बंधक बनाया, जान से मारने की धमकी दी और...कृषि उपनिदेशक ने BJP MLA के देवर पर दर्ज कराई FIR
गुना जिले की चंचौरा विधानसभा से बीजेपी विधायक प्रियंका मीणा के देवर अनिरुद्ध मीणा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उनपर कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर को बंधन बनाने और धमकाने का आरोप लगा है।
मध्य प्रदेश में गुना जिले के चंचौरा विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की विधायक प्रियंका मीणा के देवर अनिरुद्ध मीणा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एग्रीकल्चर डिप्टी डायरेक्टर उपनिदेशक को बंधक बनाने, धमकाने और 50 लाख रुपये की मांग करने के आरोप में अनिरुद्ध के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। डिप्टी डायरेक्टर अशोक कुमार उपाध्याय ने गुना के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा को इस संबंध में एक पत्र लिखा है।
पत्र में सिन्हा ने लिखा, 'चंचौरा भाजपा विधायक प्रियंका मीणा के देवर और विधायक प्रतिनिधि अनिरुद्ध मीणा ने मुझे एक घंटे तक बंधक बनाए रखा और 50 लाख रुपए की मांग की। उसने मेरे साथ गाली-गलौज की।' चंचौरी की सबडिविजनल पुलिस अधिकारी दिव्या राजावत ने बताया, 'अनिरुद्ध मीणा और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 294 (अश्लील कृत्य), 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना), 353 (सरकारी कर्मचारी को उसके कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने के लिए हमला और आपराधिक बल का प्रयोग) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच चल रही है।'
अपनी शिकायत में उपाध्याय ने कहा, 'अनिरुद्ध मीणा ने 20 जून को मुझे फोन किया और कहा कि विधायक महोदया ने मुझे पेंची ऑफिस बुलाया है। चूंकि मैं स्कूल चलो अभियान के लिए ड्यूटी पर था, इसलिए मैं नहीं गया। इसके बाद मुझे 21 जून को आने के लिए कहा गया। मैं विभाग के अधिकारी तुलसीराम सोलंकी और एक ड्राइवर के साथ उनके कार्यालय पहुंचा। वहां मेरी मुलाकात अनिरुद्ध मीणा से हुई। उन्होंने खाद की उपलब्धता के बारे में पूछा। मैंने उन्हें व्हाट्सएप पर जानकारी भेजी।'
डिप्टी डायरेक्टर ने आगे लिखा, 'बाद में मैंने उनसे कहा कि मुझे दोपहर 12 बजे से खाद को लेकर कलेक्टर ऑफिस में मीटिंग के लिए जाना है। उन्होंने मुझे अपने बगल वाले दूसरे कमरे में बैठा दिया। फिर मीणा और एक अन्य व्यक्ति आया और दरवाजा बंद कर दिया। उन्होंने मेरा मोबाइल छीन लिया और अपने पास रख लिया। उन्होंने कहा कि जब बुलाया जाए तो एक घंटे के अंदर उपस्थित हो जाना। दरवाजे और खिड़कियां बंद थीं, इसलिए मैं विरोध नहीं कर सका। कमरे में लाठी आदि भी रखी हुई थी।'
शिकायत में उन्होंने कहा, 'उन्होंने कहा कि तुम पिछले छह सालों से यहां काम कर रहे हो। तुम बहुत पैसा कमा रहे हो। 50 लाख रुपए दो, क्योंकि चुनाव में करोड़ों खर्च हो चुके हैं। अगर तुम नहीं दोगे तो विधानसभा में तुम्हारे खिलाफ सवाल उठाए जाएंगे। अगर मैंने यह बात किसी को बताई तो उन्होंने मुझे झूठे मामले में फंसाने या जान से मारने की धमकी भी दी।'
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि किसी भी गलत काम के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, 'मैंने आज अखबार में पढ़ा। मैंने साफ कहा है कि गुना, शिवपुरी और अशोकनगर में चाहे चेयरमैन हो, विधायक हो, मेरा रिश्तेदार हो, सहकर्मी हो, पार्टनर हो, कोई भी हो, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। सही है तो सही है, गलत है तो गलत है।' वहीं अनिरुद्ध मीणा ने आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा, 'हमें खाद से जुड़ी शिकायतें मिल रही थीं, इसलिए हमने डिप्टी डायरेक्टर उपाध्याय से इस बारे में चर्चा की। वे झूठे आरोप लगा रहे हैं।'
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