत के संयुक्त उभार की स्थिति में व्यक्ति में योग्यता, चतुराई तथा निर्णय शक्ति अधिक होती है। ऐसा व्यक्ति श्रेष्ठ वक्ता, सफल व्यापारी या उच्च स्थानों का प्रबंधक होता है। ऐसे व्यक्
हस्तारेखा सामुद्रिक शास्त्र का प्रमुख भाग है। हथेली की रेखाएं भी बनती और बिगड़ती रहती हैं। इसलिए रेखाओं का फल स्थाई नहीं रहता है। जानिए अपने हाथ की रेखाओं में शुभ संकेत जो उन्नति और भाग्योदय का इशारा
कई बार खूब मेहनत के बावजूद मनवांछित सफलता नहीं मिल पाती। ऐसा होने पर हम मानते हैं कि भाग्य साथ नहीं दे रहा। लेकिन क्या आपको पता है कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में भाग्योदय का समय तय है। इसे आप इस तरह
यदि सूर्य ना हो तो सृष्टि का चलना संभव नहीं है। कुछ ऐसी ही स्थिति हमारे हाथों में सूर्य पर्वत और इस पर बनने वाली रेखाओं की है। जिस तरह से सूर्य जगत को प्रभावित करता है उसी तरह हाथ में सूर्य पर्वत जातक
पति-पत्नी के बीच नोकझोंक कोई असामान्य बात नहीं है। लेकिन क्या आपको पता है कि हाथों की रेखाएं भी पति-पत्नी के बीच के संबंधों का संकेत देती हैं। ये रेखाएं बताती हैं कि पति-पत्नी में किस तरह के संबंध रहे
जिस तरह से कुंडली में ग्रहों के संयोग से विशेष योग बनते हैं वैसे ही हाथों में भी रेखाओं से कुछ खास योग निर्मित होते हैं। ये योग व्यक्ति के जीवन चमकने का संकेत भी देते हैं और कुछ आने वाली परेशानियों को
हस्तरेखा विज्ञान में केवल हाथों की रेखाएं और उसके प्रकार शामिल नहीं हैं। उंगलियां और नाखून भी इसी का हिस्सा हैं। प्रत्येक उंगली की अपनी विशेषता है। हस्तरेखा विज्ञान में प्रत्येक उंगली एक ग्रह का प्रति