सुद्धोवाला में वाइन और बीयर शॉप के खिलाफ चल रहे आंदोलन में जिलाधिकारी ने हस्तक्षेप किया है। उन्होंने दोनों पक्षों को सुनकर दो दिन में निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। स्थानीय लोग शराब की दुकान बंद करने...
महंथ रजनीश दास ने एसएसपी को आवेदन देकर कहा है कि थाना पुलिस आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं कर रही है। आरोपी उसे पूरे परिवार समेत जान से मार देने की धमकी दे रहे हैं।
बर्थ डे पार्टी शहर के एक वार्ड पार्षद के रिश्तेदार का था। पार्टी में रात रंगीन करने के लिए सुरा और शबाब दोनों की व्यवस्था की गई थी। देर रात तक होटल में बज रहे डीजे से आस पास के लोग परेशान होकर सूचना पुलिस को दी सूचना पर पहुंची पुलिस जब मौके पर पहुंची तो वहां का नजारा देख चौंक गई।
उत्पाद इंस्पेक्टर शिवेंद्र कुमार ने बताया कि दिल्ली नंबर के कंटेनर पर हरियाणा से शराब की खेप लोड की गई थी। मुजफ्फरपुर में इसकी डिलीवरी की जानी थी। शराब तस्करों ने तस्करी के लिए डाक पार्सल लिखे कंटेनर का उपयोग किया था, ताकि शक न हो।
मंत्री रत्नेश सदा ने मद्य निषेध विभाग के कई अधिकारियों के काम काज पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जरूरत पड़ी से सरकार इनके खिलाफ ऐक्शन लेने से भी नहीं हिचकेगी। उन्होंने कार्य में लापरवाही और कम गिरफ्तारी करने पर बेतिया, सुपौल और बांका के मद्यनिषेध अधीक्षकों की कार्य प्रणाली पर असंतोष जताया।
मुरादाबाद में कांठ रोड पीवीआर मॉल की वाइन शॉप में सेल्समैन अंकुश सैनी ने 7 लाख 15 हजार रुपये की शराब की बिक्री में धोखाधड़ी की। जब मैनेजर नितिन जैन ने पैसे वापस मांगने की कोशिश की, तो अंकुश और उसके...
दिल्ली में सरकारी शराब के ठेके पर महंगे ब्रांड की बोतलों में सस्ती शराब भर कर बेची जा रही थी। एक्सजाइज विभाग की टीम ने शुक्रवार को शराब के ठेके पर छापा मारकर दुकान के मैनेजर समेत तीन कर्मचारियों को दबोच लिया। इनके खिलाफ स्थानीय थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
वायरल वीडियो के आधार पर पांचों कर्मियो को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार सीटी स्कैन संजीवनी संस्था के कर्मी हैं। एक साथी के जन्मदिन पर सबने शराब का सेवन किया और वीडियो भी बनाया जो लीक हो गया।
पकड़े गए चालक की पहचान असम राज्य के गुवाहाटी के कामरूप मेट्रो सतगांव के बिट्टू सोनार के रूप में की गई। इस दौरान ट्रक से 30420 बोतल बरामद किए गए। सुरक्षा बलों को शराब की बोतल गिनती करने के लिए कई घंटे का समय लगा।
लाइसेंसी हथियार धारकों की मृत्यु के बाद उनके हथियार और लाइसेंस के दुरुपयोग की आशंका है। उनके लाइसेंस पर गोलियां खरीदकर अपराधियों को बेचे जाने की बात सामने आ रही है। इसके मद्देनजर पुलिस ने मृत हथियार धारकों के हथियार और लाइसेंस का सुराग ढूंढना शुरू कर दिया है।