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साफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष का मामला संसद में उठा, यूपी के पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कर दी यह मांग

साफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष की मौत का मामला सोमवार को संसद में उठा। यूपी के डिप्टी सीएम रहे बीजेपी सांसद डॉ दिनेश शर्मा ने राज्यसभा में अतुल सुभाष का मामला उठाया।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानMon, 3 Feb 2025 11:21 PM
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साफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष का मामला संसद में उठा, यूपी के पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कर दी यह मांग

साफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष की मौत का मामला सोमवार को संसद में उठा। यूपी के डिप्टी सीएम रहे बीजेपी सांसद डॉ दिनेश शर्मा ने राज्यसभा में अतुल सुभाष का मामला उठाया। उन्होंने देश में इस तरह के बढ़ते मामलों पर चिंता व्‍यक्‍त की। उन्होंने कि घरेलू हिंसा से जुड़े मामलों से जुड़े कानून को जेंडर न्यूट्रल बनाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा गया कि झूठे आरोप लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

उन्‍होंने कहा कि मैं ऐसा मुद्दा उठा रहा हूं जो हमारे संविधान द्वारा दिए गए समानता के मूल में है। पुरुष और महिलाओं दोनों के लिए संतुलित कानून की जरूरत है। एनसीआरबी के 2022 में अपनी जान देने वाले 72 प्रतिशत पुरुष थे। एक लाख 25 हजार से ज्यादा पुरुष ने जान दी। महिलाओं की संख्या 47 हजार से ज्यादा है। साल 2014 से 2021 के बीच पुरुषों और महिलाओं के अनुपात में वृद्धि हुई है। इस दौरान 107.5 पुरुषों की मौत के पीछे का कारण पारिवारिक बताया है।

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महिलाओं को घरेलू हिंसा और शोषण से बचाने में हमारे कानून ने काफी प्रगाति की है लेकिन कई पुरुष भी इस तरह की चिंताओं का सामना कर रहे हैं। बिहार के निवासी अतुल सुभाष के मामले ने इसे उजागार किया है। बेंगलुरु में काम करने वाले अतुल सुभाष ने बताया था कि उनकी पत्नी ने उत्पीड़न के झूठे मामले में उसे फंसाया है। इसके चलते उन्होंने अपनी जान दे दी।

अतुल सुभाष की आत्महत्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह घटना इस बात पर रोशनी डालती है कि झूठे आरोपों का सामना करने वाले पुरुषों के लिए पर्याप्त कानूनी और भावात्मक समर्थन नहीं है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 85 के प्रावधानों के दुरुपयोग की समस्या भी गंभीर चिंता का विषय है।

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गौरतलब है कि अतुल सुभाष ने बेंगलुरु में 9 दिसंबर 2024 को सुसाइड कर लिया था। उन्होंने सुसाइड से पहले एक वीडियो बनाया और सुसाइड नोट लिखकर निकिता सिंघानिया और उसके परिजनों पर गंभीर आरोप लगाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि निकिता तलाक के लिए 3 करोड़ रुपए देने का दबाव डालने बना रही है। अतुल सुभाष और निकिता की शादी 2019 में हुई थी। दोनों को 2020 में एक बेटा भी हुआ।

कर्नाटक पुलिस ने 14 दिसंबर 2024 को निकिता सिंघानिया को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया था, जबकि उसकी मां और भाई अनुराग को प्रयागराज से अरेस्ट किया था। इन तीनों पर अतुल सुभाष को सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप है।

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