नगर निगम: झांसी, शाहजहांपुर में सपा साफ; कानपुर, वाराणसी, बरेली में बसपा जीरो; अयोध्या, सहारनपुर में कांग्रेस खत्म
यूपी में नगर निगम के मेयर की सभी 17 सीटों पर भाजपा की जीत के साथ ही एक औऱ उपलब्धि उसके हिस्से आई है। इन 17 में से 13 नगर निगमों में भाजपा पहली बार अपने दम पर बोर्ड का गठन करने जा रही है।
यूपी में नगर निगम के मेयर की सभी 17 सीटों पर भाजपा की जीत के साथ ही एक और उपलब्धि उसके हिस्से आई है। इन 17 में से 13 नगर निगमों में भाजपा अपने दम पर बोर्ड का गठन करने जा रही है। इन सभी 13 निगमों में भाजपा ने आधी से ज्यादा सीटों पर कब्जा कर लिया है। वहीं, विपक्षी दलों का हाल बेहाल है। शाहजहांपुर और झांसी में सपा का एक भी पार्षद नहीं जीत सका है। सपा पूरी तरह यहां साफ हो गई है। इसी तरह कानपुर, वाराणसी और बरेली में बसपा को कोई पार्षद नगर निगम नहीं पहुंचा है। अयोध्या-सहारनपुर में कांग्रेस का खाता नहीं खुल सका है।
इसके उलट कुछ नगर निगमों में तो भाजपा के पार्षदों की संख्या दो तिहाई से ज्यादा है। ऐसा पहली बार होगा जब भाजपा इतने ज्यादा निगमों में अपने दम पर बोर्ड बनाएगी। सीएम योगी ने चुनाव प्रचार के दौरान आमजन से भाजपा का महापौर जिताने के साथ ही बोर्ड भी बनवाने की अपील की थी। सीएम के इस आह्वान पर जनता ने मुहर लगाई।
नवसृजित शाहजहांपुर और बुंदेलखंड के झांसी में समाजवादी पार्टी के एक भी पार्षद नहीं जीते। सपा इन दोनों नगर निगमों में शून्य पर रही। वहीं कई नगर निगम क्षेत्रों में सपा से अधिक जनता ने निर्दलियों पर भरोसा जताया। कानपुर, वाराणसी व बरेली में बसपा और अयोध्या-सहारनपुर में पार्षद पद पर कांग्रेस का खाता नहीं खुला।
कहां-कहां बोर्ड बना रही भाजपा
सूबे के 17 नगर निगमों में से 13 पर भारतीय जनता पार्टी के आधे से अधिक पार्षदों ने जीत हासिल की है। लखनऊ में 110 में से 80 और कानपुर में 110 में से 63 पार्षद भाजपा के जीते हैं। वाराणसी, गाजियाबाद, प्रयागराज व आगरा के 100-100 में से क्रमशः 63, 66, 56 व 58 सीटों पर कमल खिला।
गोरखपुर व बरेली की 80-80 सीटों में से भाजपा क्रमशः 42 व 51 पर जीती। भाजपा की यह जीत सीएम योगी के विश्वास की जीत है। जनता का सीएम पर यह विश्वास है कि उनके एक आह्वान पर हर जगह कमल खिल गया।
शाहजहांपुर व झांसी में सपा के पार्षद 'शू्न्य'
सीएम योगी के प्रयासों से नित नई ऊंचाई छू रहे बुंदेलखंड के झांसी और नवसृजित शाहजहांपुर नगर निगम में समाजवादी पार्टी के पार्षदों की संख्या शून्य रही। दोनों सीटों पर जनता ने न सिर्फ साइकिल की चैन उतार दी, बल्कि यहां भाजपा के 60 में से 38 और 60 में से 41 सीटों पर पार्षदों को जिताया। वहीं कानपुर, वाराणसी व बरेली में बसपा तथा अयोध्या व सहारनपुर में कांग्रेस का पार्षद पद पर खाता नहीं खुला।
मेरठ में सपा से ज्यादा निर्दलीय पार्षद
मेरठ में 90 में से भाजपा के 42 पार्षद नगर निगम पहुंचने में सफल रहे। यहां समाजवादी पार्टी को महज 13 सीटें मिलीं। सपा से अधिक निर्दलियों का दबदबा रहा। यहां 26 सीटों पर निर्दलियों ने जीत हासिल की। वहीं फिरोजाबाद में समाजवादी पार्टी और निर्दलियों की सीटें 15-15 की बराबरी पर रही। अयोध्या में 13 निर्दल पार्षदों ने जीत हासिल की।
13 सीटों का हाल, जहां विपक्ष हुआ बेहाल
नगर निगम सीटें भाजपा सपा
लखनऊ 110 80 21
कानपुर 110 63 17
वाराणसी 100 63 13
प्रयागराज 100 56 16
आगरा 100 58 03
गाजियाबाद 100 66 05
गोरखपुर 80 42 17
बरेली 80 51 13
मथुरा-वृंदावन 70 36 02
सहारनपुर 70 38 03
मुरादाबाद 70 35 03
झांसी 60 38 00
शाहजहांपुर 60 41 00