500 बेड और मुफ्त जांच, PMCH होगा बिहार का सबसे बड़ा कैंसर सेंटर; दिल्ली-मुंबई जैसी सुविधा देने का प्लान
- पीएमसीएच कैंसर रोग विभाग के हेड डॉ. रवि ब्याहुत ने बताया कि यह कैंसर संस्थान राज्य का सबसे बड़ा सरकारी कैंसर अस्पताल के रूप में विकसित होगा। 350 बेड के भर्ती क्षमता वाले इस अस्पताल को बढ़ाकर 500 बेड तक किया जा सकेगा।
पीएमसीएच में राज्य का सबसे अत्याधुनिक और सबसे बड़ा सरकारी कैंसर सेंटर बनेगा। 350 बेड वाले इस अस्पताल में कैंसर मरीजों को इलाज की वे सभी सुविधाएं मिलेंगी, जो मुंबई के टीएमएच और नई दिल्ली के एम्स जैसे संस्थानों में उपलब्ध है।यहां कैंसर के लिए कई अलग विभाग, जिनमें सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, रेडिएशन, गायनी ऑन्कोलॉजी के साथ ही अलग न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग भी होगा। राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसे स्टेट ऑफ आर्ट कैंसर संस्थान के रूप में विकसित किए जाने की योजना बनाई गई है।
पीएमसीएच कैंसर रोग विभाग के हेड डॉ. रवि ब्याहुत ने बताया कि यह कैंसर संस्थान राज्य का सबसे बड़ा सरकारी कैंसर अस्पताल के रूप में विकसित होगा। 350 बेड के भर्ती क्षमता वाले इस अस्पताल को बढ़ाकर 500 बेड तक किया जा सकेगा। कैंसर मरीजों को इलाज के साथ कई महत्वपूर्ण जांच भी नि:शुल्क मिलेगी।
बताया कि कई अत्याधुनिक मशीनें यहां लगेंगी, जिनमें चार लिनियर एक्सीलेरेटर, दो ब्रेकीथेरेपी, दो सिमुलेटर के अलावा न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में दो पेट सिटी मशीन भी लगेंगी। सिमुलेटर से मरीज के इलाज की योजना तैयार हो सकेगी। इसके माध्यम से रेडिएशन की डोज की मात्रा का आकलन और शरीर के हिस्से का निर्धारण हो सकेगा। यहां मरीजों को पेट सिटी स्कैन से जांच की सुविधा नि:शुल्क मिलेगी। इसके माध्यम से कैंसर के फैलाव व स्टेज की सही जानकारी मिल सकेगी। निर्माण एजेंसी को ही सभी मशीनें लगाकर भवन को हस्तान्तरित करना है।
दूसरे फेज से मिलेगी ये सारी सुविधाएं
डॉ. रवि ब्याहुत ने बताया कि कैंसर अस्पताल पीएमसीएच के नवनिर्माण के दूसरे फेज में तैयार होगा। पहले फेज के बाद निर्माण एजेंसी द्वारा दूसरे फेज में कैंसर संस्थान का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी तक आईजीआईएमएस में 100 बेड का कैंसर संस्थान है। मरीजों की भारी भीड़ से समय पर इलाज मिलना मुश्किल हो जाता है।
वहां मरीजों को इलाज के लिए शुल्क भी लगता है। पीएमसीएच में उपलब्ध इलाज के लिए मरीजों को अबतक कोई शुल्क नहीं चुकाना पड़ता है।