Diwali Puja: दिवाली पर लक्ष्मी-गणेश की पूजा कैसे करें? जानें घर पर दिवाली पर पूजा करने का तरीका
- DIWALI Pooja, Lakshmi ganesh pooja vidhi : दिवाली के दिन शाम में विधिवत गणेश भगवान, मां लक्ष्मी व कुबेर जी की पूजा-उपासना की जाती है। आइए जानते हैं घर पर दिवाली पूजा करने का सबसे आसान तरीका-
DIWALI Pooja, Lakshmi ganesh pooja vidhi : भगवान श्री राम के अयोध्या वापस आने की खुशी में दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। दिवाली के दिन शाम में विधिवत गणेश भगवान, मां लक्ष्मी व कुबेर जी की पूजा-उपासना की जाती है। इस साल 2 दिन दिवाली मनाई जा रही है। पंचांग भेद के कारण कुछ लोग आज तो कुछ कल दिवाली मना रहे हैं। आइए जानते हैं घर पर दिवाली पूजा करने का सबसे आसान व सही तरीका, मंत्र, सामग्री और पूजन मुहूर्त-
मंत्र- ओम श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ओम महालक्ष्मी नमः
ऐसे जलाएं दीपक: दीपावली पर इस बार चार योग बन रहे हैं। चार ग्रहों का एक समय में अपनी-अपनी राशि में होना एक दुर्लभ संयोग है। पंडितों के अनुसार लक्ष्मी, गणेश व कुबेर भगवान की षोडशोपचार पूजा कर घर के मुख्य दरवाजे पर गेंहू रखकर उस पर उत्तराभिमुख, पूर्वाभिमुख, पश्चिमाभिमु घी या तिल के तेल का दीपक जलाकर कर रख देंगे। इसके बाद ‘दीपज्योति परं ब्रह्म दीप ज्योतिजनार्दन दीपो हरतु मे पापं सांध्यदीप नामोस्तुते,शुभं करोतु कल्याणमारोग्यं सुखसम्पदम् शत्रुबुद्धिविनाशं च दीपज्योतिर्नमोस्तुते कह कर देवी-देवताओं की आराधना करें।
दिवाली पूजा विधि: कैसे करें लक्ष्मी जी और गणेश जी की पूजा
दिवाली पर प्रदोष काल या संध्या पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। ज्यादातर लोग इसी समय दिवाली पर पूजा करते हैं। इसलिए संध्या समय स्नान आदि से निर्वित्त होकर पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें। अब एक लकड़ी की चौकी स्थापित करें और उस पर लाल या पीले रंग का नया वस्त्र बिछाएं। अब मुट्ठी भर चावल या अनाज के ऊपर कलश की स्थापना करें। कलश में पवित्र जल, फूल, एक सुपारी, अक्षत, इलायची और चांदी का सिक्का डालें। अब कलेश के मुख को पांच आम के पत्तों से ढक दें। इसके बाद चौकी पर माता लक्ष्मी और गणेश जी की नई मूर्ति स्थापित करें। प्रभु का जलाभिषेक करें फिर गंगाजल और पंचामृत से स्नान कराएं। इसके बाद दोबारा पवित्र जल से जलाभिषेक करें। साफ कपड़े से मूर्ति को पोछकर चौकी पर स्थापित कर दें।
अब गणेश जी को पीला चंदन और लक्ष्मी माता को लाल चंदन या कुमकुम का तिलक लगाएं साथ ही कलश पर भी तिलक लगाएं। अब प्रभु को फल, पान के पत्ते, फूल, मिठाई, इलायची, अक्षत, नारियल, सुपारी अर्पित करें। गणेश जी को पीले फूलों की माला और लक्ष्मी माता को कमल गट्टे की माला पहनाएं। अब धूपबत्ती और घी का दीपक प्रज्वलित करें। गणेश जी को लड्डुओं का और मां लक्ष्मी को खीर या सफेद मिठाई का भोग लगाएं। पूरी श्रद्धा के साथ पहले भगवान श्री गणेश की आरती करें फिर उसके बाद माता लक्ष्मी और कुबेर जी की आरती गाएं। अंत में क्षमा प्रार्थना जरूर करें।
दिवाली पूजन सामग्री: लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति या प्रतिमा, सरस्वती जी की प्रतिमा, कमल व गुलाब के फूल, पान का पत्ता, रोली, केसर, चावल, सुपारी, फल, मिठाई, फूल, दूध, गंगाजल, इत्र, खील, बताशे, मेवे, शहद, दही, दीपक, रुई , कलावा, पानी वाला जटाधारी नारियल, तांबे का कलश, स्टील या चांदी का कलश, चांदी का सिक्का, आटा, तेल, लौंग, लाल या पीला कपड़ा, घी, चौकी और एक थाली।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।