सावन में पड़ने वाले प्रदोष व्रत शिवभक्तों के लिए काफी खास होते हैं। भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत के दिन भक्त विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हैं। इस साल सावन के दूसरे शनिवार को शनि प्रदोष व्रत का शुभ संयोग बन रहा है।
इस समय कुंभ, मकर, मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती और कर्क, वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या की वजह से व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
शनिदेव 2025 में राशि परिवर्तन करेंगे। शनि के राशि परिवर्तन का सीधा-सीधा प्रभाव पांच राशियों पर पड़ता है। इस समय कुंभ, मकर व मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती और कर्क, वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है।
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार शनिदेव की बुरी दृष्टि पड़ने पर कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं शनि के शुभ प्रभाव से व्यक्ति का जीवन राजा के समान हो जाता है। शनि रंक को भी राजा बना देते हैं।
ज्योतिषशास्त्र में शनिदेव को विशेष स्थान प्राप्त है। 30 जून से शनि की वक्री चाल शुरू हो जाएगी।शनि के कुंभ राशि में वक्री होने पर कुछ राशि वालों को अपना विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है।
Shanivar ke din kya karein : शनि के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए हर शनिवार को दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ जरूर करें। दशरथ कृत शनि स्तोत्र की रचना भगवान श्री राम के पिताजी राजा दशरथ ने की थी।
शनिवार के दिन शनि देव की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि जो लोग शनिवार के दिन शनि देव की उपासना करते हैं उनके जीवन की सभी परेशानियां दूर होती हैं। वहीं जीवन में हमेशा सुख-समृद्धि भी बनी रहती है।
shani jayanti 2023 shani dev ki aarti upay : शनि देव कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। हर साल ज्येष्ठ माह की अमावस्य पर शनि जयंती का पावन पर्व मनाया जाता है। इस साल 19 मई को शनि जयंती है।
फाल्गुन माह का दूसरा प्रदोष व्रत 4 मार्च शनिवार को रखा जाएगा। शनिवार को होने के कारण यह शनि प्रदोष व्रत कहलाता है। फाल्गुन के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत कहलाता है। इस बार शनि प्रदोष व्
shanivar upay remedies shani dev puja : हिंदू धर्म में पौष माह का बहुत अधिक महत्व होता है। 10 दिसंबर को पौष माह का पहला शनिवार है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है।
shani dev upay : धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार का दिन शनिदेन को समर्पित होता है। इस दिन विधि- विधान से शनिदेव की पूजा- अर्चना की जाती है। शनिदेव के अशुभ प्रभावों से हर कोई भयभीत रहता है।
shani dev upay : शनि के अशुभ होने पर जहां व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं शनि के शुभ होने पर व्यक्ति का सोया हुआ भाग्य भी जाग जाता है। शनि के अशुभ प्रभावों से दूर रहने के लि
shanivar ki puja : एक तरफ जहां शनि देव के अशुभ प्रभावों से व्यक्ति को जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, वहीं शनि के शुभ प्रभावों से व्यक्ति को जीवन में सभी तरह के सुखों की प्राप्ति ह
shanivar ke upay : शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है। इस दिन विधि- विधान से शनिदेव की पूजा- अर्चना की जाती है। शनि के अशुभ प्रभावों से हर कोई भयभीत रहता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि शनिदेव सिर्फ अशु
Shani Jayanti 2022: शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित माना गया है। मान्यता है कि शनिदेव की जिस जातक पर कृपा दृष्टि होती है, उसे किसी भी चीज की कमी नहीं होती है। पढ़ें शनिदेव से जुड़ी पौराणिक कथाएं-
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है। इस दिन विधि- विधान से शनिदेव की पूजा- अर्चना की जाती है। शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा- अर्चना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इ
शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है। इस दिन शनि देव की विधि- विधान से पूजा करने से शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। एक तरफ जहां शनि देव के अशुभ प्रभावों से व्यक्ति को जीवन में कई तरह की समस
shani dev ki aarti : धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है। इस दिन विधि- विधान से शनिदेव की पूजा- अर्चना की जाती है। शनिदेव के अशुभ प्रभावों से जहां व्यक्ति को जीवन में क
शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है। इस दिन विधि- विधान से शनिदेव की पूजा- अर्चना की जाती है। इस दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिदेव की आरती जरूर करें। आगे पढ़ें शनिदेव की आरती- शनिदेव की
शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है। इस दिन विधि- विधान से शनिदेव की पूजा- अर्चना की जाती है। हिंदू धर्म में भगवान की आरती करने का विशेष महत्व होता है। शनिवार के दिन शनिदेव की आरती करने से शनिदेव...
कर्म फल प्रदायक सूर्य पुत्र शनि देव का कुम्भ राशि मे गोचर 28 अप्रैल 2022 दिन गुरुवार को सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर होने जा रहा है। जहाँ 28 अप्रैल से 4 जून तक कुम्भ राशि मे मार्गी गति से गोचर करते हुए...
11 अक्टूबर2021 को, सोमवार के दिन प्रात:काल समय लगभग07:45 के करीब शनि ग्रह अपनी वक्री अवस्था से हटकर मार्गी अवस्था को प्राप्त करेंगे। यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण समय होगा तथा आने वाली अवधि पर इसका बहुत...
शनि वर्तमान में मकर राशि में वक्री अवस्था में हैं। शनि पूरी जुलाई मकर राशि में इसी अवस्था में रहेंगे। शनि को सभी नौ ग्रहों में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार, अगर कुंडली में शनि कमजोर...
शनिदेव को कर्मफल दाता कहा जाता है। शनिदेव कर्मों के हिसाब से व्यक्ति को फल देते हैं। ज्योतिष में 12 राशियां होती हैं। इन 12 राशियों में से 2 राशियों पर शनिदेव की विशेष कृपा रहती है। हर राशि के स्वामी...
ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को एक प्रमुख ग्रह माना गया है। शनि को सभी ग्रहों में न्यायाधीश का स्थान प्राप्त है। शनि को एक क्रूर ग्रह कहा जाता है, लेकिन शनिदेव अशुभ फल ही देते हैं, ऐसा नहीं है। शनि...
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है। इस दिन शनि मंदिर जरूर जाना चाहिए, लेकिन इस समय कोरोना वायरस की वजह से घर में रहना ही सुरक्षित है। शनि के अशुभ प्रभावों से बचने के...