राजस्थान में लोकसभा की 25 सीट हैं। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर सरकार बनाने के बावजूद कांग्रेस 2019 के चुनाव में एक भी सीट जीतने में विफल रही। 2014 में भी पार्टी को कोई सीट नहीं मिली थी
शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के नतीजों पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली को कांग्रेस की जीत की बड़ी वजह बताया। खास बात है कि यहां उन्होंने पायलट का जिक्र नहीं किया।
गुजरात में जहां राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वरिष्ठ चुनाव पर्यवेक्षक थे,वहीं हिमाचल प्रदेश में उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और राजस्थान के पूर्व डिप्टी CM सचिन पायलट पर्यवेक्षक की भूमिका में थे।
राजस्थान के प्रभारी महासचिव बनाए गए रंधावा पंजाब में कांग्रेस की करारी हार के बाद से ही नाराज चल रहे हैं। वह पंजाब कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर खुलकर निशाना साधते नजर आए।
करीब 20 दिनों के दौरान भारत जोड़ो यात्रा झालावाड़, कोटा, सवाई माधौपुर, दौसा और अलवर होते हुए गुजरेगी यात्रा की तैयारियों और व्यवस्थाओं के लिए राजस्थान में कई समितियां गठित की गई हैं।
अब तक मल्लिकार्जुन खड़ने ने इस मसले पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन सचिन पायलट ने अपनी मांग में सीधा उन्हें ही संबोधित किया है। ऐसे में उनके पास तीन ही विकल्प हैं, जिनसे वह निपट सकते हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के दौरान राजस्थान कांग्रेस में बवाल कुछ शांत हो गया था, लेकिन अब शांति के बाद फिर से तूफान उठता दिख रहा है। सचिन पायलट खेमे ने एक बार फिर से मोर्चा संभाला है।
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अशोक गहलोत के तेवर एकदम नरम पड़ते दिख रहे हैं। मीटिंग के बाद निकले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि मैंने सोनिया जी से राजस्थान की घटना को लेकर माफी मांग ली है।
संकट के समय में सोनिया ने मंगलवार को उन्हें दिल्ली बुलाया था। माना जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने राजस्थान संकट और अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर एंटनी के साथ चर्चा की है।
Rajasthan Congress Update: रविवार को गहलोत समर्थक विधायकों ने इस्तीफे की धमकी दी। साथ ही उन्होंने साफ कर दिया कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के सीएम के तौर पर स्वीकार नहीं करेंगे।