1977 में असम के जोरहाट में भीषण विमान दुर्घटना हुई थी। इस विमान में तत्कालनी प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई भी मौजूद थे। हालांकि अधिकारियों ने अपनी जान कुर्बान कर भी प्रधानमंत्री और अन्य लोगों को बचा लिया था।
आग से एक गोदाम को नुकसान पहुंचा है। ऐसा मालूम होता है कि गोदाम में सिलाई मशीन और कपड़े रखे थे। पुलिस ने बताया कि 10 घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जबकि 8 लोगों का घटनास्थल पर ही शुरुआती उपचार किया गया।
राष्ट्रपति अलीयेव ने बताया कि विमान पर रूस की जमीन से हमला किया गया था। विमान को जानबूझकर नहीं गिराया गया था। हालांकि, उन्होंने रूस पर कई दिनों तक इस मामले को दबाए रखने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
किफायती हवाई सफर की सुविधा देने वाली दक्षिण कोरियाई विमानन कंपनी ‘जेजू एयर’ की ओर से संचालित बोइंग 737-800 विमान का जमीन पर उतरने का पहला प्रयास विफल रहा था। हालांकि, इसका कारण तत्काल पता नहीं चल पाया है।
विमान के लैंडिंग और टेकऑफ के दौरान चिड़ियों के टकराने का खतरा बना रहता है। अगर पक्षी इंजन में घुस जाते हैं या टकरा जाते हैं तो विमान को बड़ा खतरा हो सकता है।
कजाखस्तान में अकताऊ शहर के निकट अजरबैजान एयरलाइन्स का एक विमान बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे 38 लोगों की मौत हो गई। इस विमान ने अजरबैजान की राजधानी बाकू से रूस के शहर ग्रोंजी के लिए उड़ान भरी थी।
अजरबैजान के विमान क्रैश को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अजरबैजानी राष्ट्रपति से माफी मांगी है। हालांकि उन्होंने यह मानने से इनकार कर दिया है कि उनकी सेना की वजह से ही विमान क्रैश हुआ था।
नए फुटेज में देखा जा सकता है कि कैसे विमान में आसमान में ही आग लग गई थी। बताया गया कि एक चिड़िया टकराने की वजह से विमान का लैंडिंग गियर खराब हो गया था।