ऋषिकेश से नैनीताल के लिए सीधी बस सेवा जल्द शुरू होगी। यात्रियों की डिमांड पर रोडवेज ने इस रूट पर नई सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है। बस सेवा शुरू होने पर यात्रियों को ऋषिकेश डिपो से सीधे नैनीताल की बस मिल सकेगी।
कर्मचारी संयुक्त मोर्चे की हडताल के कारण सुबह से रोडवेज बसों का संचालन प्रभावित हो रहा है। हल्द्वानी से पर्वतीय क्षेत्रों को सुबह रवाना होने वाली बसे नही जाने से लोगो को परेशानी का सामना करना पड रहा है।
देहरादून से पर्वतीय डिपो की बसें पहाड़ी मार्गों के लिए चलती हैं, लेकिन बसों की कमी के कारण बडौथा, बाणाधार, कैराड, हनोल, खिट्टा, मनेरी, खिर्सू, प्रतापनगर, जाखणीधार आदि क्षेत्रों की सेवाएं लंबे समय से बंद हैं।
उत्तराखंड रोडवेज में सफर करने वाले यात्रियों का सफर पहले से ज्यादा आरामदायक होने वाला है। उत्तराखंड रोडवेज अपने बेड़े में 190 नईं बसें शामिल करने जा रहा है।
गाजियाबाद में आधी रात को एक रोडवेज की चलती में बस में ड्राइवर को हार्ट अटैक आने के बावजूद उसकी सूझबूझ से बस में सवार 47 सवारियों की जान बच गई। ड्राइवर का अभी दिल्ली के जी.बी. पंत अस्पताल में इलाज चल रहा है।
हल्द्वानी। कार्यालय संवाददाता उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन काठगोदाम डिपो के कर्मचारियों ने सोमवार को 10
टनकपुर। उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी संघ के टनकपुर मंडल के वार्षिक चुनाव गुरुवार को संपन्न हुए। जमुना देवी को अध्यक्ष और नीरज सिंह मोनू को मंत्री चुना गया। नव निर्वाचित पदाधिकारियों ने संगठन हित में काम...
-रोडवेज के पांच संगठनों के एक संयुक्त मोर्चा ने दिया मंडलीय प्रबंधक को ज्ञापन -नैनीताल
शनिवार देर रात को छह लोग कार में सवार होकर छुटमलपुर डिपो पहुंचे और खुद को चेकिंग टीम बताकर जांच शुरू कर दी। कर्मचारियों को शक होने पर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के पहुंचने पर चार लोग फरार हो गए और दो...
उत्तराखंड में सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को नेटवर्क बनाने के लिए रोडवेज अपने बस बेड़े में इजाफा करेगा। भविष्य में हर साल 240 नई बसें खरीदने की योजना है। यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी।
अभी तक ये शुल्क 145 रुपये प्रति बस था। जून के पहले सप्ताह में उत्तराखंड की बसों के लिए ये शुल्क 240 रुपये हो जाएगा। आईएसबीटी से रोज उत्तराखंड की 250 से ज्यादा बसें चलती हैं। बसों में सफर महंगा होगा।
उत्तराखंड सचिवालय में हुई रोडवेज बोर्ड की 35वीं बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। चारधाम यात्रा के दौरान रोडवेज को रिटायर कर्मियों की सेवाएं लेने की अनुमति भी दे दी गई है।
रुद्रपुर डिपो की तकनीकी रूप से खारिज हो चुकी 10 बसों का संचालन केवल छोटे रूट पर ही किया जा रहा है। इन बसों को टनकपुर, काशीपुर, बरेली, मुरादाबाद आदि के लिए ही चलाया जा रहा है। बसों का यह हाल है।
इससे निगम की कमाई तो होगी ही, यात्री भी महंगे टूर पैकेजों से निजात पाएंगे। कुमाऊं से हर साल हजारों लोग तीर्थयात्रा पर निकलते हैं। लेकिन सीधी बस या ट्रेन की सुविधा न होने से यात्री परेशान होते हैं।
चालक गोपाल के 27 साल के अनुभव ने 30 यात्रियों की जान बचाने में अहम भूउन्होंने बताया कि बस की स्पीड कम होने से नियंत्रण में आसानी हुई। स्टीयरिंग फेल होने से बस में सवार तीस यात्रियों में हड़कंप मच गया।
उत्तराखंड रोडवेज में 195 मृतक आश्रितों को कंडक्टर या ड्राइवर के पद पर नियुक्ति मिलेगी। इसकी प्रक्रिया शुरू करने के लिए शासनादेश का इंतजार है। रोडवेज में मृतक आश्रितों की नियुक्ति पर रोक लगाई थी।
रोडवेज बसों में सफर करने वाले लोगों के लिए गुड न्यूज है। आने वाले समय में इन शहरों के बीच उनकों बसों के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। भीड़ होने पर अब बस यात्रियों को आसानी से सीट मिल जाएगी।
उत्तराखंड रोडवेज बसों का सच आपको हैरान कर देगा। मानक पूरी कर चुकी 22 रोडवेज बसें सड़क में दौड़ रही हैं। बसों का संचालन हल्द्वानी और बरेली रूट पर किया जा रहा है। बसों का किमी भी तय किया है।
कुमाऊं के टनकपुर क्षेत्र के यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। उत्तराखंड परिवहन निगम देहरादून से टनकपुर के लिए सीधी वॉल्वो सेवा शुरू करने जा रहा है। अधिकारियों ने बस सेवा की समयसारिणी की तैयारी है।
उत्तराखंड रोडवेज बसों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है। परिवहन निगम कई शहरों के लिए नई बसें शुरू करने जा रहा है। टिहरी और उत्तरकाशी के यात्रियों के लिए अच्छी खबर है।
उत्तराखंड परिवहन विभाग पहाड़ी सड़कों में कई उम्र पूरी कर चुकी बसें दौड़ा रहा है। इससे इन बसों के आए दिन लंबी दूरी के मार्गों में जवाब देने से यात्रियों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
उत्तराखंड रोडवेज बसों को लेकर बहुत बड़ा अपडेट सामने आया है। उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में अब सफर आसान होने वाला है। बस यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए उत्तराखंड रोडवेज ने प्लान बनाया है।
उत्तराखंड रोडवेज बसों में सफर करने वाले बस यात्रियों को आने वाले दिनों में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आक्रोशित कर्मचारियों ने अपने मांगों के निस्तारण के लिए हड़ताल करने का ऐलान किया है।
सोमवार शाम हल्द्वानी से नैनीताल जा रही बस नैनागांव के पास खराब हो गई। इसके 12 घंटे बाद ही मंगलवार सुबह हल्द्वानी से नैनीताल जा रही बस एरीज के पास बंद हो गई। यात्री परेशान हो रह हैं।
त्योहारी सीजन शुरू होने से पहले ही रोडवेज दून से दिल्ली, चंडीगढ़ और कुमाऊं रूट पर वॉल्वो सेवाएं बढ़ाने की कसरत में जुट गया है। नई वॉल्वो अनुबंध पर लेने के लिए टेंडर निकाले गए हैं।
उत्तराखंड रोडवेज बसों में ‘हमसफर’ ऐप का ट्रायल सफल रहा है। ऐसे में अब रोडवेज बसों में सफर पहले से ज्यादा सुरक्षित होगा। यह ऐप नींद की झपकी आने और ओवर स्पीडिंग पर ड्राइवर को अलर्ट कर रहा है।
उत्तराखंड के प्रमुख शहरों के बीच भी छोटी दूरी की इंटरसिटी ई-बस सेवा जल्द शुरू होंगी। केंद्र सरकार की पीएम ई बस सेवा योजना के तहत राज्य को 100 बसें देने के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने सहमति दी।
उत्तराखंड रोडवेज परिवहन निगम के अल्मोड़ा डिपो की हालत साल दर साल खराब हो रही है। बीते एक साल में ही चार रूटों पर बसों का संचालन बंद हो गया है। इसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ रहा है।
उत्तराखंड रोडवेज बसों का बुरा हाल है। स्पेयर पार्ट्स की कमी से कर्मचारी भी परेशान हो रहे हैं। कुमाऊं में रोडवेज की 60 प्रतिशत बसों के टायरों में रबर चढ़े हैं। यात्रियों की जान से भी खिलवाड़ है।
देश के मैदानी इलाकों में गर्मी बढ़ने के साथ ही भारी संख्या में पर्यटक उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। मसूरी, नैनीताल, हल्द्वानी, ऋषिकेश आदि टूरिस्ट स्पॉटों में पर्यटकों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है।