Hindi Newsधर्म न्यूज़Pitru Paksha 14th Day: On 01 October whose Shradha should be performed Know Chaturdashi Shradh 2024 vidhi

पितृ पक्ष चतुर्दशी तिथि के दिन किसका श्राद्ध करें?

  • Pitru Paksha 14th Day: 14वें दिन को चतुर्दशी श्राद्ध के नाम से जाना जाता है। पितरों का श्राद्ध हमेशा सही तिथि, मुहूर्त व विधि के अनुसार करना चाहिए। आइए जानते हैं पितृपक्ष चतुर्दशी श्राद्ध के दिन किसका श्राद्ध करना चाहिए।

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 1 Oct 2024 11:21 AM
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Pitru Paksha 14th Day : आज, मंगलवार के दिन पितृ पक्ष का 14वां दिन पड़ रहा है। 14वें दिन को चतुर्दशी श्राद्ध के नाम से जाना जाता है। शुभ मुहूर्त में और सही तिथि पर पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध करना जरूरी माना गया है। चतुर्दशी श्राद्ध को चौदस श्राद्ध, घायल चतुर्दशी श्राद्ध तथा घट चतुर्दशी श्राद्ध के नाम से भी जाना जाता है। इसलिए आइए जानते हैं पितृ पक्ष के 14वें दिन या चतुर्दशी श्राद्ध को किसका श्राद्ध करना चाहिए, श्राद्ध की विधि व परिवार के किन लोगों द्वारा श्राद्ध किया जा सकता है-

पितृ पक्ष चतुर्दशी तिथि के दिन किसका श्राद्ध करें?

1 अक्टूबर, मंगलवार के दिन उन पूर्वजों का श्राद्ध करें, जिनका स्वर्गवास किसी भी महीने की चतुर्दशी तिथि को हुआ हो। इस दिन शुक्ल पक्ष अथवा कृष्ण पक्ष दोनों ही पक्षों की चतुर्दशी तिथि का श्राद्ध किया जा सकता है। दृक पंचांग के अनुसार, चतुर्दशी श्राद्ध तिथि केवल उन मृतकों के श्राद्ध के लिये उपयुक्त है, जिनकी मृत्यु किन्हीं विशेष परिस्थितियों में हुई हो, जैसे दुर्घटना में मृत्यु, आत्महत्या, किसी हथियार द्वारा मृत्यु, या किसी अन्य द्वारा हत्या। इनके अतिरिक्त चतुर्दशी तिथि पर किसी अन्य का श्राद्ध नहीं किया जाता है। चतुर्दशी पर होने वाले अन्य श्राद्ध अमावस्या तिथि पर किये जाते हैं।

चतुर्दशी श्राद्ध को सम्पन्न करने के लिए कुतुप, रौहिण, अपराह्न मुहूर्त आदि शुभ मुहूर्त माने गये हैं। तिथि ज्ञात न होने पर पितृ विसर्जन के दिन श्राद्ध करना चाहिए।

 

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कैसे करें चतुर्दशी श्राद्ध कर्म: इस दिन घर के मुख्य द्वार पर फूल आदि डालकर पितरों का आह्वान करें। पहले यम के प्रतीक कौआ, कुत्ते और गाय का ग्रास निकालें। पात्र में दूध, जल, तिल और पुष्प लें। कुश और काले तिल से तीन बार तर्पण करें। किसी ब्राह्मण को वस्त्र, फल, मिठाई आदि दान दें। जिन्हें ब्राह्मण नहीं मिल सके, वे भोजन आदि मंदिर में बांट सकते हैं।

चतुर्दशी श्राद्ध कौन कर सकता है: ज्योतिर्विद पंडित सुरेंद्र शर्मा ने बताया, श्राद्ध तीन पीढ़ी तक किए जा सकते हैं और इन्हें करने का अधिकार पुत्र, पौत्र, भतीजे और भांजे को है।

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डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 

 

 

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