Hindi Newsधर्म न्यूज़Diwali Muhurat Ganesh Laxmi Puja Muhurat today DIWALI 2024 evening pooja time from 6:26 pm on 31 October

Diwali Muhurat: अब शाम को कितने बजे से करें गणेश-लक्ष्मी की पूजा, जानें दिवाली पूजा का सबसे बढ़ियां मुहूर्त

  • Diwali Muhurat, Ganesh Laxmi Puja Muhurat: बड़े धूम-धाम के साथ घरों में मां लक्ष्मी का आगमन किया जाएगा। आज और कल दोनों दिन दिवाली मना सकते हैं। ज्योतिषाचार्यों से जानें 31 अक्टूबर को दिवाली पूजन का सबसे उत्तम मुहूर्त

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 31 Oct 2024 05:02 PM
share Share

Diwali Muhurat Ganesh Laxmi Puja Muhurat: आज और कल दोनों दिन दिवाली मना सकते हैं। 31 अक्टूबर को दिवाली मनाना उत्तम माना जा रहा है क्योंकि अमावस्या तिथि 1 नवंबर को शाम 6 बजे तक ही है। दिवाली शाम को घरों में दीपक जलाकर गणेश व लक्ष्मी जी का पूजन का विधान है। पूजा के दौरान मां लक्ष्मी को कमल का फूल अवश्य अर्पित करें। गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें। मां लक्ष्मी की पूजा शुरू करने से पहले चौकी के चारो ओर दीपक लगाएं। मां की प्रतिमा जहां रखें, वहां थोड़े से चावल भी जरूर रखें। मां के बाई ओर भगवान विष्णु की प्रतिमा रखें। फिर पूजन करें। यह बेहद शुभाकारी रहेगा। आइए ज्योतिषाचार्यों से जानते हैं 31 अक्टूबर को दिवाली पूजन का सबसे उत्तम मुहूर्त-

ये भी पढ़ें:दिवाली पर लक्ष्मी-गणेश की पूजा कैसे करें?जानें दिवाली पर पूजा करने का तरीका

दुकानों में कब करें पूजा: धर्माचार्य महंत विष्णु दत्त स्वामी के अनुसार, 31 अक्तूबर को दीपावली पर्व मनाया जाएगा। गुरुवार चित्रा नक्षत्र के तुला राशि में होने पर व्यापारिक प्रतिष्ठानों, कारखाने में दिन में 3:20 से 4:48 तक पूजन का मुहूर्त रहेगा। शाम 4:49 से 6:25 बजे तक मेष लग्न में स्वामी मंगल होने पर चलित वाहनों की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त है।

आज शाम कितने बजे से करें गणेश-लक्ष्मी की पूजा: शाम 6:26 से रात 10:36 तक वृष एवं मिथुन लग्न में घरों में लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त है। धर्माचार्य हरिओम पाठक के अनुसार, रात 10:37 से 12:53 तक महानिशा, मंत्र साधना, काली पूजा होगी।

ये भी पढ़ें:दिवाली की शाम पूजा के लिए 2 घंटे का शुभ मुहूर्त, जानें कब शुरू करें पूजा

दिवाली पूजा का सबसे बढ़ियां मुहूर्त: ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, 31 अक्टूबर पर दिवाली पूजन के लिए सबसे उत्तम मुहूर्त शाम 6:28 से 8:25 तक रहेगा। इस दौरान वृष लग्न व प्रदोष काल भी रहेगा, जो पूजा के लिए अति उत्तम माना जाता है।

पं रामदेव पाण्डेय के अनुसार, दिवाली पर पूजा के लग्न व शुभ मुहूर्त

स्थिर लग्न

कुम्भ - दोपहर 2:52 से 3:25 तक

वृष - शाम 6:28 से 8:25 तक

सिंह - रात 12:56 से 3:50 तक

प्रदोष काल - शाम 5:33 से 7:58

निशीथ काल - रात 11:35 से 12:36

ये भी पढ़ें:दिवाली की शाम भूलकर भी न करें ये 8 काम

चौघड़िया मुहूर्त

शुभ -सुबह 5:55 से 7:20 तक

चर -सुबह 10:7 से 11:32

लाभ -दिन 11:23 से 12:57

अमृत -दिन 12:57 से 2:23

शुभ -दिन 3: 40 से 5:10

अमृत -शाम 5:20 से 6:45

चर -शाम 6:45 से 8:25

लाभ -रात 23:32 से 1:10

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें