यूपी में भ्रष्टाचार पर बड़ा ऐक्शन, बरेली एसएसपी ने इंचार्ज समेत पूरी चौकी को किया सस्पेंड
- बरेली में पुलिस विभाग में बड़ी कार्रवाई हुई है। एक व्यक्ति को बंधक बनाकर जेल भेजने की धमकी देकर दो लाख रुपए की अवैध वसूली करने के मामले में एसएसपी ने फतेहगंज पश्चिमी में पूरी चौकी को ही सस्पेंड कर दिया है।

यूपी के बरेली में भ्रष्टाचार मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। एक व्यक्ति को बंधक बनाकर जेल भेजने की धमकी देकर दो लाख रुपये की वसूली पर एसएसपी अनुराग आर्य ने फतेहगंज पश्चिमी की पूरी कस्बा चौकी को सस्पेंड कर दिया है। आरोपियों में चौकी इंचार्ज बलवीर सिंह और दो सिपाही हिमांशु तोमर व मोहित कुमार शामिल हैं। तीनों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कराने के साथ ही रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि गुरुवार रात सूचना मिली कि फतेहगंज पश्चिमी की कस्बा चौकी के स्टाफ ने भिटौरा निवासी बलवीर सिंह को घर से उठाकर अवैध वसूली की है। इस पर उन्होंने सीओ हाईवे नीलेश मिश्र को जांच के निर्देश दिए। सीओ ने बलवीर सिंह व उनके परिवार से पूछताछ की तो सामने आया कि गुरुवार दोपहर एक बजे फतेहगंज पश्चिमी चौकी इंचार्ज बलवीर सिंह और दो सिपाही हिमांशु तोमर व मोहित कुमार उनके घर पहुंचे। तीनों ने तमंचा रखकर उनकी और बेटे की फोटो खींच ली। फिर मारपीट करते हुए उन्हें थाने के बराबर में बने बंद रबर फैक्ट्री के क्वार्टर में ले गए। शाम करीब साढ़े पांच बजे तक बंधक बनाकर मारपीट की और जेल भेजकर जिंदगी खराब करने की धमकी देकर तीन लाख रुपये की डिमांड की। उनके भतीजे ने पत्नी से दो लाख रुपये लाकर दिए तो इस बारे में किसी को बताने पर पूरे परिवार की जिंदगी बर्बाद करने की धमकी देकर उन्हें छोड़ा गया।
रबर फैक्ट्री के आवास में थी अवैध हवालात, होती थी वसूली
फतेहगंज पश्चिमी के कस्बा चौकी इंचार्ज बलवीर सिंह और दो सिपाही हिमांशु तोमर व मोहित कुमार के सस्पेंड होने के बाद उनके कारनामे सामने आने लगे हैं। पता चला है कि इन लोगों ने वसूली के लिए रबर फैक्ट्री के कंडम घोषित आवास को अवैध हवालात बना रखा था। किसी भी व्यक्ति को पकड़ने बाद वहां लाया जाता था और फिर वसूली की जाती थी। एसएसपी अनुराग आर्य की कड़ी कार्रवाई के बाद लोगों ने चौकी इंचार्ज बलवीर सिंह के भ्रष्टाचार के बारे में बोलना शुरू कर दिया है।
लोगों ने बताया कि चौकी इंचार्ज और दो सिपाही चेकिंग के नाम पर घरों में घुसकर लोगों को उठा लाते थे। फिर उन्हें थाने ले जाने के बजाय रबर फैक्ट्री के आवास में बनी अवैध हवालात में रखकर डील की जाती थी। तीन दिन पहले भी इन लोगों ने दो तस्करों को उठाया था। इनमें से एक तस्कर को जेल भेज दिया लेकिन दूसरे तस्कर को तीन दिन तक बैठाए रखा। वे लोग उस पर बड़े तस्कर का नाम लेकर वसूली की कोशिश में था लेकिन मामला अफसरों के संज्ञान में आने पर उसे जेल भेजना पड़ा।
छुटभैया नेता करता था वसूली, रकम लेकर फरार
फतेहगंज पश्चिमी स्मैक तस्करी के लिए बदनाम है। चर्चा है कि स्मैक तस्करों से वसूली के लिए एक छुटभैया नेता को लगा रखा था। वह तस्करों से वसूली करके रकम पुलिस तक पहुंचाता था लेकिन पिछले दिनों बलवीर सिंह के खिलाफ कुछ शिकायतें हुईं तो उसे लगा कि इस पर कार्रवाई हो जाएगी और फिर वह वसूली की रकम लेकर फरार हो गया। चौकी पुलिस कई दिन से उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी।
लेना चाहता था वीआरएस, फिर बदला इरादा
जानकारी में आया है कि भ्रष्टाचार में सस्पेंड हुआ चौकी इंचार्ज बलवीर सिंह कुछ समय पहले तक वीआरएस लेना चाहता था। इसके लिए उसने आवेदन किया और आगे की प्रक्रिया भी शुरू हो गई। मगर फतेहगंज पश्चिमी की कस्बा चौकी पर पहुंचने के बाद उसने वीआरएस लेने से मना कर दिया। इसको लेकर भी खूब चर्चा हो रही है। कुछ दिन पहले एसएसपी ने उसे लाइन हाजिर भी किया लेकिन जुगाड़ करके उसने अपना ट्रांसफर रुकवा लिया
एसएसपी अनुराग आर्य का कहना है कि एक व्यक्ति को पकड़कर छोड़ने के बदले रिश्वत लेने के आरोप में फतेहगंज पश्चिमी के चौकी इंचार्ज बलवीर सिंह और दो सिपाही को सस्पेंड किया गया है। तीनों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई है। तीनों के खिलाफ विभागीय जांच के भी निर्देश दिए गए हैं।