'सनातन धर्म का प्रोडक्ट है भारत, दुनिया कर रही सेलिब्रेट', उदयनिधि पर खूब बरसे तमिलनाडु के गवर्नर
गवर्नर रवि ने कहा कि कुछ लोग नकारात्मक टिप्पणियां करके सनातन के विचारों और मान्यताओं को विकृत कर रहे हैं। वे अपने स्वार्थ के लिए ऐसा कर रहे हैं। ऐसे लोग सनातन के मूल्यों की उपेक्षा करते हैं।
सनातन धर्म के खिलाफ डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के बयान पर हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब तमिलनाडु के गवर्नर आरएन रवि भी इस विवाद में कूद पड़े हैं। उन्होंने बुधवार को कहा कि भारत ने 'वसुधैव कुटुंबकम' की थीम के तहत जी20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन किया, जिसकी दुनिया भर में चर्चा हुई। इस तरह से पहले कभी सनातन को सेलिब्रेट नहीं किया गया। द्रमुक मंत्री पर निशाना साधते हुए गवर्नर ने कहा कि सनातन अविनाशी है।
बता दें कि उदयनिधि स्टालिन ने सनातन की तुलना मच्छर, डेंगू, मलेरिया, बुखार और कोरोना से की थी। उन्होंने कहा था कि इनका विरोध नहीं किया जा सकता है, इन्हें खत्म कर देना ही अच्छा होगा। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे के इस बयान पर खूब हंगामा मचा है। राज्यपाल रवि ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा, 'इस महीने की 9 और 10 तारीख को दुनिया ने नई दिल्ली में 'सनातन उत्सव' मनाया क्योंकि हमने जी20 समिट की मेजबानी की। भारत की अध्यक्षता में यह सम्मेलन सनातन मूल्यों, सनातन धर्म और वसुधैव कुटुंबकम की थीम पर हुआ। अब तो दुनिया भर में सनातन धर्म का जश्न मनाया जा रहा है।'
गवर्नर बोले- देश को तोड़ने का एजेंडा चला रहे लोग
गवर्नर ने कहा कि कुछ लोग नकारात्मक टिप्पणियां करके सनातन के विचारों और मान्यताओं को विकृत कर रहे हैं। वे अपने स्वार्थ के लिए ऐसा कर रहे हैं। ऐसे लोग सनातन के मूल्यों की उपेक्षा करते हैं। मगर, सनातन को अविनाशी है। उन्होंने कहा, 'हमें अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक और सतर्क रहने की जरूरत है। अगर कोई इसे (सनातन) खत्म करने या नुकसान पहुंचाने की बात करता है, तो यह समझना होगा कि वे देश को तोड़ने का एजेंडा चला रहे हैं।' रवि ने जोर देकर कहा कि भारत की मूल शक्ति सनातन में निहित है।
एक और विभाजन बर्दाश्त नहीं करेगा भारत: राज्यपाल
तमिलनाडु के राज्यपाल ने दावा किया कि राष्ट्र-विरोधी तत्व देश के मूल पर हमला करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने भी तो यही किया या फिर ऐसा करने की कोशिश की। वे भारत को तोड़ने में सफल रहे। विभाजन के बाद देश दो हिस्सों में बंट गया। उन्होंने कहा कि भारत एक और विभाजन बर्दाश्त नहीं करने वाला है। आंबेडकर का जिक्र करते हुए गवर्नर ने कहा, 'हमारा संविधान कहता है... 'इंडिया दैट इज भारत'। भारत सनातन धर्म का प्रोडक्ट है। यह दुर्भाग्य है कि अंग्रेजों के जाने के बाद हमने नागरिकों को यह समझाने के लिए बहुत कुछ नहीं किया कि भारत क्या है।'