निकाय चुनाव के नतीजे आने व शपथ ग्रहण होने के बाद भी भाजपा में एक और ऑडियो बम फट गया है। जिसमें एक नगर पालिका से भाजपा प्रत्याशी और जनप्रतिनिधि के बीच हुई बातचीत की ऑडियो वायरल हो रही है।
यूपी के बलिया जिले की मनियर नगर पंचायत सीट से सपा की नवनिर्वाचित चेयरमैन रीतू देवी ने शुक्रवार को शपथ ले ली। इस बीच उनकी मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। उनके खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी में एफआईआर दर्ज कर ली है।
मुरादाबाद नगर निगम में मेयर के चुनाव में गड़बड़ी का मामला अदालत पहुंच गया है। नजदीकी मुकाबले में हारे कांग्रेस प्रत्याशी रिजवान कुरैशी ने मतदान से लेकर मतगणना तक धांधली का आरोप लगाया।
प्रयागराज में शपथ से पहले नवनिर्वाचित महापौर को सरकारी वाहन देने को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। परंपरा के अनुसार शपथ लेने के बाद महापौर को नगर निगम की ओर से सरकारी वाहन दिया जाता है।
आगरा नगर निगम की वार्ड 74 क्षेत्र की पार्षद गौरा देवी ने पूर्व राज्य मंत्री चौधरी उदयभान सिंह के कार्यालय पहुंचकर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इससे बसपा को बड़ा झटका लगा है।
कुशीनगर में सपा प्रत्याशी द्वारा भाजपा समर्थकों पर हुए हमले के मामले में हनुमानगंज पुलिस ने सपा प्रत्याशी समेत छह लोगों पर हत्या के प्रयास समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
यूपी में नगर निगम के मेयर की सभी 17 सीटों पर भाजपा की जीत के साथ ही एक औऱ उपलब्धि उसके हिस्से आई है। इन 17 में से 13 नगर निगमों में भाजपा पहली बार अपने दम पर बोर्ड का गठन करने जा रही है।
यूपी निकाय चुनाव में मिली हार के बाद मायावती एक्शन में आ गई हैं। बसपा की करारी हार के बाद अब पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है। इसी कड़ी में मंडल प्रभारी प्रशांत गौतम को पार्टी से निकाल दिया।
यूपी निकाय चुनाव के दौरान बस्ती में अजब हेराफेरी पकड़ी गई है। बस्ती जिले के नगर बाजार के निकाय चुनाव के मतपत्र चोरी के मामले में एफआईआर के बाद पीठासीन और मतदान अधिकारी दोनों को निलंबित किया गया है।
मुजफ्फरनगर में 2013 के दंगों के बाद पहली बार निकायों में बड़ी संख्या में मुस्लिम उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। नगर पालिका और नगर पंचायतों के अध्यक्ष पदों पर 10 में से 6 पर मुस्लिम जीते हैं।
अलीगढ़ के बन्नादेवी थाना क्षेत्र के जवाहर नगर (नगर निगम वार्ड 30) से हार के बाद पार्षद प्रत्याशी ने रविवार रात हवाई फायरिंग कर हंगामा किया। एफआईआर दर्ज न करने पर दूसरे पक्ष ने जमकर हंगामा काटा।
यूपी के शहरों में पिछले छह वर्षों में भारतीय जनता पार्टी का जनाधार थोड़ा सा बढ़ा मगर विपक्षी दलों सपा, बसपा और कांग्रेस के जनाधार में इन छह वर्षों में खासी कमी आयी है।
बसपा का वर्ष 2017 की अपेक्षा इस बार निकाय चुनाव में खराब परफॉर्मेंस रहा है। पिछले चुनाव में बसपा को मेयर की दो सीटों पर जीत मिली थी। इस बार मेयर की उसे कोई भी सीट नहीं मिली है।
यूपी में निकाय चुनाव के बाद अब पार्टी नेताओं और समर्थकों की रार सामने आ रही है। एक मुस्लिम परिवार पर भाजपा का समर्थन करने के कारण हमला किया गया है। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ को भी अपशब्द बोले गए।
यूपी निकाय चुनाव में भाजपा की एकतरफा जीत और सपा की हार को लेकर अखिलेश यादव ने अब अधिकारियों को निशाने पर लिया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सपा की हार का ठीकरा ही यूपी के अधिकारियों पर फोड़ दिया है।
यूपी निकाय चुनाव में बहराइच में भाजपा की 5 सीटों पर हार गई । अचूक रणनीति, मतदाताओं पर पकड़, बेहतर बूथ मैनेजमेंट। हर चुनावों में भाजपा का यह मजबूत फार्मूला रहा है। निकाय चुनाव में यह फार्मूला बिखर गया।
भाजपा, सपा, कांग्रेस और बसपा अपने-अपने मतदाओं के भरोसे जीत का दम भर रही थीं। वहीं निर्दलीय प्रत्याशियों ने ताल ठोंककर ऐसे सियासी सूरमाओं के चुनावी समीकरण को ध्वस्त कर दिया।
उत्तर प्रदेश में अभी सम्पन्न हुए नगर निकाय के चुनाव में तीन नगर पंचायतों के अध्यक्ष पद पर राजद उम्मीदवारों की जीत हुई है। अहमदाबाद,सहजपुर और चिरैया कोट नगर पंचायत पर राजद प्रत्याशियों ने जीत हासिल की।
यूपी चुनाव में राज्य की राजनीति में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) और आम आदमी पार्टी (आप) जैसे नए खिलाड़ियों ने भी कहीं-न-कहीं अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है।
गोरखपुर निकाय चुनाव की मतगणना के दौरान अजब-गजब मामले सामने आए। प्रत्याशी अपने पारिवार के ही मत नहीं पा सके। हांलाकि वह इसका आरोप ईवीएम की गड़बड़ी पर लगा रहे और जांच की मांग कर रहे हैं।
कानपुर में कोरोना संक्रमण काल के मददगारों को शहर के लोग वाकई नहीं भूले। दिग्गज जो संकट में साथ खड़े रहे उनके साथ पब्लिक भी इस बार खड़ी रही। लोगों ने कोरोना काल के मददगारों को जिताने की पूरी कोशिश की।
UP Nikay Chunav Result: इस बारश यूपी निकाय चुनाव में मत प्रतिशत की बात करें तो अकेले बीजेपी के मत प्रतिशत तीनों विपक्षी पार्टी के कुल मत प्रतिशत से ज्यादा है। हर मोर्चे पर भारी पड़ी।
अलीगढ़ में नगर पालिका व नगर पंचायत में बोर्ड चलाने के लिए निर्वाचित चेयरमैन व अध्यक्षों को खूब जोड़ तोड़ करनी पड़ेगी। 2 नगर पालिका व 15 नगर पंचायत में किसी भी अध्यक्ष व चेयरमैन के पास बहुमत नहींं है।
लखनऊ नगर निगम चुनाव में मुस्लिम पार्षदों की संख्या घट गई है। इस बार केवल 14 मुस्लिम उम्मीदवार ही चुनाव जीत पाए हैं। वर्ष 2017 में संयुक्ता भाटिया के चुनाव में 20 मुस्लिम उम्मीदवार चुनाव जीते थे।
अलीगढ़ में 2017 में पहली बार भाजपा का विजय रथ रोकने वाली बसपा इस बार औंधे मुंह जा गिरी। पिछले चुनाव की तरह इस बार भी पार्टी ने मुस्लिम कार्ड जरूर खेला लेकिन मुस्लिमों का साथ बसपा को नहीं मिल सका।
लखनऊ नगर निगम सदन में इस बार लगभग 32 पुराने चेहरे ही दिखाई देंगे। लगभग 78 नए चेहरों को शहर की मतदाताओं ने मौका दिया है।
यूपी निकाय चुनाव में बागियों ने खेल बिगाड़ दिया। तमाम प्रयासों के बाद भी भाजपा बागियों को मैदान से बाहर नहीं कर पाई। नतीजा यह हुआ बहुत सी सीटों पर इन बागियों ने भाजपा को जीत की दौड़ से बाहर कर दिया।
यूपी निकाय चुनावों में भाजपा का पसमांदा मुस्लिमों पर दांव लगाने का फैसला बहुत कारगर साबित होता नहीं दिखा। हालांकि तमाम सीटों पर पार्टी को मुस्लिमों का वोट मिला।
यूपी निकाय चुनाव में दिग्गजों का गढ़ ढहा। जीत दर्ज करने वाली भाजपा ने विजय पाने को व्यापक व्यूह रचना की थी पर केंद्र-प्रदेश के मंत्री भी अपने यहां भाजपा को न जिता सके।
उत्तर प्रदेश की 199 नगर पालिका परिषदों में से 71 में महिलाएं सरकार चलाएंगी। वहीं नगर पंचायत अध्यक्षों के पद पर भी 150 महिलाएं जीत का परचम लहरा कर नगर पंचायतों का काम काम संभालने को तैयार हैं।