Budget 2025: इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदना होगा सस्ता! ईवी बैटरी को लेकर सरकार का बड़ा एलान
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 के दौरान देश के इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर पर भी फोकस किया। उन्होंने बताया कि सरकार का बड़ा फोकस अब सौर उर्जा और ईवी बैटरी पर रहेगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 के दौरान देश के इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर पर भी फोकस किया। उन्होंने बताया कि सरकार का बड़ा फोकस अब सौर उर्जा और ईवी बैटरी पर रहेगा। हालांकि, इसे लेकर सरकार कितना रुपए खर्च करेगा, इसकी जानकारी शेयर फिलहाल नहीं की है। ये पहले से माना जा रहा था कि सरकार ईवी सेक्टर को लेकर बड़ा एलान कर सकती है। सरकार लगातार इलेक्ट्रिक व्हीकल को बढ़ावा देने के लिए पॉलिसी ला रही है। वहीं, ईवी में इस्तेमाल होने वाली बैटरी की कीमतों में कटौती करके इन्हें और भी सस्ता बनाने पर जोर है।
भारत सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) प्रोडक्ट के लोकल मैन्युफैक्चिंग को बढ़ावा देने के लिए पर्याप्त कदम उठाए हैं। ऑटोमोबाइल के लिए प्रोडक्शन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना, FAME2 और PM E-Drive जैसी पहलों ने विकास को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन योजनाओं ने न केवल घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहित किया है, बल्कि इस सेक्टर में विदेशी निवेश को भी आकर्षित किया है।
देश के अंदर जैसे-जैसे ईवी की डिमांड बढ़ रही है, चार्जिंग स्टेशनों और बैटरी रीसाइक्लिंग सुविधाओं का विस्तार करने की सख्त जरूरत है। भारत के स्थानीय ईवी बाजार के समग्र विकास के लिए इन बुनियादी ढांचे की जरूरतों को पूरा करना महत्वपूर्ण है। उचित रीसाइक्लिंग प्रक्रियाएं स्थिरता सुनिश्चित करेंगी और देश के ग्रीन मोबिलिटी में बदलाव का समर्थन करेंगी।
ईवी बाजार के बढ़ने के साथ, इम्पोर्ट लिथियम-आयन सेल पर निर्भरता चुनौतियां पेश करती है। सरकार से ऐसे प्रोत्साहन पेश करने की उम्मीद है जो उभरते बैटरी उत्पादकों को सस्ते आयात से बचाएंगे। ऐसी नीतियां स्थानीय बैटरी निर्माण का समर्थन करेंगी और भारत की ईवी उत्पादन क्षमताओं में योगदान देंगी। आने वाले दिनों में सरकार ईवी बैटरी से जुड़े एलान को डिटेल से बताएगा।
पीएम ई-ड्राइव जैसी योजनाएं सार्वजनिक परिवहन को विद्युतीकृत करने और ईवी बुनियादी ढांचे को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करती हैं, जिसमें 332 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया गया है। ये प्रयास राष्ट्रीय स्थिरता लक्ष्यों को महत्वपूर्ण रूप से आगे बढ़ाते हैं और इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर व्यापक बदलाव का समर्थन करते हैं। हुंडई और सुजुकी जैसे निर्माताओं ने प्रोत्साहन-लिंक्ड योजनाओं के कारण भारत में अपने ईवी बैटरी उत्पादन के महत्वपूर्ण हिस्से को पहले ही स्थानीयकृत कर दिया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।