यमुना एक्सप्रेसवे पर सफर करने वाले रखें ध्यान, 16 फरवरी से स्पीड लिमिट में फिर होगा बदलाव
यमुना एक्सप्रेसवे पर अगले सप्ताह से एक बार फिर वाहन फर्राटा भर सकेंगे। यमुना एक्सप्रेसवे प्रबंधन ने ठंड और घने कोहरे के चलते लागू की गई गति सीमा में फेरबदल करने का निर्णय लिया है। 16 फरवरी से एक्सप्रेसवे पर पुरानी गति सीमा में वाहन चल सकेंगे।
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यमुना एक्सप्रेसवे पर अगले सप्ताह से एक बार फिर वाहन फर्राटा भर सकेंगे। यमुना एक्सप्रेसवे प्रबंधन ने ठंड और घने कोहरे के चलते लागू की गई गति सीमा में फेरबदल करने का निर्णय लिया है। 16 फरवरी से एक्सप्रेसवे पर पुरानी गति सीमा में वाहन चल सकेंगे।
सर्दियों में कोहरे के कारण सड़कों पर विजिबिलिटी कम हो जाती है, जिससे वाहन चलाना मुश्किल हो जाता है। इसके कारण 15 दिसंबर को यमुना एक्सप्रेसवे पर गति सीमा कम करने की योजना बनाकर लागू की गई थी। प्रबंधन ने दुर्घटना में घायल होने वालों को अस्पताल पहुंचाने के लिए टाइम शेड्यूल और फोन नंबरों का आदान-प्रदान भी किया था। ओवरलोड वाहनों पर नकेल कसने के लिए जीरो पॉइंट से जेवर टोल पर दोनों तरह चार चार टीमें तैनात की गई थीं।
एक्सप्रेसवे पर पेट्रोलिंग के लिए गाड़ियों की संख्या 11 से बढ़ाकर 15 कर दी गई थी। वहीं, वाहनों पर रिफलेक्टर टेप चिपकाने के लिए अभियान चलाया गया था। एक्सप्रेसवे के वरिष्ठ प्रबंधक जेके शर्मा ने बताया कि गति सीमा को छोड़कर अन्य सभी व्यवस्था एक समान जारी रहेगी। हालांकि, 16 जनवरी के बाद हल्के वाहन 100 किलोमीटर प्रति घंटे और भारी वाहन 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से फर्राटा भर सकेंगे। अभी तक एक्सप्रेसवे पर 15 दिसंबर से हल्के वाहन के लिए 75 और भारी वाहनों के 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार निर्धारित है।
27 दिनों में चार हजार से अधिक चालान काटे
यमुना एक्सप्रेसवे पर 27 दिनों में 4 हजार से अधिक चालान हुए। यातायात विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो 15 जनवरी से 10 फरवरी तक ओवर स्पीड में दौड़ रहे 4172 वाहनों के चालान काटे गए। इन पर 86 लाख 64 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। गति सीमा में फेरबदल के दिन यानी 15 दिसंबर से चालान का डेटा और भी ज्यादा हो सकता है।