अडानी ने की डिफेंस की बड़ी डील, नौसेना के लिए होगा काम, इस शेयर पर रहेगी नजर
फ्लोरिडा के डे लियोन स्प्रिंग्स में मुख्यालय वाली स्पार्टन अमेरिकी नौसेना और संबद्ध सैन्य बलों के लिए समुद्री युद्ध का समर्थन करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम विकसित, उत्पादन और आपूर्ति करती है।
भारत-पाकिस्तान में तनाव के बीच गौतम अडानी समूह ने बड़ी डील की है। समूह की लीडिंग कंपनी-अडानी एंटरप्राइजेज ने अमेरिका की समुद्र के अंदर के युद्ध उपकरण बनाने वाली स्पार्टन के साथ समझौता किया है। यह समझौता इलेक्ट्रॉनिक सेंसर और नेविगेशन सिस्टम विकसित करने के लिए हुआ है। इनका इस्तेमाल पनडुब्बी रोधी युद्ध के लिए किया जा सकता है।
क्या कहा कंपनी ने
अडानी एंटरप्राइजेज की कंपनी- अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने एक बयान में कहा कि उसने भारतीय नौसेना के लिए पनडुब्बी रोधी युद्ध (एएसडब्ल्यू) समाधान जुटाने के लिए स्पार्टन (डीलियोन स्प्रिंग्स एलएलसी) के साथ एक बाध्यकारी सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस साझेदारी का उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत भारत में सोनोबॉय और अन्य एएसडब्ल्यू प्रणालियों के संयोजन को स्थानीय बनाना है। यह भारतीय नौसेना को स्वदेशी सोनोबॉय सॉल्यूशन प्रोवाइड करने वाली भारत की पहली निजी कंपनी होगी।
स्पार्टन के बारे में
फ्लोरिडा के डे लियोन स्प्रिंग्स में मुख्यालय वाली स्पार्टन अमेरिकी नौसेना और संबद्ध सैन्य बलों के लिए समुद्री युद्ध का समर्थन करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम विकसित, उत्पादन और आपूर्ति करती है। दिसंबर, 2020 में इस कंपनी को इजरायली रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी एल्बिट सिस्टम्स लिमिटेड ने अधिग्रहित कर लिया था।
इजरायल की कंपनी के साथ समझौता
मौजूदा समझौते से पहले, अडानी समूह ने 2018 में इजरायली हथियार कंपनी एल्बिट सिस्टम्स के साथ घातक हर्मीस 900 ड्रोन बनाने के लिए एक ज्वाइंट वेंचर की स्थापना की थी। साल 2020 में अडानी-एलबिट ने मिनी ड्रोन मिसाइल हथियार उत्पादन की घोषणा की। समूह ने हमलावर हथियार, स्नाइपर राइफल और मशीन गन बनाने के लिए इजराइल वेपन इंडस्ट्रीज के साथ भी साझेदारी की है।
शेयर पर रहेगी नजर
इस डील के बाद अब सोमवार को अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर पर निवेशकों की नजर रहेगी। आपको बता दें कि अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर की बात करें तो बीते शुक्रवार का 2555.20 रुपये पर बंद हुआ। यह एक दिन पहले के मुकाबले 1.45% बढ़ गया।