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बिहार में निर्माणाधीन पुल से नीचे गिरा मजदूर, ट्रैक्टर ने कुचला; दर्दनाक मौत

  • जिले में पुल निर्माण के दौरान चौथम थाना क्षेत्र के नवादा घाट में सोमवार को मजदूर की हुई मौत की घटना पहली नहीं है। इसके पहले भी गंगा घाट अगुवानी में पुल निर्माण के दौरान इंजीनियर सहित आधा दर्जन मजदूरों की जान जा चुकी है।

Nishant Nandan हिन्दुस्तान, एक प्रतिनिधि, खगड़ियाTue, 11 Feb 2025 08:16 AM
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बिहार में निर्माणाधीन पुल से नीचे गिरा मजदूर, ट्रैक्टर ने कुचला; दर्दनाक मौत

बिहार में पुल निर्माण में लगे एक मजदूर की निर्माणाधीन पुल से गिर कर दर्दनाक मौत हो गई। खगड़िया जिले के चौथम थाना क्षेत्र के नवादा घाट पर बागमती नदी पर बन रहे पुल निर्माण कार्य में लगे झारखंड के एक मजदूर की सोमवार को ट्रैक्टर से दबकर मौत हो गई। मृतक रवि ठाकुर (50 वर्ष) झारखंड के साहिबगंज जिले के महाराजपुर का रहने वाला था। नवादा घाट और खरैता घाट के बीच बागमती नदी पर 56 करोड़ रुपए की लागत से पुल का निर्माण किया जा रहा है।

इन दिनों पुल के छत की ढलाई की जा रही है। काम में सुरक्षा के मानकों का ध्यान रखने के लिए पहले भी स्थानीय लोगों ने आवाज उठाई थी। सोमवार को काम के दौरान मजबूत बैरिकेडिंग न होने के कारण मजदूर रवि ठाकुर पुल से नीचे गिर गया। इसी दौरान वहां से ट्रैक्टर गुजर रहा था, जिससे कुचलकर वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। साथी मजदूर उसे इलाज के लिए चौथम सीएचसी ले गए।

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यहां से उसे सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मजदूर की मौत हो गई। चौथम की प्रभारी थानाध्यक्ष अंतिमा कुमारी ने बताया कि पुल से गिरकर मजदूर की मौत की बात सामने आई है। फिलहाल कोई आवेदन नहीं मिला है। आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

पहले भी गई है मजदूरों की जान

जिले में पुल निर्माण के दौरान चौथम थाना क्षेत्र के नवादा घाट में सोमवार को मजदूर की हुई मौत की घटना पहली नहीं है। इसके पहले भी गंगा घाट अगुवानी में पुल निर्माण के दौरान इंजीनियर सहित आधा दर्जन मजदूरों की जान जा चुकी है। हालांकि घटना बाद बतौर कुछ दिन ही लोगों के बीच चर्चा होती है।

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पुल निर्माण के दौरान सुरक्षा पर लंबी-लंबी बातें करते हैं,लेकिन कुछ दिनों बाद पुन उसी अंदाज में व्यवस्था शुरू हो जाती है। इधर जानकारों की मानें तो जहां अगुवानी पुल हादसा के दौरान इंजीनियर व नाइट गार्ड की मौत हुई थी। वही बोरवेल में गिरकर, जेसीबी से दबकर व अन्य हादसे में मजदूरों की जान जा चुकी है। इस हादसे के दौरान कंस्ट्रशन कंपनी के अधिकारी कुछ राशि थमाकर मामले को शांत कर देते हैं।

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