दिवाली के पावन दिन विधि- विधान से मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है। हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। शुभ मुहूर्त में पूजा करने से फल कई गुना अधिक मिलता है।
Diwali today 1 november: आज दिवाली लक्ष्मी पूजन के लिए किस समय मिल रहा है चौघड़िया मुहूर्त , किस समय ऑफिस और घर में पूजा कर सकते हैं।
1 November 2024 Laxmi Pujan Muhurat 2024: आज 1 नवंबर 2024, शुक्रवार को अमावस्या तिथि व्याप्त है, ऐसे में कुछ जगहों पर दिवाली का पर्व आज मनाया जा रहा है। जानें आज लक्ष्मी पूजन के शुभ व चौघड़िया मुहूर्त-
Diwali muhurat timing , laxmi pujan timing : आज दीपावली पर पूजन का उत्तम मुहूर्त स्थिर लग्न वृषभ सायं 6.27 से रात 8.23 बजे तक है। इसके बाद दूसरा मुहूर्त रात 11 बजकर 39 मिनट से शुरू होगा।
Diwali puja shubh muhurat timing : दिवाली का पर्व आज देशभर में मनाया जा रहा है। यहां हम आपको दिवाली पूजा के आज और कल के शुभ मुहूर्त, विशेष पूजा उपाय, पूजा विधि और आरती संग्रह का लिंक दे रहे हैं।
Diwali Muhurat, Ganesh Laxmi Puja Muhurat: बड़े धूम-धाम के साथ घरों में मां लक्ष्मी का आगमन किया जाएगा। आज और कल दोनों दिन दिवाली मना सकते हैं। ज्योतिषाचार्यों से जानें 31 अक्टूबर को दिवाली पूजन का सबसे उत्तम मुहूर्त
Deepawali Lakshmi Pujan Muhurat Citywise 2024: दिवाली की शाम को शुभ मुहूर्त में गणेश-लक्ष्मी पूजन किया जाता है। आप भी जानें अपने शहर का गणेश-लक्ष्मी पूजन मुहूर्त-
DIWALI Pooja, Lakshmi ganesh pooja vidhi : दिवाली के दिन शाम में विधिवत गणेश भगवान, मां लक्ष्मी व कुबेर जी की पूजा-उपासना की जाती है। आइए जानते हैं घर पर दिवाली पूजा करने का सबसे आसान तरीका-
Diwali Time: इस साल अमावस्या तिथि दो दिन पड़ने के कारण कुछ लोग आज और कुछ लोग 1 नवंबर को दिवाली पूजन करेंगे। दिवाली पूजन कार्तिक अमावस्या के दिन प्रदोष काल के दौरान की जाती है। पंडित जी से जानें दिवाली पूजन का सबसे बेस्ट मुहूर्त-
अलग-अलग जगह पितरों के पूजन की परंपरा अलग-अलग है। इसलिए अपनी परंपरा के अनुसार पितरों का पूजन और उनके नाम का दीपक जलाना चाहिए। वैसे तो हर अमावस्या पर पितरों की पूजा की जाती है, लेकिन कार्तिक अमावस्या बड़ी अमावस्या है,
Diwali 2024 Puja Timing : आज दिवाली के दिन प्रदोष काल शुरू होने के बाद पूजा होगी। दिवाली पूजन शुभ मुहूर्त देखकर करना फलदायक माना गया है। जानें दिवाली शुभ मुहूर्त, पूजा-विधि, सामग्री, आरती, शुभ रंग व मंत्र-
Today Diwali Best Puja Muhurat and Vidhi: आज दिवाली का पावन पर्व देश भर में मनाया जा रहा है। दिवाली के दिन शुभ मुहूर्त में भगवान गणेश व मां लक्ष्मी का पूजन किया जाता है। जानें आज दीपावली पूजन टाइमिंग, विधि, सामग्री, आरती, भोग, मंत्र व सबकुछ
Kalratri Mahakali puja कार्तिक अमावस्या की निशा में की जाने वाली काली पूजा बंगाल में श्यामा पूजा या महानिषि पूजा के नाम से भी जानी जाती है। इसका विधान 31 अक्तूबर को कालरात्रि में किया जाएगा।
Today Diwali Laxmi Puja Muhurat for Home, Factory and Office: आज दिवाली का पर्व देशभर में मनाया जा रहा है। इस दिन घरों, ऑफिस व फैक्ट्री में लक्ष्मी पूजन किया जाता है। जानें आज दिवाली पर गणेश-लक्ष्मी पूजन मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र व अन्य जरूरी बातें-
Diwali 2024 Shubh Muhurat : कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या के दिन दिवाली का पावन पर्व मनाया जाता है। इस दिन घर-घर में मां श्री लक्ष्मी व गणेश जी का पूजन होता है। आइए जानते हैं, दिवाली के दिन कैसे और कब करें पूजा-
Diwali lakshmi puja timing shubh choghadiya today दिवाली पर एक नहीं पूजा के लिए स्थिर लग्न समेत शुभ चौघड़िया मुहूर्त 31 अख्टूबर को मिल रहे हैं। घर और ऑफिस में पूजा के लिए उत्तम मुहूर्त
दिवाली के पावन दिन मां लक्ष्मी से धन और भगवान श्री गणेश से ज्ञान देने की विनती श्रद्धालु करते हैं। मुख्यत: शाम में देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इसलिए पूजा अत्यंत प्रसन्नता और भक्ति के साथ की जाती है।
Diwali lakshmi puja time today: दिवाली पर पंचांग भेद के कारण दिवाली की तिथि को लेकर कंफ्यूजन है। इस साल देशभर में दिवाली अधिकतर जगह 31 अक्टूबर को मनाई जा रही है, वहीं कुछ लोग 1 नवंबर को भी दिवाली मनाई जा रही है जोतिर्विद से जानें इस दिन दुकान, ऑफिस में दिवाली पूजन कब करना है
Diwali Puja Vidhi 2024: दिवाली पर मां लक्ष्मी, भगवान गणेश व कुबेर जी के पूजन का विशेष महत्व है। जानें आप भी दिवाली पर घर पर कैसे करें आसान तरीके से पूजा-
Diwali dipak pujan : 31 अक्टूबर के दिन दिवाली मनाई जाएगी। शाम में लक्ष्मी जी व गणेश जी का पूजन किया जाएगा। दिवाली के दिन दीपक पूजन सही विधि अनुसार करना चाहिए। पंडित जी से जानें दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त-
Diwali Ganesh-Laxmi puja timing: दिवाली के दिन शाम को शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी, भगवान गणेश व भगवान कुबेर की पूजा की जाती है। जानें दिवाली के दिन गणेश-लक्ष्मी पूजन के दिन-रात के शुभ चौघड़िया मुहूर्त-
कल मां लक्ष्मी का पूजन होगा, लेकिन क्या आपको पता है कि मां लक्ष्मी का पूजन स्थिर लग्न में क्यों होता है, यहां जानें 31 अक्टूबर को पूजा के लिए कितना समय मिल रहा है
Diwali laxmi puja muhurat 2024: दिवाली का त्योहार देश में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन को लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है। दिवाली के दिन मां लक्ष्मी, भगवान गणेश व भगवान कुबेर की पूजा का विधान है। जानें दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का सबसे उत्तम समय क्या है। जानें पंडित जी से-
Diwali date 31 october today: अमावस्या तिथि दो दिन पड़ रही है। पहले दिन संध्या में प्रवेश के कारण उस दिन दीपावली मनाई जाएगी। अगले दिन एक नवंबर दिन शुक्रवार को उदया तिथि में प्रवेश होने के कारण
Diwali puja:दीवाली पर पूजन के लिए इस बात का विशेष ध्यान रखे कि लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा एक साथ जुड़ी न हो। बल्कि मां लक्ष्मी और गणेशजी की अलग-अलग प्रतिमाएं ही खरीदें।
Diwali Laxmi puja muhurat 2024 date and time: दिवाली के लिए पूजा का मुहूर्त 31 अक्टूबर को शाम को ही मिल रहा है। इस दिन लक्ष्मी गणेश की कैसे पूजा करनी चाहिए, यहां ज्योतिर्विद से जानें कैसे राशि के अनुसार दिवाली की पूजा करनी चाहिए।
Diwali date 31 october दीपों के पर्व दिवाली को लेकर इस बार पंचांग में भेद हैं। पंचांग भेद के कारण दिवाली की दो तिथियां हो रही हैं। दरअसल अमावस्या के 31 तारीख को शाम को शुरू होने की वजह से ज्योतिषी इस बात पर मंधन कर रहे हैं कि दिवाली कब शुभ रहेगी।
Diwali Muhurat Dhanteras 2024: छोटी दिवाली से एक दिन पहले धनतेरस मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान धन्वंतरि, मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की उपासना करने से जातक को जीवन में कभी भी आर्थिक कमी का सामना नहीं करना पड़ता है।
Diwali 2024 Date and Time: दिवाली का त्योहार रौशनी का त्योहार है। इस बार दिवाली को लेकर कई संशय की स्थिति बनी हुई है। अमावस्या तिथि में दिवाली मनाई जाती है। पंडित से जान लें दिवाली की सही डेट, मुहूर्त व पूजन सामग्री-
Mahanisha Kalratri deepawaliदीपावली सनातनी परंपरा में रात में मनाए जाने वाले प्रमुख पर्वों में एक है। इसे तीसरी महानिशा का स्थान प्राप्त है। पहली महानिशा महाशिवरात्रि एवं दूसरी मोहरात्रि (जन्माष्टमी) है