यूपी उपचुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से लोकसभा चुनाव का हिसाब चुकता कर लिया है। सीएम योगी ने न सिर्फ सपा से सीटें छीनी हैं बल्कि जिस फूलपुर सीट पर लोकसभा चुनाव में सपा ने बढ़त हासिल की थी, उसे भी जीत लिया है।
यूपी उपचुनाव में सबसे बड़ा उलटफेर मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर हुआ है। भाजपा ने यह सीट न सिर्फ 31 साल बाद जीती बल्कि मुस्लिम बहुल सीट पर सपा की जमानत जब्त हो गई है।
यूपी उपचुनाव की वोटिंग के दौरान एसएचओ की नंगी रिवाल्वर लेकर वोटरों को धमकाने का वीडियो पोस्ट करने के बाद गुरुवार को सिपाही के हाथ में ईंट की फोटो अखिलेश ने शेयर करते हुए सरकार को निशाने पर लिया।
उत्तर प्रदेश में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माने जा रहे नौ सीटों के उपचुनाव के लिए सेट पूरी तरह तैयार हो गया है। वोटिंग कराने के लिए पोलिंग पार्टियां बूथों पर पहुंच चुकी हैं।
यूपी के पीलीभीत जिले में मनचलते की करतूत के चलते एक हंसता-खेलता परिवार उजड़ गया। पति-पत्नी के रिश्तों में दरार पैदा हो गई। मामला अब कोई में चल रहा है।
डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक संत हैं। एक संत का अपमान न तो केशव प्रसाद मौर्य बर्दाश्त करेगा, न देश और न ही प्रदेश की जनता बर्दाश्त करेगी। इसका खामियाजा उन्हें उपचुनाव और चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
योगी कैबिनेट के अंग डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बंटेंगे तो कटेंगे नारे से खुद को अलग कर लिया है। केशव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बंटोगे तो कटोगे, वाली बात किस संदर्भ में कही, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
मुस्लिम मतदाताओं की संख्या ज्यादा होने के कारण BJP और RLD की नजर 6 मुस्लिम प्रत्याशी खड़े होने के कारण इन मतों के बिखराव पर है। फिलहाल, इस सीट पर मुस्लिम और ओबीसी मतदाताओं के कारण भाजपा-रालोद की संयुक्त प्रत्याशी और सपा उम्मीदवार में कांटे की टक्कर मानी जा रही है।
यूपी विधानसभा की नौ सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले यूपी की सियासत में लगातार पोस्टर वार हो रहा है। सपा और भाजपा दोनों ने अपने-अपने नारों के पोस्टर लगाकर एक-दूसरे पर हमलावर हैं। सपा ने अब एक और नया पोस्टर लगाया है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की कांग्रेस की बजाए शिवसेना से ज्यादा नजदीकी दिख ही है। सपा ने 8 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे लेकिन भायखला सीट पर शिवसेना उद्धव भी लड़ रही है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अखिलेश यादव को फोन कर भायखला सीट छोड़ने का अनुरोध किया। इसे अखिलेश ने मान लिया।
मुरादाबाद की कुंदरकी सीट से सपा प्रत्याशी हाजी रिजवान के चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने कहा कि चुनाव में हमारी बहनों की साड़ियां तक खींच ली जाती हैं। उन्होंने कहा कि महाभारत वाला चीर हरण शुरू हो गया है।
कुंडा विधायक जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजाभैया समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव के और करीब आ गए हैं। उनके ताजा रुख यही संकेत कर रहे हैं।
यह पोस्टर महराजगंज जिले के फरेन्दा से सपा नेता अमित चौबे ने लगवाया है। वहीं इसके पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भाजपा के 'बटेंगे तो कटेंगे' के नारे को ‘नकारात्मक-नारा बताते हुए कहा था कि यह भाजपा की निराशा-नाकामी का प्रतीक है।
भाजपा ने जहां एक ओर प्रत्याशी चयन में PDA को भी तवज्जो दी है तो वहीं बंटोगे तो कटोगे का नारा भी असर करता दिख रहा है। समाजवादी पार्टी ने जवाब में पीडीए (पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक) को न बंटने देने पर जोर देना शुरू कर दिया है। फिलहाल यही उनका सबसे बड़ा चैलेंज भी लग रहा है।
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर सख्त रुख अपना लिया। अखिलेश ने महाविकास अघाड़ी (MVA) को एक तरह से चेतावनी देते हुए महाराष्ट्र मे सीट का मुद्दा अपनी वहां की यूनिट पर छोड़ दिया है।
सपा की महाराष्ट्र यूनिट का कहना है कि यदि उसे पांच सीटें नहीं मिलीं तो वह 25 से 30 सीट पर प्रत्याशी उतार देगी। अब पार्टी मुखिया अखिलेश यादव को तय करना है कि वह अपनी महाराष्ट्र यूनिट की सुनें या फिर सहयोगी कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की बात मानकर गठबंधन की सियासत साधें।
असल में पिछड़ा, दलित और अल्संख्यक वोट यानी PDA के नाम पर सपा ने लोकसभा चुनाव में जो कामयाबी पाई, उसके चलते BJP इस बार कांटे से कांटा निकालने की कोशिश में है। उसका भी फोकस ओबीसी और दलित वोट पर है। साथ ही हिंदुत्व के हंसिए से ओबीसी दलित वोटों की फसल काट लेना चाहती है।
भाजपा अब स्थितियों से सबक लेकर सधे अंदाज में कदम बढ़ा रही है। पूरा फोकस सामाजिक समीकरण साधने और प्रखर हिन्दुत्व के एजेंडे पर है। दलितों को साधने के लिए अलग योजना बनाई गई है। पार्टी से जुड़े दलित नेता अनुसूचित वर्ग की बस्तियों में ही डेरा डालेंगे।
बनारस में स्टेडियम का नाम बदलने को लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि बनारस में पुराने प्रतिष्ठित स्टेडियम के आधुनिक निर्माण के उद्घाटन के साथ, स्टेडियम से जुड़ा बाबू सम्पूर्णानंद का नाम हटा देना आपत्तिजनक और शर्मनाक ही नहीं, काशी की गौरवशाली विरासत का भी अपमान है।
कई मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि अधिक सीटें नहीं मिलीं तो कांग्रेस UP उपचुनाव से किनारा भी कर सकती है। हालांकि अभी तक कांग्रेस नेताओं ने इस पर चुप्पी साध रखी है। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि सीटों के बारे में राष्ट्रीय नेतृत्व तय कर रहा है।
सीएम योगी आदित्यनाथ भाजपा के सक्रिय सदस्य बने हैं। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की मौजूदगी में शनिवार को उन्होंने यह प्रक्रिया पूरी की। इसके साथ ही आज से भाजपा की सक्रिय सदस्यता का अभियान शुरू हो गया। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने इसकी जानकारी दी।
उपचुनाव की तारीखों का ऐलान तो चुनाव आयोग ने मंगलवार को किया लेकिन भाजपा और सपा इसकी तैयारियों में काफी समय पहले से ही जुटी हैं। भाजपा ने अपने प्रत्याशियों के नाम फाइनल कर दिए तो सपा ने कांग्रेस के साथ मिल कर चुनाव लड़ने का ऐलान किया और छह सीटों पर प्रत्याशी भी घोषित कर दिए हैं।
महिला मतदातों का समर्थन हासिल करने के लिए सपा ने खास रणनीति बनाई है। पार्टी ने सीसामऊ से नसीम सोलंकी को टिकट दिया है तो कटेहरी से शोभावती बिंद और मझंवा से डॉ. ज्योति बिंद को टिकट देकर महिलाओं में संदेश देने की कोशिश है। यह अलग है कि यह तीनों सपा के किसी बड़े नेताओं के परिवार से हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में बसपा ने भले एक भी सीट पर जीत हासिल न की हो लेकिन पार्टी का मानना है कि वह पहले से मजबूत हुई है। हरियाणा बसपा ने बकायदा आंकड़े पेश करते हुए ऐसा दावा किया है। पार्टी का कहना है कि उसका प्रदर्शन पिछले चुनाव के मुकाबले बेहतर रहा है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र (जेपीएनआईसी) न जाने देने के लिए शनिवार को एक बार फिर बीजेपी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, 'जयप्रकाश जी ने सम्पूर्ण क्रांति का आह्वान किया था, सरकार को कल जैसा व्यवहार नहीं करना चाहिए था।'
हरियाणा विधानसभा चुनाव में गठबंधन के बाद भी BSP को कोई फायदा नहीं मिल पाया। बसपा सुप्रीमो मायावती और भतीजे आकाश आनंद द्वारा लगातार प्रचार करने व चौपाल लगाने के बाद भी उसके हिस्से सिर्फ 1.82 फीसदी वोट ही आया। स्थिति यह रही कि अधिकतर सीटों पर वह 5000 के अंदर ही सिमट गई।
अखिलेश यादव ने चार सीटों पर उम्मीदवारों के नाम होल्ड कर दिए हैं। अब सियासी गलियारों में अटकलें लग रही हैं कि क्या इन सीटों पर कांग्रेस की बात बन सकती है? हालांकि हरियाणा चुनाव के नतीजों के बाद अखिलेश यादव यूपी उपचुनाव में कांग्रेस से त्याग की उम्मीद कर रहे हैं।
UP By Elections SP Candidates List: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी में दस सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए बुधवार को छह प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया। छह में से पांच सीटों पर नेताओं के बेटे-बेटी, पत्नी और रिश्तेदार को टिकट दिया गया है।
UP Assembly By Elections SP Candidates List: यूपी उपचुनाव के लिए सपा ने छह उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। इसमें पीडीए को तरजीह दी गई है। उम्मदीवारों में अयोध्या से सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे का भी नाम शामिल है।
इस चुनाव में एसोसिएशन के अध्यक्ष अवधेश सिंह की पत्नी पुष्पा सिंह उम्मीदवार हैं। भाजपा के विधायक योगेश वर्मा नामांकन में धांधली का आरोप लगा रहे थे। बुधवार सुबह विधायक और बार एसोसिएशन अध्यक्ष आमने-सामने आ गए। तू-तू, मैं-मैं के बीच भाजपा विधायक को थप्पड़ मार दिया।