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तिरहुत MLC चुनाव: निर्दलीय वंशीधर की प्रचंड जीत, JDU की सीट छीनी, जन सुराज, RJD को पछाड़ा

  • तिरहुत स्नातक MLC उपचुनाव में निर्दलीय वंशीधर ब्रजवासी ने 10195 वोटों से प्रचंड जीत दर्ज की है। उन्हें कुल 23002 वोट मिले थे। वंशीधर ने जेडीयू की परंपरागत सीट छीन ली है। देवेशचंद्र ठाकुर कई बार MLC रहे थे। दूसरे नंबर पर जन सुराज, तीसरे पर RJD, चौथे पर JDU रही।

Nishant Nandan हिन्दुस्तान टीम, पटनाTue, 10 Dec 2024 07:46 PM
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Tirhut MLC By Election Result: बिहार विधान परिषद की तिरहुत स्नातक एमएलसी सीट सभी दलों को हराकर एक निर्दलीय शिक्षक नेता वंशीधर ब्रजवासी ने जीत ली है जिन्हें कुछ महीने पहले केके पाठक ने नियोजित शिक्षक की नौकरी से बर्खास्त कर दिया था। वंशीधर ने जेडीयू से यह सीट छीन ली है जो देवेश चंद्र ठाकुर ने सांसद बनने के बाद खाली की थी। जेडीयू के अभिषेक झा चौथे नंबर पर चले गए। वंशीधर का सबसे नजदीकी मुकाबला प्रशांत किशोर की जन सुराज के विनायक विजेता के साथ रहा जो 10915 वोट के अंतर से दूसरे नंबर पर चले गए। राजद के गोपी किशन जदयू से कुछ ज्यादा वोट लेकर तीसरे नंबर पर रहे। पहली वरीयता के मतों से नतीजा नहीं निकल पाया था और तब दूसरी वरीयता के मतों की गिनती हुई थी।

बिहार विधान परिषद की तिरहुत स्नातक एमएलसी सीट के उपचुनाव की मतगणना में निर्दलीय उम्मीदवार एवं शिक्षक नेता वंशीधर ब्रजवासी सबसे आगे रहे। पहली वरीयता की मतगणना के बाद वे 23 हजार वोट लाकर पहले नंबर पर रहे। इसके बाद जन सुराज पार्टी के विनायक गौतम दूसरे, राजद के गोपी किशन तीसरे और जेडीयू के अभिषेक झा चौथे नंबर पर हैं। पहली वरीयता के वोटों से चुनाव नतीजा नहीं निकला, इसलिए अब दूसरी वरीयता के वोटों की गिनती हुई। उसमें भी सबसे आगे वंशीधर ही रहे। एमएलसी उपचुनाव का रिजल्ट मंगलवार को जारी हो गया। दूसरी वरीयता में सबसे कम वोट वाले कैंडिडेट को गिनती से बाहर कर दिया गया। दूसरी वरीयता में दो मतों को एक गिना जाता है। गिनती की यह प्रक्रिया तब तक चलती है। जब तक या तो किसी कैंडिडेट को कुल वैध वोट के 50 प्रतिशत से एक ज्यादा वोट ना आ जाए, या फिर आखिर में बचा दूसरे नंबर का प्रत्याशी एलिमिनेट ना हो जाए।

जेडीयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के विधान परिषद से इस्तीफे के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराया गया। 17 उम्मीदवारों ने उपचुनाव लड़ा। 5 दिसंबर को इस सीट के तहत शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर और वैशाली में 197 बूथों पर करीब 48 फीसदी मतदान हुआ था।

मुजप्फरपुर के एमआईटी स्थित मतगणना केंद्र में 20 टेबल पर एक राउंड में 500-500 यानी लगभग 10 हजार मतों की गिनती हुई। मतगणना सोमवार सुबह 8 बजे शुरू हुई थी। एमएलसी उपचुनाव में लगभग 70 हजार वोट पड़े थे।

ये भी पढ़ें:कौन हैं वंशीधर ब्रजवासी? जिन्होने तिरहुत MLC चुनाव में सबको पछाड़ा

मंगलवार शाम 7:00 बजे- तिरहुत एमएलसी उपचुनाव निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर ब्रजवासी ने जीत लिया है। उन्हें कुल 23003 वोट मिले। जनसुराज के विनायक गौतम को 10195 वोटों से हराया। तीसरे नंबर पर आरजेडी और चौथे नंबर पर जेडीयू रही। इसी के साथ वंशीधर ने जेडीयू की परंपरागत सीट रही तिरहुत जीत लगी है। देवेश चंद्र ठाकुर के सांसद बनने के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ। देवेश ठाकुर कई बार इस सीट से बिहार विधान परिषद के सदस्य रहे।

मंगलवार सुबह 11.15 बजे- वंशीधर ब्रजवासी बोले- जनता ने मुझ पर भरोसा जताया

तिरहुत स्नातक एमएलसी उपचुनाव में शुरुआत से सबसे ज्यादा वोट लाकर आगे चल रहे निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर ब्रजवासी ने कहा कि वह जीत की ओर अग्रसर हैं। उम्मीदों की मशाल जलेगी। दूसरे प्रत्याशी आम जनता की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरे, इसलिए उन्हें कम वोट मिले हैं। जनता ने वंशीधर ब्रजवासी पर भरोसा जताया है।

मंगलवार सुबह 8.10 बजे- अब दूसरी वरीयता के वोटों की गिनती शुरू हुई

मंगलवार सुबह 8.00 बजे- 9 राउंड के वोटों की गिनती के बाद की स्थिति

-वंशीधर ब्रजवासी 23003

-डॉ विनायक गौतम 12467

-गोपी किशन 11600

-अभिषेक झा 10316

-राकेश रौशन 3920

-संजय कुमार 4932

कुल वैध मत 69043

कुल मतों की संख्या 75886

मंगलवार सुबह 6.00 बजे- छठे चक्र की गणना के बाद स्थिति

वंशीधर ब्रजवासी - 18938 वोट

डॉ विनायक गौतम- 9881 वोट

गोपी किशन - 8633 वोट

अभिषेक झा - 7548 वोट

राकेश रौशन - 3613 वोट

संजय कुमार - 3950 वोट

अरविंद कुमार विभात - 239 वोट

अरुण कुमार जैन - 78 वोट

ऋषि कुमार अग्रवाल - 81

एहतेशामुल हसन रहमानी - 319

प्रणय कुमार - 166

भूषण महतो - 31

मनोज कुमार वत्स - 366

राजेश कुमार रौशन - 120

रिंकु कुमारी - 341

संजना भारती - 46

संजीव भूषण - 170

संजीव कुमार- 67

कुल वैध मत - 54587

इनवैलिड मत - 5403

कुल मतोंकीसंख्या- 59990

सोमवार रात 10:30 बजे- पहली वरीयता के मतों की गिनती का दूसरा चक्र पूरा हो गया है जिसमें निर्दलीय उम्मीदवार और शिक्षक नेता वंशीधर ब्रजवासी 3047 वोट के साथ सबसे आगे हैं। जन सुराज पार्टी के विनायक गौतम 1645 वोट के साथ दूसरे, आरजेडी के गोपी किशन 1451 वोट के साथ तीसरे और जेडीयू के अभिषेक झा 1371 वोट के साथ चौथे नंबर पर चल रहे हैं। निर्दलीय राकेश रौशन ने 264 और संजय झा ने 873 वोट जुटाए हैं। अरविंद कुमार को 47, अरुण जैन को 18 वोट मिला है। 856 वोट अवैध घोषित हुए। अब तक कुल 10000 वोट गिने गए हैं।

पहली वरीयता के दूसरे राउंड की गिनती

बंशीधर ब्रजवासी- 3047

विनायक गौतम- 1645

गोपी किशन- 1451

अभिषेक झा- 1371

संजय झा- 873

राकेश रौशन- 264

रिंकू कुमारी- 201

अरविंद कुमार विभात-47

मनोज वत्स- 40

ऋषि अग्रवाल- 32

राजेश कुमार रौशन- 26

प्रणय कुमार- 22

अरुण जैन-18

कुल वैध- 9144

कुल अवैध- 856

कुल मत-10000

शाम 7.45 बजे- पहली वरीयता के मतों की गिनती का पहला चक्र पूरा हो गया है जिसमें निर्दलीय उम्मीदवार और शिक्षक नेता वंशीधर ब्रजवासी 3133 वोट के साथ सबसे आगे हैं। जन सुराज पार्टी के विनायक गौतम 1610 वोट के साथ दूसरे, आरजेडी के गोपी किशन 1234 वोट के साथ तीसरे और जेडीयू के अभिषेक झा 1184 वोट के साथ चौथे नंबर पर चल रहे हैं। निर्दलीय राकेश रौशन ने 867 और संजय झा ने 814 वोट जुटाए हैं। अरविंद कुमार को 43, अरुण जैन को 18 वोट मिला है। 931 वोट अवैध घोषित हुए। अब तक कुल 9958 वोट गिने गए हैं।

पहली वरीयता के पहले राउंड की गिनती

वंशीधर बृजवासी- 3133

विनायक गौतम-1610

गोपी किशन- 1234

अभिषेक झा- 1184

राकेश रौशन- 867

संजय झा- 814

अरविंद कुमार- 43

अरुण जैन- 18

कुल वैध- 9067

कुल अवैध- 931

कुल मत- 9958

कैसे होती है विधान परिषद चुनाव में वरीयता वाले मतों की गिनती

बता दें कि इन चुनावों में एक वोटर एक से अधिक कैंडिडेट को पहली, दूसरी, तीसरी वरीयता के वोट दे सकता है। पहली वरीयता के एक वोट को एक वोट गिना जाता है जबकि दूसरी वरीयता के दो वोट को एक गिना जाता है। इसमें विजेता की घोषणा तब होगी जब किसी कैंडिडेट को 50 प्रतिशत प्लस वन वोट मिल जाए। कई बार नतीजे तीसरी वरीयता के मतों की गिनती तक खिंच जाते हैं।

पहली वरीयता के मतों की गिनती के बाद एलिमिनेशन राउंड शुरू होगा और सबसे कम पहली वरीयता वोट पाने वाले कैंडिडेट को गणना से बाहर करके उसे मिले बैलट पर दूसरी वरीयता के मतों को गिनकर वैल्यू के हिसाब से बचे हुए कैंडिडेट में जोड़ा जाएगा। यह प्रक्रिया तब तक चलती रहेगी जब तक किसी एक कैंडिडेट को 50 परसेंट प्लस वन वोट ना हासिल हो जाए। जिसे ये वोट मिलेगा, वो विजेता घोषित हो जाएगा।

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