दिल्ली के व्यापारियों के किस कदम से गदगद हो गईं मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, बोलीं- मैं उन्हें साधुवाद देती हूं
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, पिछली सरकार में मंडियों का विकास नहीं हुआ और ये भ्रष्टाचार का अड्डा बन गईं। जिन मंडियों में किसानों और व्यापारियों की मेहनत से समृद्धि की गूंज सुनाई देनी चाहिए थी, वहां अव्यवस्था और गंदगी ने जगह बना ली।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शहर के व्यापारियों के एक फैसले से गदगद हो गई हैं और इसके लिए ना केवल उन्होंने उनको साधुवाद दिया बल्कि ये भी कहा कि ये निर्णय उनकी देशभक्ति को दिखाता है। सीएम ने यह बात शुक्रवार को दिल्ली की आजादपुर मंडी का दौरा करने के दौरान कही, यहां उन्होंने स्थानीय व्यापारियों, आढ़तियों और किसानों से मुलाकात करते हुए उनकी समस्याओं को सुना। इस दौरान जब सीएम को पता चला कि स्थानीय कारोबारियों ने पाकिस्तान का समर्थन करने वाले तुर्किये देश का बहिष्कार करते हुए वहां से सेब आयात नहीं करने का फैसला किया है, तो इस पर बेहद खुशी जताते हुए उन्होंने इसे बेहतरीन निर्णय बताया और कहा कि इससे इन लोगों की देश के प्रति भावना प्रकट होती है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने दिल्ली की मंडियों को व्यवस्थित, सुरक्षित और किसान हितैषी बनाने की बात कही और मंडियों के आधुनिकीकरण, साफ-सफाई और वहां सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए।
तुर्किये के बॉयकॉट की मांग को सही बताते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता बोलीं, 'यह बिल्कुल सही है, कोई भी देश यदि किसी भी प्रकार से भारत के खिलाफ गतिविधियों में शामिल रहता है, तो उसका हर प्रकार से बॉयकॉट देश की जनता करेगी। मैं तो इन सारे व्यापारियों को साधुवाद देती हूं, कि जिन्होंने तुर्किये से सेब का जो आयात होता था, और जो व्यापार उनका भारत के साथ होता था, यहां के व्यापारियों ने स्वयं अपनी ऊर्जा के साथ उसे करने से मना कर दिया है, यह सच में उनकी देशभक्ति है।'
आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि 'भारत एकजुट है, एकमत है और किसी भी ऐसे देश जो आतंकवादियों के आका हैं, उनको सपोर्ट नहीं किया जाएगा, उनसे व्यापार बंद, वार्ता बंद, संबंध बंद। ऐसे सभी देशों से सौ प्रतिशत कटआउट होना चाहिए जो आतंकवाद का समर्थन करें।'
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘दिल्ली की मंडियों में सुविधाओं का अभाव है। आम आदमी पार्टी सरकार ने मंडियों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए कुछ नहीं किया। यहां मजदूर और व्यापारी काम करते है लेकिन न तो सफाई है और न ही सुरक्षा।’ मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमारी सरकार मंडियों के आधुनिकीकरण की योजना लाएगी। हम इन मंडियों की सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने की दिशा में काम करेंगे।’
वहीं मंडी के दौरे के बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'आज, एशिया की सबसे बड़ी मंडी, आजादपुर मंडी का दौरा कर व्यापारियों, किसानों और आढ़तियों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं। अब मंडियों का मॉडर्नाइजेशन होगा एवं सफाई और सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। हमारा लक्ष्य है कि दिल्ली की मंडियाँ सुव्यवस्थित, सुरक्षित और किसान हितैषी बनें।'
सीएम ने लिखा, 'पिछली सरकार में मंडियों का विकास नहीं हुआ, बल्कि ये भ्रष्टाचार का अड्डा बन गई थीं। जिन मंडियों में किसानों और व्यापारियों की मेहनत से समृद्धि की गूंज सुनाई देनी चाहिए थी, वहां अब अव्यवस्था और गंदगी ने जगह बना ली। सुरक्षा का अभाव, सफाई व्यवस्था चरमराई हुई और सड़कें जर्जर हैं।' जब मुख्यमंत्री जब आजादपुर मंडी पहुंचीं तो उनके साथ उनके कैबिनेट सहयोगी कपिल मिश्रा एवं आदर्श नगर विधायक राजकुमार भाटिया भी मौजूद थे।