आज से दिल्ली विधानसभा का सत्र, कैग रिपोर्ट होगी पेश; पहली बार पक्ष-विपक्ष में महिला नेतृत्व
Delhi Assembly Session: दिल्ली में भाजपा सरकार बनने के बाद पहला विधानसभा सत्र आज से शुरू होने जा रहा है। विधानसभा में भाजपा के जहां 48 विधायक होंगे तो वहीं आप के 22 विधायक हैं। ऐसे में तीन दिवसीय सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है।
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Delhi Assembly Session: दिल्ली में भाजपा सरकार बनने के बाद पहला विधानसभा सत्र आज से शुरू होने जा रहा है। विधानसभा में भाजपा के जहां 48 विधायक होंगे तो वहीं आप के 22 विधायक हैं। ऐसे में तीन दिवसीय सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सत्र के पहले ही दिन सीएजी रिपोर्ट पटल पर रखने की बात कही है। दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी महिलाओं को 2500 रुपये देने के वादे को लेकर भाजपा को घेरेंगी।
जानकारी के अनुसार, सोमवार से शुरू होने वाले सत्र में सभी 70 विधायक शपथ लेंगे। इसके लिए भाजपा के विधायक अरविंदर सिंह लवली को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है। शपथ के अलावा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का चुनाव होगा। भाजपा ने विजेन्द्र गुप्ता को स्पीकर पद के लिए और मोहन सिंह बिष्ट को डिप्टी स्पीकर पद का उम्मीदवार बनाया है। विधानसभा में भाजपा के पास 48 विधायक हैं, इसलिए इनके चुने जाने में किसी प्रकार की बाधा आने की संभावना नहीं है।
सत्र के दौरान भाजपा सीएजी रिपोर्ट के माध्यम से आप की पूर्व सरकार पर निशाना साधेगी और उसमें मौजूद तथ्यों के जरिये आप नेताओं को घेरने का प्रयास करेगी। उधर, आतिशी ने दावा किया है कि सीएजी रिपोर्ट पहले ही वह विधानसभा अध्यक्ष को सौंप चुकी हैं। ऐसे में सत्र में रिपोर्ट का आना पहले से तय है और भाजपा इसे लेकर भ्रम फैला रही है। आतिशी ने रविवार को कहा कि भाजपा ने जो वादे जनता से किए हैं, उसे पूरा कराने के लिए विपक्ष विधानसभा से लेकर सड़क तक आवाज उठाएगा।
पहली बार पक्ष-विपक्ष में महिला
नई सरकार के पहले विधानसभा सत्र में दो महिलाएं अपनी-अपनी पार्टियों का नेतृत्व करेंगी। मुख्यमंत्री होने के नाते जहां रेखा गुप्ता सरकार का नेतृत्व करेंगी तो वहीं दूसरी तरफ आतिशी विपक्ष का चेहरा होंगी। रेखा गुप्ता को लंबे समय से राजनीति का अनुभव है तो वहीं आतिशी को सरकार चलाने का अनुभव है। ऐसे में दोनों दलों के बीच विधानसभा में जोरदार टकराव देखने को मिलता रहेगा।
दिल्ली विधानसभा में भाजपा के 48 और आप के 22 विधायक हैं। भाजपा के विधायक दल का नेता चुने जाने के चलते रेखा गुप्ता मुख्यमंत्री बन चुकी हैं और विधानसभा में वह विधायकों का नेतृत्व करेंगी। वहीं, रविवार को आप पार्टी के विधायक दल की बैठक में आतिशी को नेता चुना गया है। राजनीति में अच्छा अनुभव रखने वाली रेखा गुप्ता पहली बार विधायक बनी हैं। ऐसे में सरकार के कामकाज को समझने में उन्हें थोड़ा समय लग सकता है। आतिशी दिल्ली सरकार में विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। सरकार के काम करने के तरीके से वह अच्छी तरह से अवगत हैं। ऐसे में वह विधानसभा में विपक्ष के रूप में कड़ी टक्कर सरकार को देंगी।