हिमाचल में जो वायदे किए, उन्हीं को झारखंड में दोहरा रही कांग्रेस, झूठी गारंटी देकर हिमाचल में सत्ता हासिल की, अब झारखंड में झूठे वादे
जयराम ठाकुर ने कहा, शुक्रवार सुबह चार बार उनके घर पर ड्रोन घूमता रहा और दरवाजे और खिड़कियों तक पहुंच गया।
हिमाचल प्रदेश के बजट सत्र के दौरान व्हिप का उल्लंघन करने पर 6 कांग्रेस विधायकों को अयोग्य घोषित किए जाने के बाद, अब भाजपा के 7 विधायकों को भी निष्कासन की कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
पूर्व सीएम जय रामठाकुर का यह बयान तब आया है जब शनिवार को कैबिनेट बैठक के दौरान काफी ड्रामा देखने को मिला। राजस्व मंत्री जगत नेगी बीच में ही बैठक छोड़कर चले गए।
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा, 'प्रतिभा सिंह जी, यह जलालत का दौर आपके साथ इतने दिनों से चल रहा है। कई सालों से चल रहा है, तो आपको इससे बाहर आना चाहिए। आप हिम्मत करिए।'
Himachal Pradesh News : इधर एक प्रेस वार्ता में कांग्रेस के सीनियर लीडर जयराम रमेश ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी औऱ संगठन ही सर्वोपरी है।' उन्होंने कहा, 'हम कड़े फैसले लेने से पीछे नहीं हटेंगे।'
हिमाचल प्रदेश विधानसभा से भाजपा के 15 विधायकों को निष्कासित किया गया है। इन विधायकों में पूर्व सीएम जयराम ठाकुर भी शामिल हैं। भाजपा का कहना है कि यह फैसला सरकार बचाने के लिए किया गया है।
हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के छठे दिन शनिवार को प्रश्नकाल में अमृत महोत्सव के आयोजन का मुद्दा गूंजा। इस पर CM सुखविंदर सिंह सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बीच सियासी नोक-झोंक हुई।
चंबा में पिछले हफ्ते 21 साल के एक युवक की हत्या के बाद से राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। बीजेपी ने मुख्य आरोपी पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है।
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू चार महीने पहले हुए सम्पन्न हुए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने प्रचार पर सबसे कम खर्च करने वाले उम्मीदवार हैं। सुक्खू नादौन सीट से चुनाव मैदान में उतरे थे।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा चुनाव में सबसे कम 11.25 लाख रुपए खर्च किए थे। वहीं चोपाल से भाजपा विधायक बलबीर सिंह शर्मा ने सबसे ज्यादा 36.92 लाख रुपए खर्च किए।
इस कोविड जांच में जयराम ठाकुर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसलिए वो दीक्षांत समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे। रिपोर्ट आने के बाद पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने खुद को आइसोलेट कर लिया है।
हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। हिमाचल प्रदेश में श्रीलंका जैसे हालात हो सकते हैं। इस बयान पर सियासत गरमा गई है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि अटल जी के नाम पर हमने डे बोर्डिंग स्कूल की योजना शुरू की, कई बोर्डिंग स्कूलों का तो शिलान्यास भी हो गया पर अब इस योजना का नाम राजीव गांधी के नाम पर रखा जा रहा है।
भाजपा नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि कैबिनेट के गठन से पहले ही असंवैधानिक तरीके से कैबिनेट के फैसलों को बदलना सही नहीं है। कांग्रेस की सरकार बनते ही प्रदेश में दो बड़े सीमेंट उद्योग बंद हो गए।
हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अब नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाएंगे। रविवार को शिमला में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में जयराम ठाकुर को विधायक दल का नेता चुना गया।
हिमाचल प्रदेश की नई सुक्खू सरकार ने अप्रैल 2022 के बाद प्रदेश में खोले गए बिजली बोर्ड के 32 दफ्तर डिनोटिफाई कर दिए हैं। हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड ने मंगलवार को इस सम्बंध में अधिसूचना जारी की।
भारतीय जनता पार्टी के नेता और हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ट्विटर पर प्रतिभा सिंह के साथ एक फोटो शेयर की है। इस तस्वीर को शेयर करते ही सोशल मीडिया पर अटकलबाजियों का दौर शुरू हो गया।
विधानसभा चुनाव के अंतिम परिणाम सामने आने से काफी पहले ही ठाकुर ने राजभवन जाकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने इस्तीफा देने से पहले पत्रकारों से कहा, “मैं जनादेश का सम्मान करता हूं।”
भाजपा के मुकाबले कांग्रेस की सीटें 60 फीसदी ज्यादा है, दिलचस्प पहलू है कि दोनों के बीच वोट प्रतिशत का अंतर एक फीसदी से भी कम है। कांग्रेस को 43.9 फीसदी वोट मिले हैं तो वहीं भाजपा को 43% मिले।
Himachal Pradesh Election 2022 Result : हिमाचल में कांग्रेस और भाजपा में जारी कांटे की टक्कर के बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सेराज सीट (Seraj Seat) पर 38000 से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं।
हिमाचल में गेम हो सकता है। इसकी वजह यह है कि प्रदेश में सरकार बनाने के लिए 35 सीटों की जरूरत है, जबकि कांग्रेस के पास फिलहाल 34 सीटें ही हैं। इस बीच भाजपा ने निर्दलियों से संपर्क साधा है।
साल 2017 में ठाकुर ने कांग्रेस के चेतराम ठाकुर को 11 हजार 254 मतों से हराया। एक ओर जहां भाजपा नेता के खाते में 35 हजार 519 वोट आए थे। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी को 24 हजार 265 मत मिले थे।
भाजपा ने चुनाव के लिए मतगणना से पहले सोमवार यानी 5 दिसंबर को कांगड़ा जिला के मुख्यालय धर्मशाला में बैठक बुलाई है। खास बात यह है कि पार्टी के सभी 68 उम्मीदवारों को इस बैठक में बुलाया गया है।
हिमाचल प्रदेश में 37 साल का रिवाज तोड़ते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लगातार दूसरी बार अपनी सरकार बनाएगी या 5 साल से इंतजार में बैठी कांग्रेस को जनता मौका देगी? इसका जवाब 8 दिसंबर को मिलेगा।
68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस 40-45 सीटें जीतने का दावा कर रही है। इसको लेकर जब ठाकुर से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सर्वे के आधार पर तरह-तरह के अनुमान लगाए जा रहे हैं। मुकाबला करीबी होगा।
हिमाचल प्रदेश में शनिवार को 68 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। अगली सरकार किस पार्टी की बनेगी यह मतदाता तय करेंगे। मौजूदा चुनाव सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के लिए बेहद अहम है।
हिमाचल प्रदेश में शनिवार को 68 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है। बीजेपी ने जहां जनता से सत्ता परिवर्तन के ट्रेंड को बदलने की अपील की है वहीं कांग्रेस चाहती है कि वोटर्स रिवाज को निभाएं।
हिमाचल प्रदेश में चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और झटका लगा है। सिरमौर के महामंत्री हरप्रीत सिंह रतन ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है। उन्होंने जेपी नड्डा के आवास पर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि आज देश में जो महंगाई है, वह भाजपा निर्मित है और इस महंगाई ने देश की जनता की आय छीन ली है। महंगाई के कारण हिमाचल में भी घनघोर अंधेरा फैला हुआ है। जयराम ठाकुर की सरकार फेल है।