Sarva Pitru Amavasya: आज सर्व पितृ अमावस्या का श्राद्ध किया जाएगा। श्राद्ध शुभ मुहूर्त, विधि व सही तिथि के अनुसार करना चाहिए। आइए जानते हैं पितृपक्ष सर्व पितृ अमावस्या श्राद्ध के दिन किसका श्राद्ध करना चाहिए।
Sarva Pitru Amavasya Shradh 15th Day : 2 अक्टूबर, 2024 के दिन पितृपक्ष का 15वां दिन या सर्व पितृ अमावस्या श्राद्ध तिथि रहेगी। अमावस्या तिथि के दिन पितरों का तर्पण व श्राद्ध करना शुभ माना जाता है। जानें सर्व पितृ अमावस्या के दिन पितरों का श्राद्ध किस समय करना शुभ रहेगा।
Sarva Pitru Amavasya Shradh Niyam: सर्व पितृ अमावस्या के दिन श्राद्ध कर्म करने से पितरों को संतुष्टि व शांति मिलती है। पितृ पक्ष श्राद्ध पूजा के लिए कुछ नियम हैं, जिनका ध्यान न रखने पर पितरों की नाराजगी की झेलनी पड़ सकती है।
Pitru Paksha 14th Day: 14वें दिन को चतुर्दशी श्राद्ध के नाम से जाना जाता है। पितरों का श्राद्ध हमेशा सही तिथि, मुहूर्त व विधि के अनुसार करना चाहिए। आइए जानते हैं पितृपक्ष चतुर्दशी श्राद्ध के दिन किसका श्राद्ध करना चाहिए।
Shradh 14th Day : 1 अक्टूबर, 2024 के दिन पितृपक्ष का 14वां दिन या चतुर्दशी श्राद्ध तिथि रहेगी। पितृपक्ष में श्राद्ध कर्म करने से पितृ दोष से भी मुक्ति मिल सकती है। जानें पितृपक्ष के 14वें दिन पितरों का श्राद्ध किस समय में करना शुभ रहेगा।
Pitru Paksha 13th Day: 13वें दिन को त्रयोदशी श्राद्ध के नाम से जाना जाता है। सही समय के दौरान और सही तिथि पर पितृ पक्ष के दिनों में श्राद्ध करना जरूरी माना गया है। आइए जानते हैं पितृपक्ष त्रयोदशी श्राद्ध को किसका श्राद्ध करना चाहिए।
Pitru Paksha 13th Day : 30 सितंबर, 2024 के दिन पितृपक्ष का 13वां दिन या त्रयोदशी श्राद्ध तिथि रहेगी। पितृपक्ष के दौरान श्राद्ध कर्म करने से पितरों की कृपा बनी रहती है। जानें पितृपक्ष के 13वें दिन पितरों का श्राद्ध किस समय करना चाहिए।
Pitru Paksha 12th Day: आज पितृ पक्ष का द्वादशी व मघा श्राद्ध है। पितृपक्ष में शुभ मुहूर्त व सही तिथि की जानकारी लेकर ही श्राद्ध कर्म करने चाहिए। आइए जानते हैं पितृ पक्ष की द्वादशी तिथि पर किसका श्राद्ध करना चाहिए।
Magha Shradh 2024 : आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि पर मघा श्राद्ध किया जाएगा। ऐसी मान्यता है की मघा श्राद्ध के दिन पितरों का तर्पण व श्राद्ध करने से पितर अपने वंशजों को खूब आशीर्वाद देते हैं।
Shradh Day 12: 29 सितंबर, 2024 के दिन पितृपक्ष का 12वां दिन या द्वादशी श्राद्ध तिथि रहेगी। पितृ पक्ष के दौरान पितरों की शांति के लिए तर्पण व श्राद्ध कर्म जरूरी माने गए हैं। जानें पितृपक्ष के 12वें दिन पितरों का श्राद्ध किस समय में करना शुभ रहेगा।
हिंदू पंचांग के अनुसार आश्विन माह के कृष्ण पक्ष को पितृपक्ष कहा जाता है। पितृपक्ष भाद्रपद मास की पूर्णिमा से शुरु होकर आश्विन मास की अमावस्या तक चलते हैं। दृग पंचांग के अनुसार 27 सितंबर को एकादशी का श्राद्ध है। आइए जानते हैं, एकादशी श्राद्ध विधि और पूजन सामग्री लिस्ट-
Pitru Paksha 10th Day: दसवें दिन को दशमी श्राद्ध के नाम से जाना जाता है। पितृपक्ष के दिनों में श्राद्ध करते समय शुभ मुहूर्त व सही तिथि का ज्ञात होना जरूरी माना गया है। आइए जानते हैं पितृ पक्ष की दशमी तिथि को किसका श्राद्ध करना चाहिए।
Shradh 10th Day : 26 सितंबर, 2024 के दिन पितृपक्ष का दसवां दिन या दशमी श्राद्ध तिथि रहेगी। पितृपक्ष में श्राद्ध कर्म करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। जानें पितृपक्ष के दसवें दिन पितरों का श्राद्ध किस समय में करना शुभ रहेगा।
Magha Shraddh date 2024: 16 दिनों के पितृपक्ष में लोग अपने पितरों का तर्पण और पिंडदान करते हैं। इन दिनों कई महत्वपूर्ण श्राद्ध होते हैं। पितृपक्ष में जब मघा नक्षत्र होता है, तो इस दिन को मघा श्राद्ध कहते हैं।
Pitru Paksha 9th Day: नौवें दिन को नवमी श्राद्ध के नाम से जाना जाता है। शुभ मुहूर्त में और सही तिथि पर पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध करना जरूरी माना गया है। आइए जानते हैं पितृपक्ष नवमी श्राद्ध को किसका श्राद्ध करना चाहिए।
Shradh Bhoj Niyam: श्राद्ध पक्ष में पितरों की आत्मशांति के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान किया जाता है। मान्यता है कि पितरों का श्राद्ध कर्म करते समय कुछ विशेष बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।
Pitru Paksha 9th Day : 25 सितंबर, 2024 के दिन पितृपक्ष का नौवां दिन या नवमी श्राद्ध तिथि रहेगी। पितृपक्ष के दौरान श्राद्ध कर्म करने से पितरों की कृपा बनी रहती है। जानें पितृपक्ष के नौवें दिन पितरों का श्राद्ध किस समय करना चाहिए।
god of ancestors pitru:अर्यमा की गणना नित्य पितर में की जाती है। इस सृष्टि में शरीर का निर्माण नित्य पितृ ही करते हैं। इनके संतुष्ट होने पर ही पितरों को तृप्ति मिलती है।
Pitru Paksha 2024 Dates tithi: पितरों का पक्ष यानी पितृपक्ष अभी चल रहा है। इस वीक मातृ नवमी, जिसमें घर की माताएं जो सौभाग्यशाली होती हैं, उनका श्राद्ध करते हैं और इसी सप्ताह ही सन्यासी पितरों का श्राद्ध भी किया जाता है। यहां आप सभी की तिथि और पंचांग देख सकते हैं।
Pitru Paksha 8th Day: आठवे दिन को अष्टमी श्राद्ध के नाम से जाना जाता है। शुभ मुहूर्त में और सही तिथि पर पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध करना जरूरी माना गया है। आइए जानते हैं पितृपक्ष अष्टमी श्राद्ध को किसका श्राद्ध करना चाहिए।
Pitru Paksha 8th Day : 24 सितंबर, के दिन पितृ पक्ष का आठवां दिन या अष्टमी श्राद्ध तिथि रहेगी। आइए जानते हैं पितृ पक्ष के आठवें दिन किन-किन शुभ मुहूर्त में पितरों का श्राद्ध करना चाहिए।
Shradh 7th Day: इस बार पितृ पक्ष का छठा व सातवां दिन एक ही दिन पड़ रहा है। आइए जानते हैं पितृ पक्ष के सातवे दिन या सप्तमी श्राद्ध को किन लोगों का श्राद्ध करना चाहिए व श्राद्ध कर्म के शुभ मुहूर्त-
Pitru Paksha 6th Day: पितृ पक्ष के दिनों में परिवार के लोग अपने पूर्वजों का आशीर्वाद पाने के लिए श्राद्ध कर्म करते हैं। आइए जानते हैं पितृ पक्ष के छठे दिन किन-किन शुभ मुहूर्त में पितरों का श्राद्ध करना चाहिए।
दृग पंचांग के अनुसार 23 सितंबर को षष्ठी और सप्तमी का श्राद्ध है। शास्त्रों अनुसार जिस व्यक्ति की मृत्यु किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष की या कृष्ण पक्ष की जिस तिथि को होती है उसका श्राद्ध कर्म पितृपक्ष की उसी तिथि को ही किया जाता है।
Pitru Paksha 5th Day : कहा जाता है कि पितृ खुश रहें तो जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। पितृपक्ष के दौरान श्राद्ध को शुभ मुहूर्त व सही तिथि में करना जरूरी माना गया है। आइए जानते हैं पितृपक्ष पञ्चमी श्राद्ध को किसका श्राद्ध करना चाहिए।
Pitru Paksha 5th Day : 22 सितंबर, के दिन पितृ पक्ष का पांचवा दिन या पञ्चमी श्राद्ध तिथि रहेगी। आइए जानते हैं पितृ पक्ष के पांचवे दिन किन-किन शुभ मुहूर्त में पितरों का श्राद्ध करना चाहिए।
इस समय पितृपक्ष चल रहा है। आज पितृपक्ष का पांचवां दिन है। आज चतुर्थी का श्राद्ध किया जाता है। आज चतुर्थी श्राद्ध के साथ भी महाभरणी श्राद्ध भी है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जब किसी तिथि विशेष को अपराह्न काल के दौरान भरणी नक्षत्र होतै है तब इसे भरणी श्राद्ध कहते हैं।
आज तृतीया श्राद्ध है। शास्त्रों अनुसार जिस व्यक्ति की मृत्यु किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष की या कृष्ण पक्ष की जिस तिथि को होती है उसका श्राद्ध कर्म पितृपक्ष की उसी तिथि को ही किया जाता है। आइए जानते हैं, तृतीया श्राद्ध विधि और सामग्री की पूरी लिस्ट...
शास्त्रों में यह भी विधान दिया गया है कि यदि किसी व्यक्ति को आपने पूर्वजों के देहांत की तिथि ज्ञात नहीं है तो ऐसे में इन पूर्वजों का श्राद्ध कर्म अश्विन अमावस्या को किया जा सकता है।
Pitru Paksh shradh tarpan kaise karein-पितृपक्ष चल रहा है। ऐसे में पितरों को तर्पण किया जाता है। यह किस विधि से करना चाहिए औरइसके लिए किस चीज की जरूरत होती है, यहां जानें-