मुजफ्फरपुर में शुक्रवार को पुत्रदा एकादशी के अवसर पर बाबा कमलेश्वर नाथ शिव मंदिर में भागवत कथा का आयोजन हुआ। बाल संत पीयूष गिरि ने पुत्रदा एकादशी व्रत का महत्व बताया और राजा महिजीत की कथा सुनाई। कथा...
पावन श्रावण मास की शुक्ल पक्ष के एकादशी पर श्रद्धालु भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करेंगे। यह एकादशी पुत्रदा एकादशी कही जाती है। इस बार सावन मास की पुत्रदा एकादशी 16 अगस्त शुक्रवार को हैं।
Putrada Ekadashi Vrat Niyam: पुत्रदा एकादशी पर भक्त उपवास रखकर विष्णु भगवान की आराधना करेंगे। पुत्रदा एकादशी पर कुछ कामों को करना अशुभ माना जाता है, जो प्रभु की नाराजगी का कारण भी बन सकता है।
putrada ekadashi 2024 date and time पुत्रदा एकादशी साल में दो बार आती है। एक बार पौष मास में आती है और एक सावन माह में। पुत्रदा एकादशी सावन मास के शुक्ल पक्ष में आती है। ऐसा कहा जाता है कि इससे संतान की प्राप्ति होती है
हिंदू धर्म में एकादशी तिथि भगवान विष्णु जी की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित मानी गई है। पुत्रदा एकादशी रविवार को श्रद्धालु व्रत को रखेंगे। एक साल में दो बार पुत्रदा एकादशी व्रत किया जाता है।
Putrada Ekadashi Upay: श्री हरि विष्णु जी को समर्पित पुत्रदा एकादशी का व्रत 16 अगस्त को रखा जाएगा। पुत्रदा एकादशी के दिन कुछ उपायों को करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
Putrada Ekadashi 2024 : इस बार पुत्रदा एकादशी के अवसर पर प्रीति योग का संयोग बन रहा है। मान्यता है कि सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत पुत्र रत्न की प्राप्ति और पुत्र की रक्षा व समृद्धि की लिए की जाती है।
श्रावण मास की शुक्ल पक्ष के एकादशी पर भक्त भगवान विष्णु की पूजा करेंगे। यह एकादशी पुत्रदा एकादशी कहलाती है और इस बार 16 अगस्त को है। ज्योतिषाचार्य पंडित धर्मेन्द्र झा के अनुसार, इस व्रत से संतान सुख...
Ekadashi August 2024 : सनातन धर्म में एकादशी तिथि के दिन विष्णुजी की पूजा-अर्चना का बड़ा महत्व है। यह विशेष दिन विष्णुजी की पूजा के लिए समर्पित है। इस साल अगस्त माह में दो एकादशी व्रत रखा जाएगा।
Putrada Ekadashi 2024 : इस समय सावन का पावन महीना चल रहा है। सावन माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है।
Putrada Ekadashi 2024 : सावन पुत्रदा एकादशी का पर्व हर साल सावन महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु संग मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
Putrada ekadashi 2024: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से जातक के सभी पाप मिट जाते हैं, वह सभी सुखों को भोगकर अंत में मोक्ष को जाता है। जानें सावन में पुत्रदा एकादशी कब है-
हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व होता है। यह तिथि विष्णु को प्रिय होती है। इस दिन विधि- विधान से भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना की जाती है। हर माह में दो बार एकादशी तिथि पड़ती है।
Pausha Putrada Ekadashi 2024 : सनातन धर्म में पुत्रदा एकादशी का बड़ा महत्व है। धार्मिक मान्यता है कि पुत्रदा एकादशी के दिन श्रीहरि विष्णु की पूजा-आराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
Paush Putrada Ekadashi Vrat Katha : हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है। हर माह में दो बार एकादशी पड़ती है। एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में। साल में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं।
Putrada Ekadashi 2024 Kab Hai Date Time Puja Vidhi Shubh Muhrat : एकादशी का पावन दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन विधि- विधान से भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना की जाती है।
Aaj Ka Panchang : 27 अगस्त, रविवार, 05 भाद्रपद (सौर) शक संवत् 1945, 11 भाद्रपद मास प्रविष्टे (पंजाब पंचांग) 2080, 09 सफर सन् 1445, श्रावण शुद्ध शुक्ल एकादशी (विक्रमी संवत्) रात्रि 09.33 मिनट तक।
आज सावन पुत्रदा एकादशी है, जिसका विशेष महत्व होता है। भगवान विष्णु और लक्ष्मी माता की पूरे विधि-विधान से पूजा करने के साथ राशि अनुसार इन उपायों को अपनाने से विशेष फल की प्राप्ति हो सकती है।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, सावन की पुत्रदा एकादशी के दिन श्रद्धापूर्वक व्रत करने से संतान से जुड़ी दिक्कतों को दूर किया जा सकता है। वहीं, इस विशेष दिन पर कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है।
sawan putrada ekadashi : इस समय सावन का पावन महीना चल रहा है। सावन माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है।
Sawan Putrada Ekadashi 2023: एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन भगवान श्रीहरि की विधिवत पूजा की जाती है। जानें अगस्त में कब है एकादशी व्रत-
सावन पुत्रदा एकादशी के दिन पूरे विधि विधान से पूजा करने और व्रत रखने से संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी हो सकती है। इस साल 27 अगस्त 2023 रविवार के दिन सावन की पुत्रदा एकादशी मानी जाएगी।
Sawan Putrada ekadashi : पुत्रदा एकादशी 27 अगस्त को है। श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत करने से वाजपेय यज्ञ के बराबर पुण्यफल की प्राप्ति होती है। संतानहीन लोगों के लिए यह व्रत शुभफलदायी माना जाता है।
putrada ekadashi : इस समय सावन का पावन महीना चल रहा है। सावन माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है।
सनातन हिंदू परंपरा में एकादशी तिथि का बहुत बड़ा महत्व माना जाता है। बता दें कि सावन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी कहा जाता है। पुत्रदा एकादशी साल में दो बार पड़ता है।
Putrada Ekadashi Vrat Katha Kahani In Hindi : हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है। पौष माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है।
Putrada Ekadashi 2023 : इस समय पौष का पावन महीना चल रहा है। पौष माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। पौष पुत्रदा एकादशी व्रत 2 जनवरी, 2022 को है।
एकादशी की पूजा भगवान विष्णु को समर्पित होती है। इस दिन पूरे विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करने से पूजा की जाती है। भगवान विष्णु की कृपा से व्यक्ति की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है।
Putrada Ekadashi 2022 : इस समय सावन का पावन महीना चल रहा है। सावन माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है।
Putrada Ekadashi 2022:सावन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।