जिला अस्पताल के सीएमएस और पांच डॉक्टर हटाए गए
Varanasi News - वाराणसी में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. दिग्विजय सिंह और पांच डॉक्टरों को अनुशासनहीनता के आरोपों के तहत ट्रांसफर किया। बीते दिनों डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ ने सीएमएस के...
वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने शनिवार को निजी प्रैक्टिस, काम में लापरवाही और आदेशों के अवहेलना के आरोपों की जांच में पुष्टि होने पर जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. दिग्विजय सिंह और पांच डॉक्टरों का ट्रांसफार्मर कर दिया। बाराबंकी जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. बृजेश कुमार को यहां उसी पद पर नई तैनाती दी गई है।
बीते 25 दिनों से जिला अस्पताल के तत्कालीन सीएमएस के खिलाफ डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ लामबंद हो गये थे। सभी ने सीएमएस पर अभद्र और अशोभनीय व्यवहार का आरोप लगाया था। सीएमएस के विरोध में डॉक्टर और कर्मचारी काली पट्टी बांधकर काम कर रहे थे। बीते 31 दिसंबर से ओपीडी खत्म होने के बाद सभी जिला अस्पताल परिसर में धरना भी दे रहे थे। उधर सीएमएस डॉ. दिग्विजय सिंह का कहना था कि बाहर की दवा लिखने, जिम्मेदारी से काम नहीं करने पर डॉक्टरों और कर्मचारियों पर दबाव बनाया गया तो वे विरोध करने लगे। मामला शासन तक पहुंचा तो जिला प्रशासन ने सीडीओ के स्तर पर जांच कराई थी।
स्वास्थ्य निदेशालय भेजे गए डॉ. दिग्विजय सिंह
सीएमएस डॉ. दिग्विजय सिंह का स्थानांतरण स्वास्थ्य निदेशालय (लखनऊ) में संयुक्त निदेशक पद पर किया गया है। इसके अलावा डॉ. पीके सिंह को महराजगंज, डॉ. कृष्ण पांडेय अम्बेडकर नगर, डॉ. कृष्ण कुमार बरनवाल बलरामपुर, डॉ. शिवपूजन श्रावस्ती और डॉ. रविंद्रनाथ सिंह को बांदा भेजा गया है।
जिला अस्पताल में पांच नए डॉक्टर तैनात
जिला अस्पताल से पांच डॉक्टरों के ट्रांसफर के बाद पांच नए डॉक्टर भी मिले हैं। महाराजगंज के डॉ. प्रमोद कुमार, अंबेडकर नगर के डॉ. मेही लाल, बलरामपुर के डॉ. राकेश कुमार, श्रावस्ती के डॉ. कौशल कुमार और बांदा जिले के डॉ. अशोक कुमार की तैनाती जिला अस्पताल में हुई है।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंची थी शिकायत
बीते 24 दिसंबर को सीएमएस को हटाने के लिए डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ ने सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी को ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पत्र भेजकर मामले से अवगत कराया था। डॉक्टरों ने वीआईपी और पोस्टमार्टम ड्यूटी से दूरी बना ली थी।
अनुशासनहीनता और लापरवाही बर्दाश्त नहीं: डिप्टी सीएम
उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स पर तबादले की जानकारी देते हुए लिखा कि लिखा कि जिला अस्पताल वाराणसी में उच्चादेशों की अवहेलना और अवैधानिक रूप से कई चिकित्साधिकारियों, कार्मिकों के धरना-प्रदर्शन करने से मरीजों को उपचार में समस्या होने संबंधी प्रकरण का संज्ञान लेते हुए जांच कराई गई। दोषी पाए जाने पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सहित छह चिकित्सकों का स्थानांतरण करके उनकी जगह नई तैनाती कर दी गई है। विभागीय छवि धूमिल करने, अनुशासनहीनता और लापरवाही करने वाले किसी भी अधिकारी, कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
निदेशक प्रशासन करेंगे आरोपों की जांच
सीएमएस पर निजी प्रैक्टिस करने के लगे आरोपों की निदेशक (प्रशासन) चिकित्सा और स्वास्थ्य मुख्यालय को जांच सौंपी गई है। दोपहर 3.24 बजे संयुक्त सचिव अनिल कुमार सिंह ने सीएमएस के तबादले का पत्र जारी किया। इसके 46 मिनट बाद शाम 4.06 बजे पांच डॉक्टरों के तबादले का आदेश जारी हो गया है। इससे पूर्व दोपहर 3.08 बजे सीएमएस के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश पत्र मिला था। प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के सचिव डॉ. राजेश्वर नारायण सिंह ने कहा कि चिकित्सकों को अधिकारियों को समन्वय बनाकर कार्य करना चाहिए। अधिकारी डॉक्टरों पर अनावश्यक दबाव न बनाएं।
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