Sakat Chauth moonrise timing: शाम को पूजा करें, कथा करें और भगवान गणेश की आरती करें। इसके बाद चंद्र द्रेव के दर्शन करें। यहां हम बता रहे हैं, शाम को कैसे करने हैं चंद्र देव के दर्शन-
moonrise time Uttar Pradesh Kanpur Lucknow prayagraj: कट पूजन में तिल व गुड़ का विशेष महत्व है। तिल को भूनकर गुड़ के साथ कूट कर कहीं तिलकुट का पहाड़ तो कहीं तिलकुट का बकरा बनाया जाता है।
rajasthan jaipur bikaner ajmer moonrise time today: राजस्थान में तिलकुटा चौथ को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।राजस्थान में इस बार चंद्रमा और राज्यों के मुकाबले थोड़ा लेट निकलेगा। यूपी में जहां 9 बजे तक चांद का दीदार हो जाएगा, वहीं राजस्थान के शहरों में…
सकट चौथ का व्रत इस साल 17 जनवरी को रखा जाएगा। इस दिन माताएं अपनी संतान के लिए निर्जला रहेंगी और शाम को चांद को देखकर व्रत का पारण करेंगी। अगर आप दिल्ली में रहते हैं, तो आपको बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में कितने बजे निकलेगा चांद
Chand nikalne ka time today , chand kab niklega , aaj chand kitne baje niklega : आज अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में चांद शाम 6:50 बजे दिखना शुरू होगा। देश के पूर्वी राज्यों में चांद सबसे पहले दिखाई देगा।
हर साल कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर करवा चौथ का पावन व्रत रखा जाता है। हिंदू धर्म में करवा चौथ व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है। आज अरूणाचल प्रदेश के इटानगर में सबसे पहले शाम 6 बजकर 50 मिनट पर चंद्रोदय हो गया है। आइए जानते हैं, भारत के अन्य हिस्सों में कब होगा चंद्रोदय-
Karwa Chauth Chand Timing : करवा चौथ के चांद का दीदार करने के बाद चलनी की मदद से पति का चेहरा निहारा जाता है। चंद्र देव को अर्घ्य दिया जाता है। करवा चौथ के व्रत का पारण पति के हाथों पत्नी को पानी पिलाकर किया जाता है।
chand kab niklega, moon rise timing Rajasthan शाम को पूजा करने के बाद महिलाएं चांद को अर्घ्य देती हैं।इस बार राजस्थान में अलवर में 8 बजे चांद निकल जाएगा, लेकिन झुंझुनूं में रात 8 बजकर 03 मिनट में चांद निकलेगा।
aaj chand kab niklega Karwa Chauth par kab niklega chand: आज कार्तिक मास की चतुर्थी को करवा चौथ का व्रत मनाया जाता है। साल में 12 चतुर्थी व्रत होते हैं। ये सभी गणेश जी के लिए होते हैं। लेकिन कार्तिक महीने की करवा चौथ खास है।
Karwa Chauth 2024 : करवा चौथ के दिन व्रत में चंद्रमा की विशेष तौर पर पूजा की जाती है। सुहाग की दीर्घायु की कामना हेतु इस दिन विधिवत माता पार्वती, गणेश जी एवं करवा माता की पूजा की जाती है। जानें मुहूर्त व विधि-