तिरहुत एमएलसी ने कहा कि बिहार में एक नई पार्टी आई है जिसका नाम है धन सुराज और इसके नेता एक इवेंट मैनेजर हैं जिसे मेरे जैसे लोगों ने भी राजनेता समझ लिया था। ऐसा लगता था कि बिहार में यह विकल्प दे सकता है। लेकिन समय रहते यह भ्रम टूट गया।
बिहार विधान परिषद की तिरहुत स्नातक एमएलसी सीट के चुनाव में जेडीयू कैंडिडेट अभिषेक झा की करारी हार ने नीतीश कुमार की पार्टी के अंदर ही झगड़ा बढ़ा दिया है। अभिषेक चौथे नंबर पर रहे जबकि निर्दलीय वंशीधर ब्रजवासी जीत गए।
तिरहुत स्नातक उपचुनाव के नतीजे हैरान करने वाले रहे। कुल रद्द हुए वोटों से भी 13 प्रत्याशियों को कम वोट आये। वंशीधर ब्रजवासी ने इस जीत में कई समीकरणों को ध्वस्त किया है। न ही राजनीतिक विरासत का फायदा किसी प्रत्याशी को लेने दिया।
Banshidhar Brajwasi Profile: बिहार विधान परिषद की तिरहुत स्नातक सीट के नवनिवार्चित विधान पार्षद वंशीधर ब्रजवासी को शिक्षा विभाग के खिलाफ लगातार आंदोलन और फिर आईएएस अफसर केके पाठक से झगड़े ने पहले नेता और अब माननीय एमएलसी बना दिया है।
बिहार में व्यवस्था परिवर्तन करने निकले जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर को लगातार दूसरी चुनावी हार मिल गई है। विधानसभा उपचुनाव में पार्टी की हार के बाद तिरहुत MLC उपचुनाव में उनके उम्मीदवार विनायक विजेता भी दूसरे नंबर पर छूट गए।
नामांकन के दौरान दाखिल किए गए एफिडेविट के मुताबिक बंशीधर ब्रजवासी की कुल संपत्ति 6 लाख 77 हजार है। इसके अलावा पति-पत्नी के नाम पर जमीन और घर मिलाकर 1.52 करोड़ की अचल संपत्ति भी है। 7 लाख 85 हजार के सोने-चांदी के गहने हैं।
बिहार विधानसभा की तिरहुत स्नातक सीट के उपचुनाव में एक निर्दलीय शिक्षक नेता वंशीधर ब्रजवासी ने 22 साल विधान पार्षद रहे जेडीयू के देवेश चंद्र ठाकुर का किला धवस्त कर दिया। बड़े अंतर से जीत दर्ज कर वंशीधर ने जन सुराज, राजद और जेडीयू की बैंड बजा दी।
तिरहुत एमएलसी उपचुनाव के विजेता और शिक्षक नेता वंशीधर ब्रजवासी ने सीतामढ़ी से जेडीयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर पर निशाना साधते हुए कहा कि वो शिक्षकों का आई कार्ड तक बनवा पाए थे। हम लोग जब अपने हक के लिए सड़कों पर सोए थे, तो वो कहां थे।
तिरहुत एमएलसी चुनाव की मतगणना जारी है। लेकिन सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नाम निर्दलीय प्रत्याशी और शिक्षक नेता वंशीधर ब्रजवासी का है, जो पहली वरीयता के दो राउंड में दोगुने अंतर से सबसे आगे चल रहे हैं। पहले चक्र में 3133 और दूसरे चक्र में 3047 वोट मिले हैं।
तिरहुत स्नातक MLC उपचुनाव में निर्दलीय वंशीधर ब्रजवासी ने 10195 वोटों से प्रचंड जीत दर्ज की है। उन्हें कुल 23002 वोट मिले थे। वंशीधर ने जेडीयू की परंपरागत सीट छीन ली है। देवेशचंद्र ठाकुर कई बार MLC रहे थे। दूसरे नंबर पर जन सुराज, तीसरे पर RJD, चौथे पर JDU रही।